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Sunday, May 8, 2016

बागपत : पिता की चाय का दुकान बना छात्र की पढ़ाई के लिए अभिश्राप, छात्र के पिता ने की स्‍कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा कायम करने की मांग

बडौत के एक व्‍यक्ति ने नगर के कालेज प्रबंधन पर उसके बेटे को महज इस वजह से स्‍कूल से निकालने का आरोप लगाया है कि वह नगर में चाय की दुकान चलाता है। उसका आरोप है कि दो सालों से उसका बेटा पढाई के बिना घर बैठा हुआ है मगर उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

उसने डीएम बागपत को शिकायती पत्र देकर स्‍कूल प्रबंधन के खिलाफ कारवाई करने और बेटे का एडमिशन उसी कालेज में कराने की मांग की है। बडौत निवासी मंगत राम जैन माेहल्‍ला ठाकुरद्वारा में चाय की दुकान चलाता है। उसका बेटा अरिहंत जैन नगर के लार्ड महावीरा एकेडमी में पढता था।

वर्ष 2013-14 में उसने इसी स्‍कूल से कक्षा पांच उर्त्‍तीण की थी। मंगतराम का आरोप है कि स्‍कूल ने कक्षा छह में प्रवेश देने के बजाया उसकी टीसी काटकर दे दी। पूछने पर बताया कि वह चाय बेचता है इस लिये उसका बेटा यहां नहीं पढ सकता इससे दूसरे बच्‍चों पर गलत असर पडता है।

डीएम को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि पिछले दो सालों से वह इसी स्‍कूल में दाखिले के लिये चक्‍कर लगा रहा है, मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए डीएम ह्रदय शंकर तिवारी ने जिला विधालय निरीक्षक आशुतोष भारद्वाज को जांच सौप दी। इसके बाद डीआईओएस ने दोनों पक्षों को बुलाकर वार्ता भी कराई मगर कोई हल नहीं निकल सका। अब छात्र के पिता ने स्‍कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा कायम करने की मांग की है।

उधर स्‍कूल के प्रधानाचार्य विक्रम सिंह का कहना है कि बच्‍चे के अभिभावक खुद ही स्‍कूल से टीसी कटवाकर ले गए थे। चाय वाला कहने का आरोप बेबुनियाद है। ये सब स्‍कूल को बदनाम करने की साजिश है। डीआईओएस आशुतोष भारद्वाज का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों पक्षों को बुलाया गया था। दोनों पक्षों ने लिखित में अपनी बात रखी है जांच कराई जा रही है जिसके बाद कारवाई की जाएगी।

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