लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) ने मुख्यमंत्री व
शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर छात्र हित में शिक्षकों को शिक्षण कक्ष
अलावा जैसे चुनाव ड्यूटी अथवा जनगणना, न सौंपे जाने की मांग की है। वर्ष
2015-16 में विद्यालयों में 31 अगस्त तक छात्रों के प्रवेश हुए हैं। इसके
पश्चात पंचायत चुनाव तथा जनगणना में शिक्षकों की ड्यूटी लगा देने के
परिणाम स्वरूप विद्यालयों के शिक्षण कक्ष शिक्षक विहीन रहे। विद्वानों और
न्यायमूर्तिगणों की मान्यताओं की ओर संकेत करते हुए पत्र में कहा गया है
कि शिक्षण कक्ष में शिक्षक का कोई विकल्प नहीं होता। इसी कारण छात्रों की
अपूर्णनीय क्षति हुई है। वास्तविक शिक्षण कार्य के समय शिक्षकों को शिक्षण
कक्ष से भिन्न विद्यालय के बाहर लगाया जाना छात्र हितों के सर्वथा विपरीत
है, क्योंकि उनका वह समय कभी वापस नहीं आता।
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