स्थानीय शिक्षा क्षेत्र में 67 नए शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण किया है। इन्हें शिक्षक विहीन, एकल आदि 50 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा तैनाती कर दी गई है। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे परिषदीय विद्यालयों का शैक्षिक माहौल अब मजबूत होने की आस जगी है। भीटी शिक्षा क्षेत्र में 112 प्राथमिक व 44 उच्च प्राथमिक विद्यालय है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय बेला व पूरे दरबार आठ माह से शिक्षक विहीन थे। यहां बगल स्थित प्राथमिक विद्यालयों के एक-एक शिक्षकों को विभाग ने उधार की तैनाती कर कोरम पूरा किया था। वहीं करीब 28 विद्यालय एकल शिक्षक के सहारे थे, जो विभागीय कार्य पड़ जाने, अवकाश लेने की दशा में या तो बंद करने पड़ते थे या फिर रसोइया के सहारे हो जाते थे। ऐसे में पूरा दिन बच्चे खेलकूद करते रहते थे। इसकी शिकायत अभिभावकों द्वारा उच्चधिकारियों से भी कई बार की जा चुकी है, लेकिन शिक्षकों के अभाव को देखते हुए विभाग भी आश्वासन देकर मामले को टाल देता था।
प्राथमिक के 112 विद्यालयों में 12 हजार 852 तथा उच्च प्राथमिक के 44 विद्यालयों में 3500 समेत कुल 16 हजार 325 छात्र है। प्राथमिक में मानक के अनुरूप 322 शिक्षक होना चाहिए। इसके सापेक्ष 344 की तैनाती है। वहीं उच्च प्राथमिक में मानक 117 के सापेक्ष 187 शिक्षक हो गये है। उक्त शिक्षा क्षेत्र में 439 के सापेक्ष 533 शिक्षक हो गये है। खंड शिक्षा अधिकारी केपी सिंह ने बताया कि प्रति विद्यालय कम से कम दो शिक्षक तैनात है। अन्य विद्यालयों में छात्र अनुपात से तैनाती की गई है। विद्यालयों में शैक्षिक माहौल मजबूत होगा। अवशेष पुस्तकें प्राप्त होते ही वितरण करा दिया जाएगा।
पुस्तकों की अपूर्ति अधूरी भीटी : स्थानीय शिक्षा क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में अभी भी 13 फीसद पुस्तकें नहीं पहुंच सकी है। जबकि वर्तमान शिक्षा सत्र को आठ माह पूरे होने वाले है। इससे करीब साढ़े 16 हजार बच्चों की पढ़ाई बाधित है।
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