DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, January 12, 2016

जालौन : कन्या भोज में फूड प्वायजनिंग से 29 बच्चे हुए बीमार, प्रकरण को एमडीएम से ना जोड़े जाने पर शिक्षक ने ली राहत की सांस

  • फूड प्वायजनिंग से 29 बच्चे बीमार, भर्ती
  • स्कूल न आने पर शिक्षक गया बच्चों के घर तब पता चली घटना
उरई(जालौन)। आटा थाना क्षेत्र के सैदपुरा गांव में फूड प्वायजनिंग से 29 बच्चे बीमार हो गए। सोमवार को प्राथमिक स्कूल के बच्चों के न आने पर शिक्षक उन्हे लेने घर गया तो घटना का पता चला। जिला अस्पताल में
भर्ती कराए जाने के बाद बीमार बच्चों की तबियत में सुधार है। बीमार बच्चों के मुताबिक गांव में कन्या भोज
में खाना खाने के बाद उन्हे उल्टियां शुरू हो गईं।
सैदपुरा गांव में रविवार शाम कन्या भोज हुआ था। इसमें खाना खाने के बाद गांव के खुशी (3), राहुल (4), शिवानी (4), विजय (3), रचना (5), रश्मि (2), राखी (3), मोनिका, राजतिलक(1), आनंद (2), पूजा (3), राधा(1), प्रियंका (3), जानकी (2), कुवंर (5), नितिन, अमित, खुशबू, सक्षम , बावू, विवेक, किशनजी, कुसमा, दुर्गा , एकता, रोशनी और तमन्ना समेत करीब 29 बच्चे बीमार हो गए। सोमवार सुबह शिक्षक भानू यादव ने स्कूल खोला लेकिन बच्चे नहीं आए। इसके बाद वह बच्चों को लेने उनके घर गए तो घटना का पता चला। इसके बाद भानु यादव ने वैन से सभी बीमार बच्चों को जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया । सीएमएस डाक्टर बीबी आर्या ने बच्चों के इलाज का इंतजाम कराया। उन्होंने बताया कुछ बच्चे फूड प्वायजनिंग तो कई बुखार से तप रहे थे। पता चला है जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी बच्चे यूनिफार्म पहने थे। गांव में चर्चा है कहीं बच्चे मिड डे मील खाने से तो बीमार नहीं हुए । बीमार बच्चों को शिक्षक के बजाय परिजनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था। उधर बीएसए राजेश कुूमार ने बताया घटना की जांच के लिए एबीएसए को सैदपुर भेजा गया है। मिड डे मील में गड़बड़ी मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एडीएम आनंद कुमार के मुताबिक बीएसए से बात की है।चूंकि घटना सुबह नौ बजे के आसपास की है, लिहाजा एमडीएम खाने से बच्चों के बीमार होने की बात गलत है। फिर भी मामले की जांच की जा रही है।
डीएम रामगणेश ने बताया सारे बच्चे अब ठीक हैं, उनके गांव में संक्रमण फैलने की सूचना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को सुबह ही गांव रवाना किया गया था। बच्चे मिड डे मील खाने से बीमार नहीं हुए हैं।


No comments:
Write comments