मिड-डे मील में लापरवाही खंड शिक्षा अधिकारियों को भारी पड़ सकती है। यूजर आईडी का प्रयोग न करना और फोन पर एसएमएस आने के बाद भी गंभीरता न बरतने पर शासन स्तर से नाराजगी जताई गई है। जिलाधिकारी के आदेश पर बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को सुधार की चेतावनी जारी की है और फिर ऐसी स्थिति आने पर विभागीय कार्रवाई की बात कही है।
परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे मील पर शासन से लेकर प्रशासन गंभीरता बरत रहा है। मुख्यमंत्री खुद इसके लिए गंभीर हैं। विद्यालयों में भोजन पर नजर रखने के लिए दैनिक अनुश्रवण प्रणाली संचालित है। जिसमें कंप्यूटराइज्ड काल से सूचना मांगी जाती है। जो सूचना आती है वह विकास खंडों पर खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजी जाती है। जिसके लिए उन्हें एक यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराया गया है। बताया जाता है कि विद्यालयों में खाना नहीं बनता और उसकी सूचना बीइओ को दी जाती है तो वह भी कोई ध्यान नहीं देते और तो और आईडी का प्रयोग तक नहीं करते। अभी देखा गया तो 21 विद्यालयों में खाना न बनने की बात सामने आई थी। बीइओ को सूचना देने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया। जिस पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया और डीएम ने नाराजगी जताई है। जिलाधिकारी के आदेश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारियों को सुधार की बात कही है। बीएसए ने बताया कि जिन विद्यालयों में खाना न बनने की बात सामने आई है। खंड शिक्षा अधिकारी उन विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण करें और सूचना दें। ऐसा न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित कर दी जाएगी।
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