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Friday, June 13, 2025

मुख्यमंत्री ने भव्य समारोह में बोर्ड परीक्षाओं के मेधावियों और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को किया सम्मानित, जिले स्तर पर भी बच्चे हुए सम्मानित

मुख्यमंत्री ने भव्य समारोह में बोर्ड परीक्षाओं के मेधावियों और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को किया सम्मानित, जिले स्तर पर भी बच्चे हुए सम्मानित 

आठ वर्षों में बदली स्कूली शिक्षा की तस्वीरः योगी

01 लाख रुपये,  मेधावियों को एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल दिया

स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी विद्यालयी खेल पुरस्कार से सम्मानित किए गए

संस्कृत शिक्षा परिषद और संस्कृत शिक्षा निदेशालय के नए भवन की नींव रखी


13 जून 2025
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछले आठ वर्ष में हम माध्यमिक शिक्षा और स्कूली शिक्षा की तकदीर और तस्वीर को बदलने में सफल हुए हैं। वर्ष 2017 के पहले बेसिक शिक्षा लगभग बंदी की ओर जा रही थी। लगातार छात्र संख्या में गिरावट आ रही थी। माध्यमिक शिक्षा नकल का अड्डा बन गई थी।


मुख्यमंत्री गुरुवार को राजधानी लखनऊ में केंद्र व राज्य स्तरीय बोर्ड परीक्षाओं में उच्च अंक प्राप्त मेधावियों का सम्मान करने और टैबलेट वितरण करने के दौरान संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इसी के साथ 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता 2024-25 में प्रदेश के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार से सम्मानित किया।

पहले चलता था नकल और ट्रांसफर-पोस्टिंग का धंधा : मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने यूपी में दो नए बिजनेस खोले थे। एक नकल के नाम पर और दूसरा ट्रांसफर पोस्टिंग का। प्रदेश में थोक के भाव में नकल के अड्डे संचालित होते थे। बाहरी छात्र केवल फॉर्म भरते थे और उनके नाम पर कोई दूसरा परीक्षा दे देता था। वहीं, यहां ट्रांसफर-पोस्टिंग का भी एक उद्योग चलता था। डबल इंजन की सरकार ने इन दोनों प्रकार के अनाचार को रोक करके पारदर्शी और निष्पक्ष प्रणाली को प्रदेश में अपनाया। मुख्यमंत्री ने हंगामा करने वाले छात्रों को नसीहत देते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ साथ एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव भी होना चाहिए। समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का भाव होना चाहिए।

बालकों से ज्यादा मेहनत करती हैं बालिकाएं
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणाम बड़े चौंकाने वाले रहे हैं। नतीजे बताते हैं कि बालिकाएं ज्यादा मेहनत करती हैं, जबकि बालक मेहनत करने में थोड़ा पीछे हैं। जिन छात्रों ने यहां पर मेरिट में स्थान प्राप्त किया है, उन्हें 100000 रूपये नकद, एक टैबलेट, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया गया है। 

इसी तरह, जिले स्तर पर मेरिट में आए बच्चों को ₹21000 धनराशि, एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जा रहा है। यही नहीं, हमारी युवा प्रतिभा ने प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया खेलो और फिट इंडिया मूवमेंट से प्रेरित होकर नेशनल लेवल के गेम्स में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। 

68 वीं राष्ट्रीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के 363 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें 179 पदक इन्होंने प्राप्त किए हैं। इसमें 51 स्वर्ण पदक, 46 रजत पदक और 82 कांस्य पदक शामिल हैं। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 75000 रुपये, रजत पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 50000 रुपये और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 30000 प्रदेश सरकार की ओर से प्रोत्साहन के रूप में प्रदान किए जा रहे हैं। 

स्केल के साथ स्किल्ड बनने का अवसर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद और टाटा नेल्को व जापान की कंपनी यासकावा के साथ एक एमओयू भी किया है। यह एमओयू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप है. जिसमें आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट को भी अंगीकार किया गया है यानी स्केल के साथ स्किल को भी सीखने का अवसर मिलेगा। इसके तहत माध्यमिक शिक्षा से जुड़े सरकारी विद्यालयों में डिजाइन, रोबोटिक और इलेक्ट्रॉनिक्स लैब की स्थापना का कार्य होगा। लगभग 162 करोड़ 72 लाख रुपये से यह कार्यक्रम चलेगा। यह हब एंड स्पोक मॉडल पर आधारित होगा, जिसके तहत एक संस्थान में लैब स्थापित होगी



12 जून 2025
दिनांक: 12/06/2025 को प्रातः 11:00 बजे से लोक भवन, लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री जी के कर कमलों से मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम का दूरदर्शन द्वारा सजीव प्रसारण किया जाएगा तथा निम्न लिंक के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी:-


साथ ही कार्यक्रम का सीधा प्रसारण CM हैंडल पर निम्न लिंक्स के माध्यम से भी देखा जा सकेगा:-

१) Youtube (यू-ट्यूब पर)

२) Twitter

३)Facebook

इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किसी मुख्यालय के सभागार में करा ले अधिकतम प्रतिभागिता सुनिश्चित करें
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा, उ०प्र०



बोर्ड परीक्षाओं के मेधावियों को एक लाख, खिलाड़ियों को 75 हजार रुपये मिलेगा पुरस्कार,  समारोह में आज मुख्यमंत्री देंगे पुरस्कार, हर जिले में भी होगा समारोह 


लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में 166 मेधावियों को पुरस्कृत करेंगे। सम्मानित होने वाले ये वे विद्यार्थी हैं जिन्होंने यूपी बोर्ड, संस्कृत शिक्षा परिषद, सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं में टाप किया है। 

लोकभवन में आज आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सभी मेधावियों को एक लाख रुपये, टैबलेट, प्रशस्ति-पत्र और मेडल दिए जाएंगे। छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी पहली बार सम्मानित किया जाएगा।

निदेशक माध्यमिक शिक्षा डा. महेन्द्र देव के अनुसार, इन 166 मेधावियों में यूपी बोर्ड के 85, संस्कृत शिक्षा परिषद के 20, सीबीएसई के 29 और आइसीएसई बोर्ड के 32 टापर शामिल हैं। समारोह में संस्कृत शिक्षा परिषद व निदेशालय के नए भवन का शिलान्यास भी होगा। चकिया (चंदौली) और भदोही के संस्कृत विद्यालयों और छात्रावासों के नए भवनों की आधारशिला भी रखी जाएगी।

 लखनऊ के मलिहाबाद व जगतनारायण रोड स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेजों के नए भवनों का शिलान्यास भी होगा। सरकारी माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए ड्रीम लैब्स की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू भी हस्ताक्षरित होगा।


पहली बार नेशनल स्कूल गेम्स के एकल वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को मिलेगा पुरस्कार

87 स्वर्ण पदक विजेता होंगे सम्मानितः
 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता (2024-25) में उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के 363 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। प्रतियोगिता में प्रदेश को कुल 179 पदक मिले थे। इनमें 51 स्वर्ण, 46 रजत और 82 कांस्य पदक थे। यह प्रदर्शन एथलेटिक्स, कुश्ती, ताइक्वांडो, जूडो, हाकी, शूटिंग, कराटे, बाक्सिंग, वालीबाल, तैराकी, कबड्डी, हैंडबाल सहित 20 से अधिक खेलों में रहा। 

समारोह में मुख्यमंत्री 51 स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले कुल 87 खिलाड़ियों (73 छात्र, 14 छात्राएं) को पुरस्कृत करेंगे। मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार के अंतर्गत राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता के एकल वर्ग के स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 हजार रुपये और टीम गेम्स के स्वर्ण विजेताओं को 35 हजार रुपये मिलेंगे।


हर जिले में होगा समारोहः राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ ही गुरुवार को प्रदेश के सभी 75 जिलों में भी समानांतर समारोह होंगे, जहां 1508 मेधावियों को 21-21 हजार रुपये, टैबलेट, प्रशस्ति-पत्र और मेडल दिए जाएंगे। इनमें हाईस्कूल के 758 और इंटरमीडिएट के 750 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। स्थानीय स्तर पर यह सम्मान मंत्री, जनप्रतिनिधि या जिलाधिकारी देंगे। 

इसके अलावा राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिताओं के एकल वर्ग के रजत पदक विजेताओं को 50 हजार रुपये और टीम गेम्स के रजत पदक विजेताओं को 25 हजार रुपये मिलेंगे। वहीं, 82 कांस्य पदक प्राप्त करने वाले 182 विजेता (111 छात्र, 71 छात्राएं) भी सम्मानित होंगे। एकल वर्ग के कांस्य पदक विजेताओं को 30 हजार रुपये और टीम गेम्स के कांस्य पदक विजेताओं को 15 हजार रुपये दिए जाएंगे।

Thursday, May 1, 2025

CISCE : 10वीं में 99.09% और 12वीं में क्रमशः 99.02% पास, बेटियां फिर आगे

CISCE : 10वीं में 99.09% और 12वीं में क्रमशः 99.02% पास,  बेटियां फिर आगे


नई दिल्ली । इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) के दसवीं व बारहवीं के परिणाम बुधवार को घोषित कर दिए गए। नतीजों में एक बार फिर छात्राओं ने बाजी मारी।

दसवीं कक्षा में इस साल 99.45 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुईं जबकि छात्रों में 96.64 फीसदी ने सफलता हासिल की। वहीं बारहवीं कक्षा में भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया और 99.45 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं जबकि 98.64 फीसदी छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। दसवीं की परीक्षा 67 विषयों में किसी संचालित की गई थी जिनमें 20 भारतीय भाषा व 14 विदेशी भाषा की परीक्षा शामिल थीं। वहीं बारहवीं कक्षा में 47 विषयों की परीक्षा हुई जिनमें 4 विदेशी भाषा, 12 भारतीय भाषा और 2 शास्त्रीय भाषा शामिल थीं।

बोर्ड के मुख्य कार्यकारी जोसेफ इमैनुएल ने कहा कि छात्र डिजीलॉकर पर भी अपना परिणाम देख सकते हैं। साथ ही सीआईएससीई की वेबसाइट व करियर्स पोर्टल पर भी परिणाम उपलब्ध है। दसवीं व बारहवीं की सुधारात्मक परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जाएंगी।

इस साल दसवीं में 2803 स्कूलों से 2,52,557 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे जिनमें से 2308 परीक्षार्थी सफल नहीं हो सके। परीक्षा में शामिल 48 दृष्टिबाधित छात्रों में से 13 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए। वहीं सीखने में दिक्कत की विशिष्ट समस्या जैसे डिसलेक्सिया आदि से पीड़ित 1184 छात्रों में से 112 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। 

वहीं बारहवीं कक्षा में 1460 स्कूलों से 99,551 परीक्षार्थियों में से 973 छात्र उत्तीर्ण नहीं हो सके। बारहवीं परीक्षा में भी 17 दृष्टिबाधित बच्चों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। वहीं सीखने में दिक्कत की विशिष्ट समस्या वाले 29 परीक्षार्थियों ने 90 फीसदी से अधिक अंक अर्जित किए।

बारहवीं के नतीजों में 99.76 प्रतिशत सफलता के साथ दक्षिण क्षेत्र ने बाजी मारी जबकि पश्चिम क्षेत्र 99.72 प्रतिशत सफल परीक्षार्थियों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।




CISCE बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा के नतीजे आज


नई दिल्ली। सीआईएससीई बोर्ड की कक्षा 10 व 12वीं के नतीजे बुधवार सुबह 11 बजे घोषित किए जाएंगे। 


द काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जोसेफ इमैनुएल ने बताया कि सीआईएससीई वेबसाइट या बोर्ड के कॅरिअर पोर्टल पर परिणाम देखे जा सकते हैं। नतीजे डिजिलॉकर से भी देखे जा सकेंगे। सुधार परीक्षाएं जुलाई में होंगी। 

Tuesday, May 7, 2024

CISCE के नतीजे जारी, 10वीं और 12वीं में बेटियों का एक बार फिर दबदबा, नहीं होंगी कंपार्टमेंट परीक्षाएं

CISCE : 10वीं, 12वीं में नहीं होंगी कंपार्टमेंट परीक्षाएं


नई दिल्ली। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने इस वर्ष से 10वीं (आईसीएसई) व 12वीं (आईएससी) दोनों कक्षाओं में कंपार्टमेंट परीक्षाएं नहीं करने का फैसला किया है।

इसके बदले जो छात्र इसी वर्ष परीक्षा में अपने अंक-ग्रेड में सुधार करना चाहते हैं, वे अधिकतम दो विषयों में सुधार परीक्षा दे सकते हैं। परीक्षा जुलाई में होगी। परीक्षा का विवरण शीघ्र ही वेबसाइट https://cisce.org पर अपलोड किया जाएगा।


दसवीं में पश्चिम क्षेत्र सबसे बेहतर : सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी व व सचिव जोसेफ एमेनुअल के मुताबिक, इस साल दसवीं में पश्चिम क्षेत्र का रिजल्ट सबसे बेहतर रहा। यहां से 99.91 फीसदी छात्र सफल रहे। वहीं दक्षिण क्षेत्र का परिणाम 99.88 फीसदी, उत्तरी का 99.31 व पूर्वी का 99.24 फीसदी रहा। बारहवीं में दक्षिण क्षेत्र का रिजल्ट सबसे अच्छा रहा। यहां पास प्रतिशत 99.53 फीसदी है। पश्चिमी क्षेत्र का रिजल्ट 99.32 फीसदी रहा है।

60 विषयों की परीक्षाएं इस साल आईसीएसई में 60 विषयों की परीक्षाएं हुईं, जिनमें एक शास्त्रीय भाषा, 20 क्षेत्रीय भाषाएं व 13 विदेशी भाषाएं हैं। आईएससी में 47 विषयों की परीक्षाएं हुईं, जिनमें 12 क्षेत्रीय, 4 विदेशी और दो शास्त्रीय भाषाएं शामिल हैं। 



CISCE के नतीजे जारी, 10वीं और 12वीं में बेटियों का एक बार फिर दबदबा


नई दिल्ली। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के 10वीं (आईसीएसई) और 12वीं (आईएससी) के नतीजों में एक बार फिर बेटियों ने बेटों को पीछे छोड़ दिया। सोमवार को जारी परीक्षा परिणाम में दसवीं का पास प्रतिशत 99.47 जबकि बारहवीं का 98.19 फीसदी रहा। आईसीएसई में लड़‌कियों का पास प्रतिशत 99.65, लड़कों का 99.31 रहा है। वहीं बारहवीं (आईएससी) में लड़कियों का पास प्रतिशत 98.92 व लड़कों का 97.53 रहा। 




सीआईएससीई बोर्ड के दसवीं के 2,695 स्कूलों से कुल 2,43,617 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। बारहवीं के नतीजों में बीते साल के मुकाबले 1.26 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। वहीं, दसवीं का परिणाम पिछले साल से 0.53 फीसदी अधिक रहा। सीबीएसई की तर्ज पर सीआईएससीई ने भी इस बार मेधा सूची जारी नहीं की इसलिए टॉप करने वाले विद्यार्थियों की जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई। दसवीं में 1,289 व बारहवीं में 1,813 विद्याथी असफल रहे। आईएससी के 1,366 स्कूलों से कुल 99,901 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। दसवीं के 2,695 स्कूलों में 2,223 स्कूलों का परिणाम सौ फीसदी रहा है जबकि बारहवीं के 1,366 स्कूलों में 904 स्कूलों का नतीजा सौ फीसदी रहा।


99.65 फीसदी छात्राएं दसवीं में हुई सफल

98.92 फीसदी ने 12वीं में मारी बाजी

दसवीं में पश्चिम, 12वीं में दक्षिण क्षेत्र सबसे बेहतर


सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी व व सचिव जोसेफ एमेनुअल के मुताबिक, इस साल दसवीं में पश्चिम क्षेत्र का रिजल्ट सबसे बेहतर रहा। यहां से 99.91% छात्र सफल रहे। वहीं, दक्षिण क्षेत्र का परिणाम 99.88%, उत्तरी का 99.31 व पूर्वी का 99.24% रहा। बारहवीं में दक्षिण क्षेत्र का रिजल्ट सबसे अच्छा रहा। यहां पास प्रतिशत 99.53% है। पश्चिमी क्षेत्र का रिजल्ट 99.32 फीसदी रहा है।


10 मई तक पुनर्परीक्षण का मौका

इस साल आईसीएसई में 60 विषयों की परीक्षाएं हुईं, जिनमें एक शास्त्रीय भाषा, 20 क्षेत्रीय भाषाएं व 13 विदेशी भाषाएं हैं। आईएससी में 47 विषयों की परीक्षाएं हुईं, जिनमें 12 क्षेत्रीय, 4 विदेशी और दो शास्त्रीय भाषाएं शामिल हैं। नतीजों से असंतुष्ट विद्यार्थी पुनर्परीक्षण के लिए 10 मई तक आवेदन कर सकते हैं।

Monday, May 6, 2024

CISCE : 10वीं व 12वीं के नतीजे आज

CISCE : 10वीं व 12वीं के नतीजे आज


नई दिल्ली। काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) कक्षा 10 व 12 की बोर्ड परीक्षा के नतीजे सोमवार को घोषित होंगे। परिणाम बोर्ड की वेबसाइट, कॅरिअर पोर्टल और डिजीलॉकर पर उपलब्ध होंगे।


बोर्ड के मुख्य कार्यकारी व सचिव जोसेफ इमैनुएल ने बताया, नतीजों की घोषणा सुबह 11 बजे की जाएगी। वहीं, बोर्ड ने इस सत्र से कक्षा 10 व 12 के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा बंद कर दी है। जो अभ्यर्थी परीक्षा के एक ही वर्ष में अंक या ग्रेड में सुधार करना चाहते हैं, वे अधिकतम दो विषयों में सुधार परीक्षा दे सकते हैं। सुधार परीक्षा जुलाई में होगी।

Saturday, April 6, 2024

CISCE ने किया 11वीं और 12वीं के पाठयक्रम में बदलाव, नए शैक्षणिक सत्र से होगा लागू

CISCE ने किया 11वीं और 12वीं के पाठयक्रम में बदलाव, नए शैक्षणिक सत्र से होगा लागू

● 2024-25 की बोर्ड परीक्षा बदले पाठ्यक्रम के साथ होगी

● जिन विषयों में संशोधन हुआ उनकी सूची वेबसाइट पर जारी


लखनऊ ।राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी ) 2020 का असर पर पाठ्यक्रमों पर दिखने लगा है। अब कक्षा एक से 12 तक के पाठ्यक्रमों में एनईपी के तहत बदलाव किए जा रहे हैं।

सीआईएससीई ने 11 वीं के शैक्षणिक वर्ष 2024-25 और 12 वीं की वर्ष 2025 की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम के अन्तर्गत प्रमुख विषयों में संशोधन कर दिया है। शुक्रवार को काउंसिल की तरफ से सभी स्कूलों को गाइडलाइन भेजी गई। साथ ही संशोधित पाठ्यक्रम को काउंसिल की वेबसाइट पर अपलोड भी कर दिया गया है। 11 और 12 वीं के छात्र अब नए सत्र में संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार ही पढ़ाई करेंगे।


सीआईएससीई के अन्तर्गत सबसे ज्यादा संशोधन आईएससी (12 वीं) में किए गए हैं। वर्ष 2025 परीक्षा के लिए 12 के भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्रत्त्, जीव विज्ञान, अंक शास्त्रत्त्, व्यापार, हिसाब किताब, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, समाज शास्त्रत्त्, मनोविज्ञान और विधिक अध्ययन विषय में संशोधन किया गया है। इन 12 विषयों के अलावा अन्य विषय पूर्व की तरह ही रहेंगे।

काउंसिल ने कक्षा 12 में जहां 12 विषयों में संशोधन किया है। वहीं कक्षा 11 में शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए चार प्रमुख विषयों में बदलाव किए गए हैं।

जिसमें रसायन विज्ञान, बायोलॉजी, गणित और इतिहास विषय का नाम शामिल है। शेष विषयों के पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 11 वीं का संशोधित कोर्स भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।


छात्र और छात्राएं विषयों में ढूंढ़ने लगे संशोधन

आईएससी 12 वीं के प्रमुख विषयों में बदलाव की सूचना आते ही छात्र-छात्राओं में उत्सुकता बढ़ गई। अचानक हुए बदलाव को जानने के लिए छात्रों ने वेबसाइट देखने के साथ कॉलेज के शिक्षकों से भी सम्पर्क किया। अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि काउंसिल की गाइडलाइन और विषयों में हुए बदलाव से छात्रों के साथ ही अभिभावकों को भी शनिवार को ही परिचत कराया जाएगा। जिससे किसी को किसी तरह का भ्रम न होने पाए।


सीआईएससीई बदलते समय के साथ पाठ्यक्रम में संशोधन करती है। संशोधन से कोर्स अपग्रेड हो जाता है और कई नई जानकारियां जुड़ती जाती हैं। जो भी बदलाव है वो एनईपी 2020 की वजह से किए जा रहे हैं। जो छात्र हित में हैं। –अनिल अग्रवाल, अध्यक्ष, अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन

Tuesday, January 31, 2023

साल में दस दिन बैग से छुट्टी, CISCE proposes at least 10 bagless days a year from classes VI to VIII, किताबों के अलावा छात्रों के कौशल विकास पर भी जोर देने की कवायद

CISCE स्कूलों में साल में दस दिन बैग से छुट्टी

CISCE proposes at least 10 bagless days a year from classes VI to VIII


• शैक्षिक सत्र 2023-24 में कक्षा छह से आठ तक के लिए होगी व्यवस्था 
• किताबों के अलावा छात्रों के कौशल विकास पर भी जोर देने की कवायद

The Council for the Indian School Certificate Examinations on Friday issued a guideline to schools on bagless days that it proposes to introduce in middle school soon. Initially, at least 10 bagless days or 60 hours a year are being earmarked for students of classes VI to VIII.


The council says the bagless days will help children experience joyful learning with fun. According to the CISCE chief executive and secretary Gerry Arathoon, it is a step towards exposing students to vocational crafts and connecting them with skill-based activities so that it addresses the limitations of bookish knowledge by integrating its application in real-life situations.


राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) शैक्षिक सत्र 2023-24 से कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए बैगलेस व्यवस्था लागू करने जा रही है। उन्हें साल में दस दिन स्कूल में बैग नहीं ले जाना पड़ेगा। काउंसिल ने स्कूलों को गाइडलाइन भेज दी है।


नई व्यवस्था लागू करने के पीछे काउंसिल का उद्देश्य बच्चों को तनावमुक्त पठन-पाठन का माहौल  देना है। कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को स्कूल की समय सारिणी के तहत कम से कम 10 बैगलेस दिन या 60 घंटे प्रति वर्ष निर्धारित किए गए हैं। 


बैगलेस वाले दिन विद्यार्थियों को विशिष्ट विषयों जैसे काष्ठकला, कृषि, विद्युत कार्य बागवानी, स्थानीय कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा। काउंसिल ने स्कूलों को स्थानीय समस्याओं पर विद्यार्थियों द्वारा सर्वेक्षण और साक्षात्कार की व्यवस्था करने के लिए भी कहा है। विद्यार्थी समस्याओं के बारे में संबंधित ब्योरा और जानकारी एकत्र कर प्रश्न तैयार करेंगे और बात करेंगे, ताकि समस्याओं का अनुभव प्राप्त कर समाधान खोज सकें।



सीआइएससीई ने नई शिक्षा नीति के तहत साल में दसदिन बैगलेस व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया है। इस दिन स्कूल के आसपास औद्योगिक या कौशल विकास से संबंधित जिस भी तरह की गतिविधिमिलेगी, उसमें बच्चों का प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाएगा । इससे उनके अंदर पढ़ाई के साथ-साथ व्यवासायिक क्षमता विकसित होगी।