फतेहपुर : सुप्रीमकोर्ट से झटका मिलने के बाद आंदोलित शिक्षामित्रों के चेहरे की मुस्कान गायब हो गई है। भविष्य को लेकर चिंतित शिक्षामित्रों के चेहरे लटक गए हैं। इस उदासी और बेबसी से परेशान शिक्षामित्रों को राहत देने के लिए शासन ने 10 हजार के घोषित मानदेय के लिए 6 करोड़ रुपये की ग्रांट बीएसए कार्यालय को भेज दी है। जिले में दो चरणों में 2394 शिक्षामित्र समायोजित होकर सहायक अध्यापक बन चुके हैं, जबकि 528 शिक्षामित्र समायोजन से वंचित रहे गए थे।
नौकरी की लंबी लड़ाई में सुप्रीमकोर्ट से खासा झटका मिला है। शासन ने जो ग्रांट भेजी है उसके लिए बीएसए ने ब्लाकों से शिक्षामित्रों की अगस्त और सितंबर माह की हाजिरी तलब की है। शासन ने इन शिक्षामित्रों को 10 हजार प्रतिमाह की दर से मानदेय दिए जाने के निर्देश दिए हैं। आर्थिक तंगी ङोल रहे शिक्षामित्रों के संज्ञान में यह मामला आया तो चेहरे खुशी के मारे खिल गए। प्रत्येक शिक्षामित्र को 20 हजार मिलने में कटौती भी संभव है। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष विक्रम सिंह भदौरिया ने बीएसए से मांग की है कि वह दीपावली से पहले भुगतान कराने के निर्देश दें। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रांट आ चुकी है। शिक्षामित्रों की हाजिरी आते ही भुगतान खातों में भेजने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
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