हजरतगंज में पुलिस की लाठीचार्ज से हुई शिक्षक की मौत के मामले की जांच को लेकर अफसर कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह बाद इसकी मजिस्ट्रेटी जांच शुरू नहीं हो पाई है। हजरतगंज में पुरानी पेंशन मांग को लेकर सहअध्यापकों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बुरी तरह लाठीचार्ज किया था, जिसमें शिक्षक रामआशीष की मौत हो गयी थी। इस पर शासन ने सख्त रुख अपनाते हुए हजरतगंज इंस्पेक्टर को हटाकर एक सिपाही को निलंबित कर दिया था। आशीष के घरवालों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। डीएम सत्येंद्र सिंह ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाने का दावा किया था लेकिन अब तक जांच शुरू नहीं हो पाई है
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