कौशल विकास के आधार पर शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर बदलने का संकल्प है। गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रणाली मानव जीवन के उन्नयन का संबल होती है, केंद्र का प्रयास उस दिशा में प्रभावी और ठोस परिणाम देने का है।
यह बातें केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कही। वह मंगलवार को जिला मुख्यालय पर केंद्रीय विद्यालय भवन का शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम में कुछ कमियां थी, उन्हें संशोधन के माध्यम से दुरुस्त किया जा रहा है। बच्चों पर परीक्षा का बोझ लादना उद्देश्य नहीं, वरन उन्हें चुनौतियों से जूझने के लिए तैयार करना है।
आज 20 करोड़ की लागत से केंद्रीय विद्यालय का शिलान्यास किया है। 18 माह में जब यह बनकर तैयार होगा तो बुद्ध धरा की मेधा चमकदार भाग्य लिखने लगेगी। देश के 29 में से 26 राज्य कक्षा 5 और 8 में बोर्ड परीक्षा के लिए सहमत हो गए हैं, इसके लिए कानून में संशोधन भी करने जा रहे हैं। 1सीबीएसी में कक्षा 10 का बोर्ड एग्जाम होगा। प्रधानमंत्री की परिकल्पना में टीम इंडिया के स्वरूप में छात्र, शिक्षक, अभिभावक और प्रशासन है। तीरन माह में लर्निंग आउट कम कोर्स सिस्टम लागू कर देंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गरीबों की भलाई करने में प्रदेश सरकार नाकाम है।
केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने में भी प्रदेश की सपा सरकार रुचि नहीं लेती है। केंद्रीय विद्यालय खुलने से यहां के बच्चों को शिक्षा का बेहतर अवसर मिलेगा और जिस तरह भगवान बुद्ध के कारण इस धरती को पहचान मिली है उसी तरह यहां के बच्चे भी देश का नाम रोशन करेंगे। हर क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन पर चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले चलने के लिए यहां के राजनीतिक माहौल को बदलना जरूरी है। यहां सत्ता परिवर्तन के साथ व्यवस्था परिवर्तन होना चाहिए। विश्वास है कि उत्तर प्रदेश की जनता इस बार भाजपा के पक्ष में जनादेश देकर परिवर्तन का लक्ष्य पूरा करेगी। जावड़ेकर ने नोटबंदी के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि काले धन पर प्रधानमंत्री ने गहरा चोट किया है। प्रधानमंत्री ने जनता से सिर्फ 50 दिन का सहयोग मांगा है, लेकिन हमें खुशी है कि जनता 60 दिन देने को तैयार है। समारोह को भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम को संबोधित करते मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर।
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