परिषदीय स्कूलों में 18 मार्च से वार्षिक परीक्षा का आयोजन होना है। इसके लिए ब्लॉकवार विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पत्रों के मॉडल ले लिए गए हैं। इसमें परीक्षा के लिए विषयवार प्रश्नपत्रों के चयन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके बाद संस्था का चयन करके इसका मुद्रण कराया जाएगा। इसके लिए संस्था चयन की कार्रवाई शुरू हो गई है। बीएसए अजय कुमार सिंह ने बताया कि परिषद द्वारा निर्धारित किए गए कार्यक्रम के हिसाब से तैयारी की जा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित स्कूलों में छात्र संख्या घट रही है। इसके लिए बीएसए अजय कुमार सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारियों को ऐसे स्कूलों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है जहां नामांकन संख्या 100 से कम है। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए शासन ने उपस्थिति अभियान चलाने का निर्देश दिया। अविष्कार अभियान के तहत प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं।
शिक्षकों को नवाचार के जरिए नए तरीके से पढ़ाने की अनुमति दी गई लेकिन छात्र संख्या नहीं बढ़ी। निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में 10 व 12 बच्चों मौजूद मिले। जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीईओ से ऐसे स्कूलों की सूची बनाने का आदेश दिया है। यहां शिक्षकों की संख्या व छात्र संख्या के आंकड़े जुटाने को कहा है। इसके बाद यहां तैनात अध्यापकों से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।
स्कूलवार डाटा आने के बाद छात्र संख्या घटने के कारणों की पड़ताल की जाएगी। जिसके बाद इसका अध्ययन किया जाएगा। जिसके जिम्मेदारी तय की जा सके। विभागीय अधिकारियों का मानना इससे शिक्षा सत्र 2017-18 में बच्चों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। उपस्थिति बढ़ाने के लिए अध्यापक नए तरीके बताए जाएंगे।जूनियर स्कूलों में कला, शारीरिक व स्वास्थ्य शिक्षा के लिए अनुदेशकों की तैनाती की गई है। इनकी नियुक्ति उन स्कूलों में की गई थी। जहां नामांकन संख्या 100 से अधिक थी लेकिन वर्तमान में यहां संख्या घट गई। उन स्कूलों का भी डाटा जुटाने को कहा गया है। जहां नियमानुसार बच्चे नहीं पढ़ रहे होंगे वहां के अनुदेशक पर कार्रवाई की जाएगी।
शासन द्वारा तमाम कार्यक्रम चलाने के बाद भी छात्र संख्या कम होना चिंता जनक है। बीईओ को परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जहां संख्या काफी कम होगी वहां के अध्यापकों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। इसके छात्र संख्या बढ़ाने की रणनीति बनाई जा सकेगी।अजय कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी
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