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Wednesday, April 20, 2016

जरूरत के हिसाब से ही मंगाई जाएं किताब, कॉपी , सीबीएसई स्कूलों में भारी बस्ते से मिलेगा छुटकारा

📌रैक का भी सुझाव सीबीएसई ने इसी सरकुलर में स्कूली छात्रों को आलमारी में रैक देने का भी सुझाव दिया है। बोर्ड की कल्पना यह है कि आलमारी में रैक सुनिश्चित होने पर बच्चे आवश्यक किताबें और रेफरेंस बुक वहीं रखें।

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) से जुड़े स्कूलों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। बोर्ड ने स्कूल बस्ते का भार कम करने की हिदायत दी है। कहा है कि केवल उतनी ही किताब और कापियां मंगाई जाएं, जितनी जरूरी हैं। निर्देश का पालन न करने वाले स्कूलों को कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।बोर्ड के एडिशनल डायरेक्टर ने हाल ही में इस संबंध में निर्देश जारी किया है। कई बिंदु सुझाए गए हैं। कहा गया है कि शिक्षक और अभिभावक दोनों ही यह देखें कि बच्चा टाइम टेबल के आधार पर ही पुस्तकें ले जा रहा है अथवा नहीं। स्कूल टाइम टेबिल में पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों पर भी जोर दिया गया है। ऐसा होने पर बस्ते का भार कम होगा। बोर्ड ने कहा है कि सभी स्कूल हर कक्षा के टाइम टेबिल में को-करकुलर एक्टिविटी को तरजीह दें। क्रिएटिविटी और समस्याओं के निस्तारण की क्षमता विकसित की जाए।

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