बरेली वरिष्ठ संवाददातामझगंवा ब्लाक के शिक्षकों ने शुक्रवार को रिश्वत बम फोड़ दिया। शुक्रवार को डीएम को एक सीडी दी। इसमें मझगवां के एनपीआरसी और एबीआरसी बीईओ के एजेंट के तौर पर रिश्वत ले रहे हैं। डीएम के आदेश पर बीएसए ने दोनों को सस्पेंड कर दिया। इनकी जांच बीईओ शेरगढ़ देवेश राय और बीईओ बहेड़ी भानु शंकर करेंगे। बीईओ नरेंद्र का मामला एडी बेसिक को भेजा गया है। आरोपी बीईओ ने इसे साजिश करार दिया। जलालनगर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक सूर्यकांत, अध्यापक अमित कुमार और सहायक अध्यापक नरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया है कि बीईओ नरेंद्र सिंह शिक्षकों का मानसिक उत्पीड़न करते हैं। नरेंद्र कुमार का आरोप है कि सितंबर में बाइक खराब होने से वे स्कूल देर से पहुंचे। एनपीआरसी हरपाल सिंह ने निरीक्षण किया और गैरहाजिर दिखा दिया। आरोप है कि बाद में हरपाल सिंह के माध्यम से बीईओ ने 1500 रुपये रिश्वत लेकर वेतन जारी कर दिया। इसका अध्यापक ने वीडियो बना लिया। नौ दिन बाद निरीक्षण में अमित और जय प्रकाश गैरहाजिर मिले। आरोप है कि इस बार एबीआरसी राकेश उपाध्याय ने 500 रुपये लेकर हाजिरी लगवा दी। नवंबर में एरियर लगाने के नाम पर भी पैसे लिए गए। शिक्षकों का कहना है कि यह चार महीने पुराने वीडियो है। मगर नौकरी जाने के डर से इसे डीएम को सौंपने से घबरा रहे थे। शिक्षकों ने बीएसए चन्दना राम इकबाल यादव पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप लगाए। डीएम से कहा कि तीन दिन पहले शिकायत की पर उन्होंने सबूत रखने के बाद डांटकर भगा दिया।
No comments:
Write comments