फतेहपुर, : कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की पोल गुरुवार को उस समय खुल गयी जब डीएम डॉ. वेदपति मिश्र ने यहां पहुंच कर छात्रओं के बीच शिक्षक की भूमिका निभा उनका बौद्धिक स्तर परखा। डीएम ने कक्षा छह की छात्र से ‘वह जाता है’ का संस्कृत अनुवाद पूछा, जिसका उत्तर न मिलने पर उन्होंने अगली कक्षा में विज्ञान क्या है। यह सवाल पूछा। हैरत यह कि यहां भी उत्तर नहीं मिला स्थिति पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने शिक्षा की गुणवक्ता ठीक करने का निर्देश देते हुए यहां की व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया।
खान-पान के बारे में उन्होंने छात्रओं से जानकारी ली। यहां छात्रओं को बांटा जाने वाला दूध देखकर इसकी गुणवक्ता पर सवाल उठा। मिलावट की आशंका जाहिर कर सीबीओ को निर्देश दिए कि वह यहां आने वाले दूध की गुणवक्ता जांच कर रिपोर्ट दे।
यहां बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर न लगाए जाने पर वार्डेन क्षमा तिवारी को निर्देश दिए कि वह सीएमओ से मिलकर इसी माह यहां एक कैम्प लगवाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराए। उन्होंने कहा कि आवासीय स्कूलों के लिए सरकार हर सुविधा दे रही है, शिक्षक मनोयोग से पढ़ाई में ध्यान दे। जो सुविधाएं है उसमें कटौती न की जाए। उन्होंने हर एक कस्तूरबा स्कूल को चेक करने की बात कही। इस मौके पर उनके साथ एसडीएम व जिला सूचना अधिकारी मौजूद रहे।
No comments:
Write comments