स्कूल जहां एप्पल की स्पेलिंग भी नहीं जानते गुरुजी
बरेली वरिष्ठ संवाददातायह एक ऐसा स्कूल है, जहां अभिभावकों को खुश रखने के लिए बच्चों को सभी विषयों में ए-प्लस ग्रेड ही दिया जाता है। लेकिन स्कूल का यह दाव उल्टा पड़ गया। अपने ही बच्चे की प्रगति रिपोर्ट देखकर एक अभिभावक जब स्कूल गया तो देखा कि यहां तो शिक्षक ही गुरुघंटाल हैं। बच्चों की कॉपी पर शिक्षक ने एप्पल को ंस्र’ी लिखा है और उस पर सही का निशान है। मामला मिनी बाइपास के एक स्कूल का है। प्री नर्सरी से आठवीं तक शिक्षा दे रहे स्कूल को बेसिक शिक्षा से मान्यता भी प्राप्त है। दरअसल, इस स्कूल में पढ़ रहे एक बच्चे को संस्कृत का ‘स’ यानी प्राथमिक जानकारी भी नहीं है लेकिन परीक्षा में उसे ए-प्लस ग्रेड दे दिया गया। घर पर जब बच्चे के पिता ने स्कूल की रिपोर्ट देखी तो चौंक गए। उन्हें कुछ शक हुआ और वो स्कूल पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने बच्चे की कॉपी दिखाने को कहा। कॉपी पर उन्होंने देखा कि हिन्दी-अंग्रेजी के कई शब्द गलत लिखे हुए हैं। ये शब्द भी शिक्षक ने ही लिखे हैं। ऐसे में गलत शब्द पर भी नंबर पूरे दिए गए हैं। यहां तक कि कॉपियों पर एप्पल की गलत स्पेलिंग को भी सहा बताया गया है। घर पहुंचकर उन्होंने स्कूल में पढ़ रहे बाकी बच्चों के अभिभावकों को यह बात बताई। नाराज अभिभावक स्कूल पहुंचे और उन्होंने जमकर हंगामा काटा। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल वाले उन्हें टीसी नहीं दे रहे। लोगों ने बीएसए से स्कूल की मान्यता निरस्त करने की मांग की है।
यह शब्द गलत लिखे
ऑरेंज - Orenge अगस्त - Augast
एप्पल - Aple बॉल - Boll
जुलाई - Julie एग - Agg
सोशल मीडिया पर छाई स्कूल की करतूत
बच्चों को ज्ञान के नाम पर अज्ञान बांट रहे स्कूल की करतूत सोशल मीडिया पर छाई हुई है। शहर के कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री को ट्वीट करके शिक्षा का स्तर सुधारने की मांग की है। लोगों ने पूछा है कि यह किसकी गलती है।
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