भदोही : ....तो बगैर पुस्तक के ही जाना पड़ेगा स्कूल , नि:शुल्क पुस्तकों के आमद के नहीं दिख रहे आसार
ज्ञानपुर (भदोही) : ग्रीष्मावकाश के बाद परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के खुलने में महज दस दिन का समय शेष रह गया है। महकमा विद्यालय खुलने के साथ ही द्वितीय चरण में स्कूल चलो अभियान चलाकर बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने से लेकर नामांकन संख्या को बढ़ाने की तैयारी में जुट चुका है किंतु नि:शुल्क वितरित होने वाली पुस्तकों के आमद के कोई आसार न दिखने से बच्चों को खाली हाथ बगैर पुस्तकों के ही विद्यालय की आवाजाही करनी पड़ सकती है। परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा को बढ़ावा देने व बच्चों की सुविधा के लिए तमाम कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इसी क्रम में अध्ययनरत कक्षा एक से लेकर आठ तक के समस्त बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें भी मुहैया कराने की योजना संचालित की जा रही है। अब देखा जाय तो गत वर्षों में ग्रीष्मावकाश के दौरान ही पुस्तकें आ जाया करती थी। शिक्षण सत्र शुरू होने के साथ ही उनका वितरण सुनिश्चित कर दिया जाता था। जबकि इस बार शिक्षण सत्र का पहला अप्रैल माह बगैर पुस्तकों के ही गुजर गया तो ग्रीष्मावकाश के बाद एक जुलाई से दोबारा खुलने जा रहे विद्यालयों में भी पुस्तक मिलने का कोई आसार नहीं दिख रहा है। कारण है कि अभी तक निदेशालय स्तर से एक भी पुस्तक नहीं भेजी जा चुकी है। ऐसे में यदि अब ध्यान नहीं दिया गया तो बच्चों को बिना पुस्तक के ही विद्यालय की आवाजाही करने को मजबूर होना पड़ेगा। वैसे सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक आरके सिंह का कहना रहा कि शासन स्तर से ही अभी तक पुस्तकें नहीं भेजी जा सकी है। आने के बाद ही वितरित कराया जाएगा। बताया कि वैसे जो बच्चे अगली कक्षा में पहुंचे है उनकी पुरानी पुस्तकों को उस कक्षा में पहुंचने वाले दूसरे बच्चों को दिलाई गई है।
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