मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए डयूटी पर लगाए गए शिक्षकों ने मनमानी दिखाई है। ऐसे में तहसील प्रशासन ने संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है। हालांकि शिक्षकों की मनमानी के चलते कर्मचारियों की दिक्कत ङोल रहे तहसील प्रशासन ने अन्य कर्मचारियों को तैनात किया है।1राज्य निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुसार नगरीय निकायों के मतदाता सूचियों के वृहद पुनरीक्षण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग से शिक्षकों तथा शिक्षामित्रों को लगाया गया था। इस बाबत बीएसए कार्यालय की ओर से सौंपी गई सूची के आधार पर ही शिक्षकों को नगरीय क्षेत्र में बीएलओ की कमान सौंपी गई थी। उक्त सूची में शामिल 96 शिक्षकों के सापेक्ष 11 शिक्षकों ने ड्यूटी करने से इंकार कर दिया। हालांकि उक्त में शामिल शिक्षामित्र सरिता देवी ने बाद में आकर डयूटी स्वीकार की। अन्य दस शिक्षक मनमानी करते हुए पुनरीक्षण संबंधी स्टेशनरी लिया जाना दूर तहसील कार्यालय तक ही उपस्थित नहीं हुए। ऐसे में उप जिलाधिकारी की ओर से उक्त शिक्षकों के विरुद्ध राज्य निर्वाचन आयोग के आदेशों की अवहेलना किए जाने के मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है। खंड शिक्षा अधिकारी को भेज गए पत्र में तहसील प्रशासन ने बीएलओ की डयूटी से भागे सहायक अध्यापक प्रेम नारायण, मोनीषा, मिथिलेश कुमारी, आशा यादव, संध्या चतुर्वेदी, अर्चना, सरस्वती मिश्र, रेनू यादव, बीना यादव तथा शिक्षामित्र कंचन यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए अवगत कराने को कहा गया है। सहायक निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को भी शिक्षकों की मनमानी से अवगत कराया गया है। उप जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
No comments:
Write comments