परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर अर्ह युवाओं ने स्थानीय लॉज में एक बैठक की। इस दौरान युवाओं ने सरकार से सात हजार उर्दू शिक्षकों की भर्ती शीघ्र शुरू करने की मांग की। इस दौरान वक्ताओं ने सरकार पर सिर्फ आश्वासन देने का आरोप लगाया। कहा कि शिक्षा मंत्री से भी मिले लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। आक्रोशित अर्ह युवाओं का कहना है कि यदि सरकार जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं करती तो उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उनका कहना है कि सीएम ने भी भर्ती किए जाने की घोषणा विस चुनाव के दौरान की थी लेकिन अभी तक सरकार ने इस पर अमल तक नहीं किया। कहा गया कि शिक्षा के अधिकार कानून के अंतर्गत भाषा शिक्षकों की नियुक्ति अनिवार्य है पर इसकी अवहेलना हो रही है। उच्च प्राथमिक टीइटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले मोहम्मद मुश्ताक, सना आफरीन, एजाज अहमद ने कहाप कि उर्दू सहायक अध्यापकों की भर्ती कई बार की गई लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय में बीते 22 वर्ष से भर्ती नहीं हुई है। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की उलटवासी तो देखिए, प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू की पढ़ाई होती है लेकिन जूनियर विद्यालयों में इस विषय को पढ़ाने वाला कोई नहीं है। इस दौरान सरकार से भर्ती शुरू किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान दर्जनों युवा मौजूद है।
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