लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज में शिक्षक राम अशीष सिंह की मौत के मामले में शनिवार को पत्नी रुचि सिंह ने पहले मुख्यमंत्री के हाथ से 10 लाख रुपये लेने से इन्कार कर दिया और नौकरी संग 30 लाख रुपये की मांग दोहराई। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परिजनों को समझाया और मांग पूरा कराने का भरोसा दिलाया। तब जाकर रुचि ने चेक लिया। घुघली विकास खंड अंतर्गत ग्राम पिपरिया कड़जहां निवासी रामपाल सिंह ने बताया कि पिता राम किशुन, भाभी रुचि सिंह व बच्चों को लेकर मुख्यमंत्री के बुलाने पर लखनऊ गया। नाम पुकारे जाने पर रुचि सिंह ने मुख्यमंत्री के हाथ से दस लाख रुपये का चेक लेने से मना कर दिया। कहा कि यह पैसा काफी कम है। दो छोटे बच्चे हैं। हमारे सामने पहाड़ सी जिंदगी पड़ी है। ससुर उम्र के अंतिम पड़ाव पर हैं। बच्चों संग पूरे परिवार की परवरिश के लिए 30 लाख रुपये व परिवार के एक सदस्य को नौकरी की दरकार है। तब मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर बुलाया। सौहार्दपूर्ण वातावरण में हमारी समस्या सुनी। कहा कि शिक्षक राम अशीष सिंह को तो जीवित नहीं कर सकता पर परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। सीएम के समझाने के बाद पत्नी रुचि ने चेक ले लिया।
No comments:
Write comments