खुले शौच जाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने और हर घर को शौचालय से युक्त करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से मदद ली जाएगी। जिले भर के स्कूलों में इस रणनीति के तहत काम करने के लिए डीपीआरओ की अध्यक्षता में हुई बैठक में खाका तैयार किया गया। घरों को शौचालय से लैश करने के लिए बच्चों की मदद से सूची बनाई जाएगी और फिर अभिभावकों की बैठक बुलाकर खुले में शौच करने से होने वाली दिक्कतों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। सरकारी योजनाओं का लाभ और व्यक्तिगत तौर पर शौचालय बनवाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जाएगा। विकास भवन के सभागार में गुरुवार को डीपीआरओ जीतेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की बैठक बुलाई गई। जिसमें विभाग के मुखिया बीएसए विनय कुमार, सभी खंड शिक्षाधिकारी और ब्लाक सह समन्वयक तथा न्याय पंचायत समन्वयकों ने भाग लिया। दो टूक शब्दों में समझाया गया कि खुले में शौच क्रिया को बंद कराने की शासन की मंशा का पालन किया जाना है। डीपीआरओ ने कहाकि यह काम पूरी निष्ठा के साथ हर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल में किया जाए। जिसकी मानीटरिंग बीएसए और एबीएसए स्तर से की जाए। सूची बनाने के बाद अभिभावकों की बैठक में जंगल में शौच जाने से होने वाली दिक्कतों पर विस्तार से प्रकाश डाला जाए। बीएसए विनय कुमार सिंह ने बताया कि जल्द की प्रक्रिया पूरी करके जिला प्रशासन को अवगत कराया जाएगा।
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