जासं, चंदौली : डा. भीमराव अंबेडकर कक्ष की काजल, सरदार बल्लभ भाई पटेल की चांदनी और कमलेश का परिचय सिर्फ इतना कि तीनों पूर्व माध्यमिक विद्यालय नरसिंहपुर के विद्यार्थी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ कुछ पलों की मुलाकात ने तीनों को खास बना दिया। दरअसल, सीएम अपने निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान जब गांव के विद्यालय में पहुंचे तो इन्हीं बच्चों से रूबरू हुए। बातों ही बातों में इनकी परीक्षा ली जिसमें तीनों बच्चे पास हो गए। मसलन इनकी परीक्षा सिर्फ एक सरकारी विद्यालय की नहीं बल्कि जिला प्रशासन भी रही, जिसने तीनों को आम से खास बना दिया।
सीएम को नरसिंहपुर खुर्द गांव आना था। पूरे विद्यालय की सूरत ही बदल डाली गई। पूर्व माध्यमिक विद्यालय का कक्षा आठ का कमरा सुभाषचंद्र बोस कक्ष हो गया। सातवीं को सरदार बल्लभ भाई पटेल और छठवीं कक्षा डा. भीमराव अंबेडकर कक्ष का नाम दे दिया गया। बहरहाल, सीएम सबसे पहले सुभाषचंद्र बोस कक्ष में घुसे। बच्चों से सीधा सवाल किया ड्रेस, जूते और किताबें तो मिल गईं। छात्रों ने भी एक स्वर में बोला हां, तो अधिकारियों से चेहरे खिल गए। सरदार बल्लभ भाई पटेल कक्ष की बारी आई तो सीएम की निगाहें कमरे की दीवार पर टंगी सरदार पटेल की तस्वीर पर जा टिकी। उन्होंने उस तस्वीर की ओर इशारा करते नरसिंहपुर की चांदनी से सवाल दागा बेटा यह फोटो किसकी है। चांदनी ने भी तपाक से सही उत्तर दिया। अब बारी वाजिदपुर के छात्र कमलेश की थी। सीएम ने सवाल की शुरुआत नाम पूछकर की, जिसका जवाब मिल गया। दूसरे ही पल प्रतिदिन विद्यालय आते हो तो जवाब जी..। संतुष्ट हुए सीएम छठवीं कक्षा यानी डा. भीमराव अंबेडकर कक्ष में घुसे तो जसौली की काजल से डा. अंबेडकर के बारे में जानकारी मांगी। काजल ने भी मंङो हुए विद्यार्थी की तरह बता दिया कि बाबा साहेब भीमराब अंबेडकर ने ही संविधान की रचना की थी। मुस्कुराते हुए सीएम ने आंगनबाड़ी केंद्र का रुख कर लिया।
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