📌 आरटीआई, मनरेगा, मानवाधिकार, डेंगू और चिकनगुनिया के बारे में जान सकेंगे स्कूली छात्र
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड ने ग्यारहवीं-बारहवीं के कोर्स को अलग करने के बाद व्यापक बदलाव किया है। अब बारहवीं के छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ सूचना के अधिकार (आरटीआई) 2005 के महत्व के बारे में भी बताया जाएगा। इसके अलावा पाठ्यक्रम में कई अन्य विषय भी जोड़े गए हैं।
यूपी बोर्ड की ओर से तैयार बारहवीं समाज शास्त्र के प्रश्नपत्र में सूचना के अधिकार अधिनियम-2005, महत्व, उसके उपयोग तथा इसके दुरुपयोग रोकने के उपाय के बारे में जानकारी दी जाएगी। छात्रों को मनरेगा के सामाजिक महत्व, महिला उत्पीड़न के बारे में भी बताया जाएगा। भूगोल के कोर्स में वर्षा जल संचयन, भूगर्भ जल संवर्धन को शामिल किया गया है। खेलकूद एवं शारीरिक शिक्षा के कोर्स में बाल अधिकार, बाल संरक्षण, मानव अधिकार को शामिल किया गया है। जीव विज्ञान के कोर्स में स्टेम सेल जैसी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया के कारण-लक्षण, बचाव को शामिल किया गया है।
गणित के कोर्स में एक बार फिर से अनुक्रम तथा श्रेणी-हरात्मक श्रेणी को शामिल किया है तो निर्देशांक ज्यामिति के कोर्स में बीच में कोर्स से हटा दिए गए सरल रेखा, परवलय, दीर्घवृत्त, अति परवलय को शामिल किया गया है। सदिश विश्लेषण के पुराने पाठ्यक्रम को दोबारा अपनाया गया है। बोर्ड ने रसायन विज्ञान बारहवीं एवं ग्यारहवीं के कोर्स के व्यापक बदलाव किया है। नागरिक शास्त्र के छात्रों मानवाधिकार: अर्थ, परिभाषा, महत्व विशेषकर महिलाओं तथा बच्चों के संदर्भ जानकारी दी जाएगी। इसी के साथ छात्रों को नवगठित नीति आयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
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