DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़
Showing posts with label उपस्थिति. Show all posts
Showing posts with label उपस्थिति. Show all posts

Friday, August 22, 2025

निजी स्कूलों में बढ़े बच्चे, ज्यादा दूरी की पेयरिंग रद्द करने में आनाकानी से परिषदीय स्कूलों में घटी हाजिरी, विभागीय मंत्री के एलान के बावजूद कई जिलों में नहीं जारी हुए पेयरिंग रद्द करने के आदेश

निजी स्कूलों में बढ़े बच्चे, ज्यादा दूरी की पेयरिंग रद्द करने में आनाकानी से परिषदीय स्कूलों में घटी हाजिरी, विभागीय मंत्री के एलान के बावजूद कई जिलों में नहीं जारी हुए पेयरिंग रद्द करने के आदेश


लखनऊः बेसिक शिक्षा विभाग ने बेहतर पढ़ाई और सुविधाओं का तर्क देकर बेसिक स्कूलों की पेयरिंग तो कर दी, लेकिन इसका फायदा बेसिक स्कूलों के बजाय निजी स्कूलों को मिल रहा है। दूरी बढ़ने के कारण पेयर किए गए सभी स्कूलों में बच्चों की हाजिरी घट गई है। बीते दिनों बेसिक शिक्षा मंत्री ने एक किमी से ज्यादा दूरी वाले स्कूलों की पेयरिंग रद्द करने का ऐलान किया था, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने अब तक कोई आदेश नहीं जारी किया है। ऐसे में तमाम अभिभावकों ने बच्चों को दूर भेजने के बजाय नजदीक के निजी स्कूलों में दाखिला करवाना शुरू कर दिया है।


8 बच्चों ने छोड़ा स्कूलः बीकेटी में प्राथमिक विद्यालय उमरभारी से करीब एक किमी दूर ज्वारगांव तरैया प्राथमिक विद्यालय है। इसके बावजूद 2.5 किमी दूर पीएस कमला बाग बड़ौली में प्राथमिक विद्यालय उमरभारी की पेयरिंग कर दी। मौजूदा सत्र में उमरभारी स्कूल में 23 बच्चे थे, लेकिन पेयरिंग के बाद इनकी तादाद 15 के आसपास हो गई है। जानकारी के मुताबिक, सात से आठ बच्चों के अभिभावकों ने इनका दाखिला नजदीक के निजी स्कूलों में करवा दिया है।


15 के आसपास बच्चो ने छोड़ा स्कूलः बीकेटी में ही पीएस पालपुर की पेयरिंग पीएस रायपुर राजा में हुई है। दोनों स्कूलों के बीच की दूरी 2.5 किमी से अधिक है। पीएस रायपुर राजा की बिल्डिंग भी अच्छी स्थिति में नहीं है। पेयरिंग से पहले पीएस पालपुर में 37 बच्चे थे। अब इनमें से दो-तीन बच्चे ही रायपुर राजा पहुंच रहे हैं। करीब 15 बच्चों के अभिभावकों ने इनका दाखिला दूसरे स्कूलों में करवा दिया है। बाकी बच्चों के अभिभावक पेयरिंग रद्द होने का इंतजार कर रहे है, ताकि बच्चों को दोबारा स्कूल भेज सकें।


 स्कूल के साथ चलेगी बाल वाटिकाः मंत्री के ऐलान के 20 दिन बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग ने एक किमी से ज्यादा दूरी वाले स्कूलों की पेयरिंग रद्द करने का आदेश जारी नहीं किया है। विभागीय अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इस बीच पेयर किए गए स्कूलों में बाल वाटिका खुलने लगी है। सीडीओ बाल वाटिका खोलने के लिए 96 स्कूलों की सूची जारी की है। इसमें यह भी जिक्र है कि पेयरिंग रद्द होने के बाद एक ही भवन में स्कूल और बाल वाटिका चलाई जाएगी।

Wednesday, August 13, 2025

माध्यमिक शिक्षा : छात्र/छात्राओं एवं शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति की ऑनलाइन व्यवस्था के सम्बंध में।

माध्यमिक शिक्षा : छात्र/छात्राओं एवं शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति की ऑनलाइन व्यवस्था के सम्बंध में।


Sunday, August 10, 2025

सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षाओं में बैठने के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति को बताया अनिवार्य

सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षाओं में बैठने के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति को बताया अनिवार्य 


बिना जानकारी के अनुपस्थित होने पर छात्र माना जाएगा डमी परीक्षार्थी, CBSE ऐसे छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं देगा, देखें जारी दिशा निर्देश 


स्कूलों को दिए निर्देश

उपस्थिति रजिस्टर रोजाना अपडेट हो और संबंधित शिक्षक व स्कूल प्रशासन द्वारा हस्ताक्षरित हो।

रजिस्टर निरीक्षण के लिए तैयार रखा जाए।

सीबीएसई की ओर से कभी भी आकस्मिक निरीक्षण किया जा सकता है।

यदि पाया गया कि रिकार्ड अधूरा है या विद्यार्थी नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहे हैं, तो उस स्कूल की मान्यता रद की जा सकती है और विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित किया जा सकता है।


नई दिल्ली। यदि कोई छात्र बिना जानकारी व आवेदन के अनुपस्थित रहेगा तो माना जाएगा कि वे नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहा है। उसे अनुपस्थित-डमी परीक्षार्थी मानते हुए बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं-बारहवीं के छात्रों की उपस्थिति के संबंध में स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें बोर्ड ने दोहराया है कि बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य है। बोर्ड ने दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि स्कूल छात्रों की उपस्थिति पर निगरानी रखेंगे।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड समय समय पर स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहा है। निरीक्षण में बोर्ड को कई छात्र अनुपस्थित मिले हैं। ऐसे में बोर्ड ने स्कूल संचालकों व प्रिंसिपल को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने कहा है कि यदि औचक निरीक्षण के समय यह पाया जाता है कि छात्र उचित अवकाश रिकॉर्ड के बिना अनुपस्थित हैं तो यह माना जाएगा कि वे नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें अनुपस्थित-डमी परीक्षार्थी माना सकता है। सीबीएसई ऐसे छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं देगा।


सीबीएसई करेगा औचक निरीक्षण, कमी मिलने पर मान्यता हो सकती है रद्द

बोर्ड केवल चिकित्सा आपात स्थिति, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी और आपातकालीन मामलों में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान करता है। यह छूट तभी दी जाती है जब इसके लिए छात्र ने आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए हों। बोर्ड ने स्कूलों को उपस्थिति रजिस्टर को प्रतिदिन अपडेट करने को कहा है। बोर्ड औचक निरीक्षण के समय रिकॉर्ड की भी जांच करेगा। यदि रिकॉर्ड अधूरे मिले या छात्र नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो रहे हैं, तो स्कूल को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इसके तहत स्कूल की मान्यता भी रद्द हो सकती है।


उपस्थिति कम होने पर स्कूल अभिभावकों को पत्र, ईमेल, स्पीड पोस्ट से सूचित करेंगे
बोर्ड ने स्कूलों को स्पष्ट किया है कि यदि कोई छात्र चिकित्सा आपात स्थिति के कारण अवकाश लेता है तो उसे वैध मेडिकल दस्तावेजों जमा करने होंगे और अगर अन्य कारण से अवकाश लेता है तो लिखित में वैध कारणों के संबंध में स्कूल को जानकारी देना अनिवार्य है। यदि किसी छात्र की उपस्थिति कम है तो इसके संबंध में स्कूल अभिभावकों को पत्र, ईमेल या स्पीड पोस्ट के माध्यम से सूचित करेंगे।



Sunday, July 13, 2025

अधिकांश माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं, तय होगा उत्तरदायित्व

अधिकांश माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं, तय होगा उत्तरदायित्व

01 जुलाई से लागू हुई ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था

सचिव भगवती सिंह ने लापरवाही पर कार्रवाई की दी चेतावनी

अधिकांश विद्यालय प्रतिदिन नहीं लगा रहे ऑनलाइन उपस्थिति


प्रयागराजः माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति आनलाइन दर्ज कराने की व्यवस्था लागू की जा चुकी है, लेकिन अधिकांश विद्यालय आनलाइन उपस्थिति नियमित दर्ज नहीं करा रहे हैं। इसके लिए पोर्टल एवं मोबाइल एप विकसित किया गया है और इस संबंध में निर्देश भी दिए गए हैं, लेकिन अनुपालन में शिथिलता बरती जा रही है। 

ऐसे में यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर विद्यालयों में आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि लापरवाही बरते जाने पर उत्तरदायित्व तय किया जाएगा।

परिषद सचिव ने कहा है कि एक जुलाई से आरंभ हुई आनलाइन उपस्थिति दर्ज किए जाने की समीक्षा में पाया गया कि अधिकांश विद्यालय नियमित उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हैं। 

ऐसे में डीआइओएस को पुनः निर्देश दिए हैं कि अपने जनपद के सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य से प्रतिदिन नियमित रूप से प्रथम पीरियड में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति आनलाइन दर्ज कराएं। किसी विद्यालय में नव नियुक्त अथवा संबद्ध शिक्षकों का विवरण विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in पर अपलोड कराने के भी निर्देश दिए हैं।



Wednesday, July 2, 2025

यूपी बोर्ड के स्कूलों में आज से ऑनलाइन हाजिरी, देखें जारी आदेश और उपस्थिति अंकन मदद हेतु जारी मैन्युअल

यूपी बोर्ड के 29183 विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति, कई जिलों में आई तकनीकी खामियां, ऐसे अंकित कराएं ऑनलाइन उपस्थिति

कई विद्यालयों की अपलोड जिओ लोकेशन सही न होने से शिकत

उपसचिवों से सचिव ने ली रिपोर्ट, कमियां जानने के लिए स्कूलों में भेजा


प्रयागराज : यूपी बोर्ड के 29,183 माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों व स्टाफ की एक जुलाई से आनलाइन उपस्थिति अंकित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले दिन कई जिलों में कुछ अड़चनें आईं। कहीं जिओ लोकेशन सही अपलोड नहीं होने से उपस्थित नहीं दर्ज हुई तो कहीं लागिन करने के तुरंत बाद बाहर हो जाने की शिकायत मिली।

11 बजे के बाद यूपी बोर्ड के सभी उपसचिवों व सहायक उपसचिवों से उपस्थिति की रिपोर्ट लेने के बाद सचिव भगवती सिंह ने उनके साथ दोपहर में बैठक की। फिर उन्हें शहर के अलग-अलग विद्यालयों में भेजा। अड्चन की रिपोर्ट के आधार पर जिओ लोकेशन अपडेट करने के निर्देश दिए। सचिव ने बताया कि पहले दिन कई जिलों में समस्या आई है। जल्द समाधान कर इसे शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा।

विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाने और पठन-पाठन बेहतर करने के उद्देश्य से आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था शुरू की गई है। इसे परखने के लिए बोर्ड के उपसचिवों की अलग-अलग मंडल/जिलों से रिपोर्ट लेने की व्यवस्था बनाई गई। सभी उप सचिव सहायक सचिव रिपोर्ट देने के बाद अलग-अलग विद्यालय पहुंचे और अपने सामने प्रधानाचार्य के माध्यम से उपस्थिति अंकित कराई। जहां जिस तरह की दिक्कत आई, उसकी रिपोर्ट तैयार कर बोर्ड सचिव को पुनः दी गई। इसके समाधान की जानकारी देने के साथ प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि हेल्पलाइन से सहायता लेकर इसे जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लागू कराएं।


प्रधानाचार्य ऐसे अंकित कराएं आनलाइन उपस्थिति

उपस्थिति अंकित पोर्टल attendance.upmsp.edu.in पर जाएं। लागिन करने के लिए मौजूदा यूजर पासवर्ड तथा सुरक्षा कोड दर्ज कर लागिन पर क्लिक करें।

लागिन कर स्कूल डैशबोर्ड पर पहुंचेंगे। यहां कक्षा नौवीं से 12वीं के बीच किसी कक्षा का चयन करना है और छात्रों के मामले में सेक्शन तथा शिक्षक के मामले में शिक्षक चयन करना है। उपस्थिति दर्ज करने के लिए आगे बढ़े बटन पर क्लिक करना है।

उपस्थिति अंकन पेज पर पहुंचेंगे तो पंजीकृत छात्रों की सूची दिखेंगी, जिनकी उपस्थिति दर्ज करनी है, लेकिन इससे पहले ब्राउजर आपकी वर्तमान लोकेशन (स्थान) की अनुमति मांगेगा, जो देना अनिवार्य है। अनुमति देने पर ही

जानकारी डाटाबेस में सेव होगी। अगली बार यह अनुमति नहीं मांगी जाएगी।

यदि छात्र अवकाश पर है तो अवकाश विकल्प चुनने के बाद कारण बताओ ड्रापडाउन बाक्स से स्वास्थ्य/पारिवारिक/अन्य में से कोई एक कारण चुनकर ही उपस्थिति दर्ज कर पाएंगे। फिर सेव उपस्थिति एंड नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें, ताकि अंतिम रूप से उपस्थिति जमा हो सके।

इसी तरह पंजीकृत शिक्षक के मामले में भी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। शिक्षकों के अवकाश में सात विकल्प में से कोई एक चुनना होगा। प्रक्रिया पूरी करने पर सफलतापूर्वक डाटा सेव करने का संदेश दिखेगा और उसी पेज पर वर्तमान तिथि का उपस्थिति विवरण दिखेगा।



यूपी बोर्ड के स्कूलों में आज से ऑनलाइन हाजिरी, देखें जारी आदेश और उपस्थिति अंकन मदद हेतु जारी मैन्युअल 

क्लास शुरू होते ही विद्यार्थियों-शिक्षकों को दर्ज करानी होगी ऑनलाइन उपस्थिति


प्रयागराज । यूपी बोर्ड से जुड़े 28529 राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में मंगलवार से ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था लागू होने जा रही है।

इसके लिए एक विशेष पोर्टल विकसित किया गया है और विद्यालयों की सुविधा के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन भी तैयार किया गया है जिसके माध्यम से कक्षा नौ से 12 तक में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र-छात्रा और कार्यरत शिक्षकों की प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज की जाएगी। बोर्ड सचिव भगवती सिंह के अनुसार, सभी माध्यमिक विद्यालयों में यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी। 

ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया विद्यालय परिसर से ही संभव होगी। प्रधानाचार्य पहले पीरियड में बोर्ड की वेबसाइट www.upmsp.edu.in के होमपेज पर उपलब्ध लिंक अथवा गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध मोबाइल एप UPMSP-Attendence के माध्यम से लॉगइन कर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करेंगे। विद्यालयों की वर्तमान लॉगइन आईडी व पासवर्ड के माध्यम से लॉगइन कर उपस्थिति दर्ज की जा सकेगी।



Tuesday, June 24, 2025

01 जुलाई से यूपी बोर्ड स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की बायोमेट्रिक के जरिए ऑनलाइन हाजिरी अनिवार्य, यूपी बोर्ड का बड़ा फैसला

01 जुलाई से यूपी बोर्ड स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की  बायोमेट्रिक के जरिए ऑनलाइन हाजिरी अनिवार्य, यूपी बोर्ड का बड़ा फैसला

यूपी बोर्ड : जुलाई से स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति होगी दर्ज, सरकारी, सहायता प्राप्त और प्राइवेट सभी स्कूलों में लागू होगी व्यवस्था


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए स्कूलों में पारंपरिक हाजिरी व्यवस्था का डिजिटलीकरण करने का निर्णय लिया है। जुलाई से प्रदेश के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी।

इस व्यवस्था के लागू हो जाने से न केवल उपस्थिति व्यवस्था पारदर्शी बनेगी, बल्कि शिक्षण व्यवस्था की निगरानी और गुणवत्ता सुधार में भी यह मददगार सिद्ध होगी। स्कूलों के प्रधानाचार्य प्रतिदिन ऑनलाइन पोर्टल पर सभी छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति भरेंगे। बोर्ड की ओर से इसके लिए विशेष पोर्टल तैयार किया गया है। इस डिजिटल प्रणाली का डेमो 23 जून को होगा।

बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विद्यालयों में पढ़ाई नियमित रूप से हो और शिक्षक समय पर स्कूल में उपस्थित रहें। इससे फर्जी उपस्थिति पर भी रोक लगेगी। साथ ही, छात्र उपस्थिति का वास्तविक डाटा मिलने से ड्रॉपआउट दर को नियंत्रित करने व और छात्रों की पढ़ाई की निगरानी में भी सहायता मिलेगी।



यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय स्टाफ की ऑनलाइन उपस्थिति इसी सत्र से, कार्यदायी संस्था का चयन हुआ

30 मई 2025
लखनऊ यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के करीब एक करोड़ छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय के सभी स्टाफ की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था करने में जुट गया है। इसके कार्य के लिए कार्यदायी संस्था का भी चयन हो गया है। इसके बाद पोर्टल पर विद्यालयों के सभी स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं का विवरण अपलोड रहेगा। यह व्यवस्था मौजूदा सत्र 2025-26 में लागू हो जाएगी। इसमें प्रतिदिन उपस्थित रहने वालों के नाम के आगे सही का टिक तथा अनुपस्थित वालों के नाम के आगे क्रास का निशान कक्षा शिक्षक लगाएंगे।

पहले चरण में सिर्फ उपस्थिति ली जाएगी। इसके बाद अगले चरण में आते और जाते समय यानी दो बार उपस्थिति लिए जाने की व्यवस्था बनाई जाएगी, ताकि शिक्षक व विद्यार्थी विद्यालय समय में रहकर पठन-पाठन कर सकें। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा सख्ती से कराने के बाद अब यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह का जोर विद्यालय में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति तथा पठन-पाठन पर है। आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था होने पर विद्यालयों में फर्जी प्रवेश पर भी प्रतिबंध लग जाएगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि कार्यदायी संस्था का चयन हो गया है।


माध्यमिक शिक्षा: शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने व नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु शिक्षकों संग छात्रों की भी लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, 2025-26 से लागू की जाएगी व्यवस्था

यूपी बोर्ड: अभी शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति, फिर समय सीमा भी होगी तय

19 मई 2025
 प्रयागराज : यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के करीब एक करोड़ छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय के सभी स्टाफ की आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था बना रहा है। इसके लिए टेंडर आमंत्रित कर एजेंसी फाइनल कर ली गई है। 

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर विद्यालयों के सभी स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं का विवरण अपलोड रहेगा। इसमें प्रतिदिन उपस्थित रहने वालों के नाम के आगे सही का टिक तथा अनुपस्थित वालों के नाम के आगे क्रास का निशान कक्षा शिक्षक लगाएंगे। 

पहले चरण में सिर्फ उपस्थिति ली जाएगी। इसके बाद अगले चरण में आते और जाते समय यानी दो बार उपस्थिति लिए जाने की व्यवस्था बनाई जाएगी, ताकि शिक्षक व विद्यार्थी विद्यालय समय में रहकर पठन-पाठन कर/करा सकें। 

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा सख्ती से कराने के बाद अब यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह का जोर विद्यालय में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति तथा पठन-पाठन पर है। आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था होने पर विद्यालयों में फर्जी प्रवेश पर भी प्रतिबंध लग जाएगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि टेंडर फाइनल हो गया है।



यूपी बोर्ड के विद्यालयों में ऑनलाइन अटेंडेंस व्यवस्था के लिए टेंडर फाइनल,  शिक्षक व विद्यार्थी देंगे उपस्थिति

प्रयागराजः यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के करीब एक करोड़ छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय के सभी स्टाफ की आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था बना रहा है। इसके लिए टेंडर आमंत्रित कर एजेंसी फाइनल कर ली गई है। 

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर विद्यालयों के सभी स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं का विवरण अपलोड रहेगा। इसमें प्रतिदिन उपस्थित रहने वालों के नाम के आगे सही का टिक तथा अनुपस्थित वालों के नाम के आगे क्रास का निशान कक्षा शिक्षक लगाएंगे। 

पहले चरण में सिर्फ उपस्थिति ली जाएगी। इसके बाद अगले चरण में आते और जाते समय यानी दो बार उपस्थिति लिए जाने की व्यवस्था बनाई जाएगी, ताकि शिक्षक व विद्यार्थी विद्यालय समय में रहकर पठन-पाठन कर करा सकें।

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा सख्ती से कराने के बाद अब यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह का जोर विद्यालय में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति तथा पठन पाठन पर है। आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था होने पर विद्यालयों में फर्जी प्रवेश पर भी प्रतिबंध लग जाएगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि टेंडर फाइनल हो गया है। 

कक्षा नौ और 11 में होने वाले पंजीकरण के विवरण परिषद के पोर्टल पर ही दर्ज कराए जाएंगे। कक्षा 10 व 12 के विद्यार्थियों के विवरण पुरानी फर्म लेकर स्थनांतरित करा दिए जाएंगे। इससे नए तरह से फीडिंग नहीं करानी पड़ेगी। ग्रीष्म अवकाश में आनलाइन व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी। मई माह में ही आनलाइन पोर्टल विद्यालयों को उपलब्ध करा दिया जाएगा, ताकि शिक्षक नए होने वाले प्रवेश को पोर्टल पर अपलोड कर सकें। 

शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति प्रधानाचार्य सुनिश्चित कराएंगे। आनलाइन उपस्थिति प्रक्रिया मई अंत तक प्रयोग के तौर पर प्रारंभ हो जाएगी। जुलाई में विद्यालय खुलने पर इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।



यूपी बोर्ड : स्कूलों में शिक्षकों के साथ छात्रों की भी लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, तैयार किया जा रहा सॉफ्टवेयर, सत्र 2025-26 से लागू की जाएगी व्यवस्था

प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से महत्वपूर्ण पहल


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब शिक्षकों के साथ छात्रों की हाजिरी भी ऑनलाइन होगी। यूपी बोर्ड सत्र से 2025-26 से इसे लागू करेगा। इसके लिए नया सॉफ्टवेयर भी तैयार कराया जा रहा है। प्रदेश में बोर्ड के तकरीबन 28 हजार माध्यमिक विद्यालय हैं और इनमें पांच लाख शिक्षक व एक करोड़ विद्यार्थी हैं। स्कूलों में आए दिन अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर निगरानी और विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बोर्ड शिक्षकों व छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करने जा रहा है।


शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में यह एक अच्छी पहल मानी जा रही है। बोर्ड इसके लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है, जिससे शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति की सटीक सूचना मिल सकेगी। स्कूलों से ऑनलाइन हाजिरी की सूचना सुबह 11 बजे तक यूपी बोर्ड बोर्ड मुख्यालय को मिल जाएगी। इससे पता चल जाएगा कि किस विद्यालय में कितने शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित या अनुपस्थित हैं। सूचना भेजने की जिम्मेदारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों की होगी।


प्रधानाचार्य को लॉगइन आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा। सूचना देते समय उनकी वेबकैम से फोटो भी खिंचेगी। ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया जा रहा है कि विद्यालय के 200 मीटर दायरे से बाहर जाने पर सूचना प्रेषित नहीं की जा सकेगी। फोटो की जिओ टैगिंग भी होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रधानाचार्य ने स्कूल से ही सूचना भेजी है।


ऑनलाइन हाजिरी की निगरानी जिला, मंडल और प्रदेश स्तर पर की जाएगी। जिला स्तर पर डीआईओएस व मंडल स्तर पर संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक इसकी निगरानी करेंगी और प्रदेश स्तर पर यूपी बोर्ड मुख्यालय ऑनलाइन उपस्थिति पर नजर रखेगा


नए सत्र 2025-26 से बोर्ड के स्कूलों में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह व्यवस्था लागू की जा रही है। -भगवती सिंह, सचिव, यूपी बोर्ड