संसू, फैजाबाद: सर्व शिक्षा अभियान के तहत अब कमजोर तबके के बच्चों का दाखिला निजी स्कूल में तभी हो सकेगा जब घर के आस-पास सरकारी स्कूल न हो या फिर स्कूलों में सीट फुल हो गई हों। ऐसे बच्चों की तलाश का काम शिक्षा विभाग के अधिकारी वार्ड सभासद के सहयोग से करेंगे। सभासद अपने वाडरें में बच्चों की पहचान कर अधिकाधिक आवेदन कराएंगे। इस बारे में शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी हो चुका है। फैजाबाद में सिर्फ 11 ऐसे वार्ड हैं, जहां उक्त मानक के अनुरूप सरकारी विद्यालय नहीं हैं। सर्व शिक्षा अभियान में उक्त व्यवस्था के अंतर्गत एक लाख रुपए से कम आय वाले तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों का ख्याल रखा गया है। साथ ही अनुसूचित, अनुसूचित जनजाति व सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को भी इसका लाभ हासिल होगा। नि:श क्त बच्चे , एचआइवी अथवा कैंसर पीड़ित माता पिता के बच्चों के साथ ही निराश्रित बच्चे भी इसका फायदा उठा सकेंगे। शिक्षा विभाग के अनुसार शहर के 11 वाडरें में ऐसे बच्चों का चयन होना है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का सहयोग वार्ड सभासद करेंगे। सरकार की ओर से इस बावत निर्देश भी मिला है। निर्देश के अनुसार बच्चों का चयन कर प्रवेश फार्म सभासद भराएंगे। बाद में इसे नगर शिक्षा अधिकारी के सुपुर्द करेंगे। यहीं से बच्चों के प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इन्हीं बच्चों से निजी स्कूलों की 25 प्रतिशत सीटें भरी जानी हैं। दाखिला केवल नर्सरी व कक्षा एक में ही हो सकेगा। प्रवेश फार्म नि:शुल्क हासिल होगा। ग्रामीण क्षेत्र में भी अगर ऐसी परिस्थितियां मिलती हैं तो वहां के नुमाइंदों के सहयोग से बच्चों का दाखिला बगैर शुल्क के शिक्षा विभाग कराएगा। एक अन्य व्यवस्था के तहत ऐसे जरूरतमंद सीधे नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। 1देना होगा छह विद्यालयों का विकल्प 1फैजाबाद: इस योजना में अपने बच्चों को दाखिला दिलाने का सपना देखने वाले अभिभावकों को फार्म भरते वक्त छह स्कूलों का नाम विकल्प के रूप में भरना होगा। इतना ही नहीं घर से अनुमानित दूरी भी बतानी होगी। इसी प्राथमिकता के आधार पर बच्चों को स्कूलों में प्रवेश मिल सकेगा।1नि:शुल्क मिलेगा दाखिला 1फैजाबाद: इस व्यवस्था के अंतर्गत गरीब बच्चों का निजी स्कूलों में दाखिला नि:शुल्क किया जाएगा। सरकार की ओर से स्कूलों को शुल्क प्रतिपूर्ति मुहैया कराएगी। इसकी पुष्टि नगर शिक्षा अधिकारी हेमलता त्रिपाठी ने की है।
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