बस्ती : टास्कफोर्स के निशाने पर एमडीएम संचालित परिषदीय स्कूल , योजना में गोलमाल की शिकायत पर गंभीर हुआ विभाग
दुबौला, बस्ती : जिले के 2 सौ 56 परिषदीय स्कूलों में संचालित हो रही मध्यान्ह भोजन योजना का सच जानने के लिए विभाग गंभीर हो गया है। विद्यालय स्तर पर जिम्मेदारों द्वारा गोलमाल किए जाने की शिकायत के बाद अब कई विद्यालय टास्क फोर्स के निशाने पर हैं। बीएसए ने निर्देश जारी कर चार दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का कहा है। रिपोर्ट में जिन विद्यालयों में गोलमाल उजागर होगा, उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी।सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह ने प्रदेश के पचास सूखाग्रस्त जिलों में शामिल बस्ती के परिषदीय विद्यालयों व सभी मदरसों में बच्चों को गर्मी के अवकाश में भी मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने को कहा। जिसके बाद सभी स्कूलों में व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई। विद्यालयों पर भोजन बनना शुरू हुआ लेकिन अधिकांश स्कूलों पर बच्चों के न आने की सूचना विभाग को दी जाने लगी। पहले तो अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को भोजन के लिए स्कूल तक लाने का प्रयास किया गया, बावजूद कोई सफलता नहीं मिली। विद्यालय स्तर से आने वाली रिपोर्ट के आधार पर जिले के 22 सौ 95 परिषदीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया। इसके पीछे उक्त विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति शून्य होना कारण बताया गया। जबकि शेष दो सौ छप्पन में पूर्व की भांति योजना संचालित रही। लेकिन अब इनमें से अधिकांश विद्यालयों द्वारा बच्चों की उपस्थिति को लेकर गोलमाल किए जाने की शिकायत आनी शुरू हो गई।इन ब्लाकों में संचालित हो रही योजना: वर्तमान में जिले के विक्रमजोत के 114, कुदरहा 23, बहादुरपुर 41, दुबौलिया 8, सल्टौआ 9, कप्तानगंज 18, रूधौली 8, परशुरामपुर 7, साऊंघाट 4, शहरी क्षेत्र 2 तथा बस्ती सदर ब्लाक के 22 विद्यालय में भोजन बन रहा है।
एमडीएम सेल को मिली जिम्मेदारी: 2 दौ 56 स्कूलों में संचालित हो रही योजना का सच जानने के लिए बीएसए ने एमडीएम सेल के अलावा टास्कफोर्स को जिम्मेदारी सौंपी है। डीसी मध्यान्ह भोजन अमित मिश्र ने बताया कि उक्त विद्यालयों के स्थलीय जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले चरण में हरैया तहसील क्षेत्र के विद्यालयों में जांच की जाएगी। हर तीन दिन पर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी। बीएसए ने कहा: जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि जिन स्कूलों में योजना संचालित हो रही है, उनका स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। जांच में लापरवाही उजागर होगी तो संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी।
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