भोगांव : परिषदीय स्कूलों की व्यवस्थाएं अब कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर नजर आएंगी। अब इन स्कूलों में हर महीने बच्चों के शैक्षिक विकास और उनके व्यवहार की जानकारी का आदान प्रदान करने के लिए मदर्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। शासन ने इस संबंध में पहल शुरू कर दी है। नवीन शैक्षिक सत्र के आगाज के साथ ही शुरू हुए स्कूल चलो अभियान के माध्यम से परिषदीय स्कूलों की सूरत को संवारने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है। स्कूल के वातावरण से अब बच्चों के अभिभावक रूबरू होंगे। अब परिषदीय स्कूलों में हर महीने बच्चों की मां पहुंचकर पढ़ाई और व्यवस्थाओं के बारे में पड़ताल कर सकेंगी। बेसिक स्कूलों में मदर्स टीचर मीटिंग (एमटीएम) का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में बच्चों की मां उनके घरेलू बर्ताव और शैक्षिक लगाव के बारे में गुरुजनों से विस्तृत वार्ता कर व्यवस्था में परिवर्तन के लिए सहभागी बनेंगी। हर महीने में एक बार होने वाली एमटीएम की बैठक के लिए शनिवार या रविवार का दिन स्कूल के प्रधानाध्यापक तय करेंगे। बच्चों को स्कूल से मिलने वाले होमवर्क की निगरानी करने के बाद मां हर महीने में स्कूल में पहुंचकर उनकी अन्य गतिविधियों की जानकारी स्टाफ को उपलब्ध कराएंगे। मां के फीडबैक के आधार पर बच्चे के अंदर मुख्य कमियों को चिन्हित कर उन्हें दुरुस्त करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
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