बीटीसी 2015 में एडमिशन के लिए भले ही 50 हजार से ज्यादा लोगों ने काउंसिलिंग कराई, लेकिन फाइनल कट ऑफ के बाद मूल प्रमाण पत्र जमा कराने को कुछ ही पहुंचे। डायट की फ्री सीट पर नंबर न आने पर अभ्यर्थी अपने गृह नगर में ही एडमिशन देख रहे हैं। खाली सीट भरने के लिए अब दूसरी काउंसिलिंग होगी। बीटीसी में एडमिशन के लिए फाइनल कट ऑफ जारी की थी। कट ऑफ में आने वाले अभ्यर्थियों को एडमिशन के लिए मूल प्रमाण पत्र जमा कराने थे, लेकिन जिन अभ्यर्थियों का डायट की फ्री सीट पर नंबर आया वो तो एडमिशन के लिए पहुंच गए, लेकिन निजी कॉलेजों में एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाई दिया। आगरा में रहने वाले अभ्यर्थियों ने तो प्रमाण पत्र जमा करा दिए हैं, लेकिन बाहरी जिलों के अभ्यर्थी वापस लौट गए हैं। ऐसे में पहली काउंसिलिंग में दो हजार अभ्यर्थी ही आए। अभी ढाई हजार सीटें खाली रह गई हैं। इनको भरने के लिए दूसरी काउंसिलिंग होगी। इसके लिए मेरिट डाउन की है। माना जा रहा है कि इस काउंसिलिंग में निजी कॉलेजों की सभी सीटें भर जाएंगी। सात अगस्त तक काउंसिलिंग होगी। इसके बाद कॉलेज आवंटन किए जाएंगे। फ्री सीट के लिए आई थी भीड़ पिछले दिनों हुई काउंसिलिंग में 40 हजार अभ्यर्थी आए थे। इनमें से 80 फीसद दूसरे जिलों के थे। उन्हें उम्मीद थी कि डायट की फ्री सीट पर उनका एडमिशन हो जाएगा।
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