डीएम के निर्देश पर हाल ही में बीईओ ने नगर क्षेत्र में परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण किया था। इस दौरान तमाम स्कूलों में एमडीएम की गुणवत्ता खराब पाई गई थी। डीएम की ओर से बीएसए को भेजी गई अनुमोदित रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई थी। जिस पर बीएसए ऐश्वर्या लक्ष्मी यादव ने मंगलवार को सुबह एनजीओ के सेंटरों का निरीक्षण किया। उन्होंने राष्ट्रीय निर्बल उत्थान, निर्बल सेवा संस्थान और सघन क्षेत्र विकास समिति तीनों एनजीओ के किचन की जांच की। इस दौरान बीएसए ने स्कूलों में परोसने के लिए तैयार एमडीएम को खाकर उसकी गुणवत्ता जानी। निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता सामान्य पाई गई। एनजीओ सेंटर में कुछ स्थानों पर गंदगी मिली। जिस पर साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए गए। हालांकि सघन क्षेत्र विकास समिति एनजीओ के संचालक की ओर से एमडीएम का रजिस्ट्रर प्रस्तुत नहीं किया जा सका। जिस पर बीएसए ने संचालक को तलब किया। संचालक की ओर से रजिस्ट्रर नहीं बनाने की बात पर बीएसए ने जमकर फटकार लगाई। संचालक को रजिस्ट्रर नहीं बनाने पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।
रजिस्ट्रर न बनाकर होती है हेरफेर एमडीएम बनाने वाली एनजीओ रजिस्ट्रर न बनाकर छात्र संख्या में जमकर हेरफेर करती है। रजिस्ट्रर में छात्रों की संख्या अधिक दिखाई जाती है। बढ़ी हुई संख्या के एमडीएम का पैसा हजम कर लिया जाता है। डीएम के निरीक्षण की रिपोर्ट में भी एक स्कूल में करीब डेढ़ महीने एमडीएम नहीं बांटे जाने की पुष्टि हुई थी।एमडीएम की गुणवत्ता में सुधार के लिए निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में गुणवत्ता सही पाई गई। एक एनजीओ संचालक रजिस्ट्रर नहीं दिखा पाया। उसे रजिस्ट्रर बनाने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी।
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