हाथरस : फर्जी आदेश पाकर प्रमोशन लेने वाले सात शिक्षकों के वेतन को रोकने के लिए अब शिकायतकर्ता ने वित्त एवं लेखाधिकारी को पत्र लिखा है। गांव हतीसा निवासी रामकुमार शर्मा ने मूल अभिलेखों से इनकी पुष्टि होने तक वेतन देने की बात कही है। करीब डेढ़ साल पूर्व तत्कालीन बीएसए देवेन्द्र गुप्ता ने शिक्षकों की पदोन्नति करके उन्हें तैनाती दी थी। इसी बीच एक खंड शिक्षा अधिकारी ने मिलीभगत करके तत्कालीन बीएसए के पदोन्नति आदेशों को स्कैन कराकर सात शिक्षकों को अपने ब्लाक के विद्यालयों में तैनात करा लिया था। कुछ समय बाद बीएसए का तबादला होने से मामला दब गया। शिकायतकर्ता ने इस प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री के अलावा जिलाधिकारी के पास की थी। शिकायत आने पर एडीएम को जांच अधिकारी बना दिया गया। वर्तमान में इस प्रकरण की जांच जिलाधिकारी के स्तर से कराई जा रही है।जांच होने तक सात शिक्षकों का वेतन रोकने की मांग
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