पढ़े भारत बढ़े भारत’ योजना के तहत 20 स्कूलों के बाल वैज्ञानिकों ने विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग किया। उन्होंने स्वर, व्यंजन और खेल-खेल में गणित समझने का मॉडल प्रस्तुत कर मेधा दिखाई। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित भाषा एवं गणित विज्ञान प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक रमेश कुमार ने कहा कि परिषदीय स्कूलों के बाल वैज्ञानिकों की बौद्धिक क्षमता देखते ही बन रही है। छात्र-छात्रओं ने पोस्टर के माध्यम से गणित विषय को सरल बना दिया है। चित्रों के माध्यम से गणित के प्रश्न हल करने के प्रयास सराहनीय हैं। विशिष्ट अतिथि महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या मोनिका दत्ता ने कहा कि बाल वैज्ञानिकों की सोच सराहनीय है। स्वर व व्यंजन को बड़े ही आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया है। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने कहा कि बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित की गई है। पोस्टर, चित्र व मॉडल के माध्यम से छात्र-छात्रओं ने भाषा, विज्ञान व गणित जैसे कठिन विषय को समझने के जो तौर तरीके बताए हैं, वह सराहनीय हैं। कहा कि अक्सर विद्यार्थियों के अंदर गणित व विज्ञान विषय के प्रति रुचि कम होती है। इन विषयों के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से ही विज्ञान प्रदर्शनी लगवाई गई है।
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