फैजाबाद : ऋतु जमाल यूं तो बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित प्राथमिक विद्यालय उसरू की प्रधानाध्यापक हैं, लेकिन उनकी पहचान इतनी भर नहीं है। यह उनके समर्पण और जुनून की देन है कि प्राथमिक विद्यालय उसरू को देखने वालों की सरकारी स्कूलों के प्रति जमी-जमाई धारणा बदल जाती है। यह विद्यालय न केवल अंग्रेजी माध्यम से संचालित है, बल्कि क्लॉस रूम में प्रोजेक्टर से पढ़ाई होती है। कांवेंट स्कूलों को टक्कर देते इस विद्यालय में पुस्तकालय, खेल के उपकरण, हाल, फर्नीचर आदि भी उपलब्ध है, जबकि विद्यार्थी फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते हैं। इसीलिए इस विद्यालय की शिल्पकार ऋतु जमाल को बीती पांच सितंबर को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वर्ष 1996 में गेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने बतौर शिक्षक को अपना करियर बनाया। यहां से पहले वे लखनऊ के एक नामचीन निजी कॉलेज में शिक्षक रह चुकी हैं। अपने इसी अनुभव के दम पर उन्होंने प्राथमिक विद्यालय उसरू को आदर्श विद्यालय के तौर पर स्थापित किया। वर्ष 2006 में ऋतु जमाल बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के पद पर चयनित हुईं थीं। कुछ वर्षों के बाद उन्हें प्राथमिक विद्यालय उसरू का प्रधानाध्यापक बनाया गया। प्रधानाध्यापक बनने के बाद उन्होंने प्राथमिक विद्यालय उसरू की दशा-दिशा ही बदलकर रख दी।नारी सशक्तीकरणऋतु जमाल
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