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Saturday, December 26, 2020

69000 शिक्षक भर्ती : आरक्षण के मसले पर अड़े दिव्यांग अभ्यर्थी, धरना जारी

प्रयागराज। विभिन्‍न मांगों को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद में दिव्यांग अभ्यर्थियों का धरना शुक्रकर को भी जारी रहा। अभ्यर्थी मांग पर अड़े हुए हैं कि 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत आरपीडब्ल्यूडी एक्ट 2016 का पालन करते हुए उन्हें चार फीसदी आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। साथ ही श्रवणहस एवं दृष्टिबाधित दिव्यांग अभ्यर्थियों की बची हुई सीटों को चलन क्रिया बाधित अभ्यर्थियों से भर जाए। अभ्यर्थियों का दावा है कि पिछली भर्तियों की 1350 बैक लॉग की सीटें हैं।



उन्नाव : स्वेटरों की गुणवत्ता ठीक न होने पर अल्टीमेटम, शासन ने लिया फीड बैक तो अभिभावकों ने खोली पोल

स्वेटरों की गुणवत्ता ठीक न होने पर अल्टीमेटम, शासन ने लिया फीड बैक तो अभिभावकों ने खोली पोल

उन्नाव। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को दिए जा रहे स्वेटर की गुणवत्ता की पोल अभिभावकों ने खोल दी। शासन स्तर से लिए गए फीड बैक में कई शिकायतें आई हैं। बताया गया कि स्वेटर का न तो साइज सही है और न ऊन। इसे पहनने पर भी ठंड से राहत नहीं मिलती। इस फीड बैक के बाद शासन स्तर से अधिकारियों को सुधार का अल्टीमेटम दिया गया है। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के मोबाइल नंबर योजनाओं की हकीकत जानने के लिए मिशन प्रेरणा के तहत फीड कराए गए थे।

इस समय छात्रों को दिए जा रहे स्वेटर वितरण का शासन स्तर से फीड बैक लिया गया इसमें 516 अभिभावकों से गुणवत्ता की जानकारी के लिए फोन पर बात हुई। 394 अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों को स्वेटर ही नहीं मिला। पांच अभिभावकों ने बताया कि मिले स्वेटर की गुणवत्ता ठीक नहीं है।


ऑनलाइन कक्षाओं की जानकारी ली गई तो उसमें 169 अभिभावकों ने बताया कि कक्षाओं का संचालन किया गया। 347 अभिभावकों ने बताया कि कोरोना काल से उनके छात्रों की पढ़ाई नहीं कराई गई। शासन से डीएम को सुधार की चेतावनी मिलने पर उन्होंने बीएसए प्रदीप कुमार पांडेय को कमियों में सुधार करने को कहा है।

बनारस शिक्षा मॉडल से रुबरु हुए प्रदेश के 200 शिक्षक, राज्य स्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन


वाराणसी। बेसिक शिक्षा में सकारात्मक बदलाव और परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शुक्रवार को लोहता स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल में मिशन शिक्षण संवाद के बैनर तले राज्य स्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के 75 जिलों से 200 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन डायट प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने किया। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा से जो ज्ञान बच्चों कोमिलता है, वही देश का भविष्य तय करता है। उसी से समाज का विकास होता है। मुख्य अतिथि पिंडरा विधायक अवधेश सिंह ने शिक्षकों द्वारा बनाई गई मिशन संवाद ग्रुप की सराहना । वाराणसी के एडमिन रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मिशन का उद्देश्य शिक्षक का सम्मान और शिक्षा का उत्थान है। ग्रुप एडमिन सरिता राय ने बताया कि वर्तमान में जिले के 200 से अधिक शिक्षक प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं, जबकि सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, वेब पेज आदि से हजारों लोग जुड़े हैं।

शिक्षकों को किया सम्मानित : दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन 50 से ज्यादा शिक्षकों ने अपने अपने जिले में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बदलावों को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया कार्यक्रम में राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया कार्यशाला के बाद प्रदेश के अन्य जिलों से आए शिक्षकों को जिले के मॉडल स्कूलों का भ्रमण कराया गया इसमें प्राथमिक विद्यालय सिहोरवा उत्तरी व पूर्व माध्यमिक विद्यालय लोहता शामिल है। इस अवसर पर मिशन शिक्षण संवाद के मनोज सिंह, खंड शिक्षाधिकारी डीपी सिंह, अशोक सिंह, बृजेश कुमार राय, राम टहल, गुप्त आदि मौजूद रहे।

योग आसन से गोपाल ने लूटी वाहवाही
वाराणसी। लोहता स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल परिसर में शुक्र वार को आयोजित राज्य स्तरीय मिशन शिक्षण संवाद कार्यशाला में जब स्कूल के छात्र गोपाल ने अपने योग के करतब दिखाने शुरू किए तो सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट से उसका उत्साह बढ़ाया। शरीर शिवस्त्रोत की बेहतरीन प्रस्तुति ने खूब वाहवाही लूटी।

औरैया : घूस मांगते डीआइओएस का आडियो वायरल, मृतक आश्रित से मांग रहे थे रकम, डीआईओएस के साथ आरोपित क्लर्क भी निलंबित

कार्रवाई : घूस मांगते डीआइओएस का आडियो वायरल, निलंबित

▪️औरैया के डीआइओएस मृतक आश्रित से मांग रहे थे रकम

▪️आरोपित क्लर्क संतोष भी निलजित, पीड़ित को बेवजह दौड़ा रहे थे

लखनऊ : घूस मांगने का आडियो वायरल होने के बाद औरैया के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) हृदय नारायण त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया है। जांच में उन पर मृतक आश्रित कोटे से सहायक लिपिक पद पर |नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाले सुशील कुमार यादव से घूस मांगे जाने का आरोप प्रथम दृष्टया सही पाया गया है।

डीआइओएस ने जांच अधिकारी व कानपुर के मंडलीय सहायक | शिक्षा निदेशक केके गुप्ता के समक्ष |स्वीकार किया कि बीती 22 दिसंबर को वायरल हुए ऑडियो में उनकी ही आवाज है। मामले में शामिल | डीआइओएस कार्यालय के क्लर्क संतोष बाबू को भी निलंबित कर | दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की ओर से डीआइओएस के निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशक के शिविर कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

दलीपपुर स्थित किसान विद्यापीठ इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक अमर सिंह की मृत्यु 28 फरवरी, 2017 को हो गई थी। पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित के रूप में सहायक लिपिक पद पर सुशील कुमार यादव ने आवेदन किया, लेकिन उनकी नियुक्ति की फाइल बार बार अड़ंगा लगाया जा रहा था। डीआइओएस कार्यालय में तैनात क्लर्क संतोष बाबू पीड़ित से कभी 10 लाख, कभी सात लाख और कभी तीन लाख रुपये की डिमांड मोबाइल फोन पर कर रहा था। डीआइओएस भी पीड़ित सुशील कुमार यादव से रकम की मांग कर रहे थे।

कानपुर मंडल के जेडी माध्यमिक केके गुप्ता ने बताया कि जांच के बाद डीआइओएस हृदय नारायण को निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर डीआइओएस इटावा अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। लिपिक संतोष को भी निलंबित किया गया है।

शिक्षा विभाग: छह माह में दो अलग प्रस्ताव, शासन असमंजस में,समूह ख के पदों को हासिल करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी व राजकीय शिक्षक आमने-सामने


प्रयागराज : उत्तर प्रदेश शैक्षिक (सामान्य शिक्षा संवर्ग) सेवा समूह ख के पदों को हासिल करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी व राजकीय शिक्षक आमने-सामने हैं। दोनों अधिकाधिक पद हासिल करने के लिए तर्क दे रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने भी वाजिब रास्ता निकालने की जगह दोनों की मांगों को प्रस्ताव की शक्ल देकर शासन के सिपुर्द कर दिया है। महज छह माह के अंदर दो प्रस्ताव भेजे गए, दोनों में अलग-अलग कोटा की दावेदारी की गई है। शासन इसको लेकर असमंजस में है।


उप्र शैक्षिक सेवा नियमावली 1992 में उप्र शैक्षिक अधीनस्थ राजपत्रित पुरुष शाखा के 597, महिला शाखा के 221 व निरीक्षण शाखा के 179 पद स्वीकृत थे। तीनों वर्गो में वरिष्ठता के आधार पर क्रमश: 61, 22 व 17 फीसद के अनुपात में पदोन्नति से पद भरे जाने की व्यवस्था है। इस समय संवर्ग के पद बढ़कर पुरुष शाखा में 766, महिला में 807 व निरीक्षण शाखा में 1031 स्वीकृत हैं। शिक्षा निदेशालय ने चार मार्च 2020 को पदोन्नति से इन पदों को भरने के लिए तय कोटा में संशोधन करके प्रस्ताव शासन को भेजा। इसमें क्रमश: 33, 33 व 34 किए जाने की तैयारी थी।

इसकी भनक लगने राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पारसनाथ पांडेय ने 28 जुलाई को प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति का कोटा पुरुष व महिला शाखा से 50-50 करने और निरीक्षण शाखा को बीएसए के पद शत-प्रतिशत पदोन्नति करने की मांग की। अपर शिक्षा निदेशक राजकीय अंजना गोयल ने यह पत्र 25 सितंबर को शासन को भेजा है। पांडेय का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों को इसमें रखने की जरूरत नहीं है, बल्कि वह अपने संवर्ग में प्रमोशन हासिल करें। वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष प्रमेंद्र शुक्ल का कहना है कि उनकी दावेदारी बेहद मजबूत है।





ज्ञात हो कि उच्च न्यायालय के आदेश के तहत तबादलों के लिए ऑनलाइन आवेदन और रजिस्ट्रेशन 18 से 21 दिसंबर तक दोबारा लिए गए। जिला स्तर पर ऑनलाइन काउंसिलिंग और आवेदन पत्र का सत्यापन 22 से 24 दिसंबर तक तय किया गया था। बेसिक शिक्षा अधिकारियों के अनुरोध पर यह तिथि बढ़ाकर 27 दिसंबर की गई है।



 

चित्रकूट मण्डल : बिना स्पष्टीकरण वेतन रोकने एवं ऑफ़लाइन निरीक्षण आख्या पर कार्यवाही सम्बन्धी प्रा0शि0संघ के शिकायती पत्र पर आवश्यक कार्यवाही हेतु एडी (बेसिक) का आदेश

चित्रकूट मण्डल : बिना स्पष्टीकरण वेतन रोकने एवं ऑफ़लाइन निरीक्षण आख्या पर कार्यवाही सम्बन्धी प्रा0शि0संघ के शिकायती पत्र पर आवश्यक कार्यवाही हेतु एडी (बेसिक) का आदेश


 

Friday, December 25, 2020

नौवीं, ग्यारहवीं में 10 जनवरी तक लें प्रवेश, यूपी बोर्ड ने बढ़ाई अग्रिम पंजीकरण की तिथि

नौवीं, ग्यारहवीं में 10 जनवरी तक लें प्रवेश, यूपी बोर्ड ने बढ़ाई अग्रिम पंजीकरण की तिथि

प्रयागराज : यूपी बोर्ड ने वर्तमान शैक्षिक सत्र में नौवीं और ग्यारहवीं में प्रवेश की तिथि 10 जनवरी तक बढ़ा दी है। यूपी बोर्ड सचिव की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि स्कूल नौवीं एवं ग्यारहवीं के छात्र-छात्राओं का अग्रिम पंजीकरण 10 जनवरी तक कर सकेंगे।


प्रधानाचार्य 50 रुपये अग्रिम पंजीकरण शुल्क प्रति छात्र की दर से 10 जनवरी तक बोर्ड की वेबसाइट upmspedu.in पर चालान को ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। 


यूपी बोर्ड के सचिव ने प्रधानाचार्यों से कहा है कि छात्रों की फोटोयुक्त नामावली बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजने के लिए 15 जनवरी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में उपलब्ध करा दें। यूपी बोर्ड ने इससे पहले 23 दिसंबर को ही हाईस्कूल एवं इंटर की 2021 की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की तिथि पांच जनवरी तक बढ़ा दी थी।

Thursday, December 24, 2020

महराजगंज : 'दीक्षा' को मानव संपदा से मर्ज न करने के कारण के सम्बन्ध में सम्बन्धित शिक्षकों, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों की बीएसए ने मांगी सूचना

महराजगंज : 'दीक्षा' को मानव संपदा से मर्ज न करने के कारण के सम्बन्ध में सम्बन्धित शिक्षकों, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों की बीएसए ने मांगी सूचना।


महराजगंज : प्रत्येक शिक्षक द्वारा 10 छात्रों/अभिभावकों को दीक्षा एप डाउनलोड करवाने और सम्बन्धित छात्रों/अभिभावकों के नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि सूचना प्रेषित करने के सम्बन्ध में बीएसए का निर्देश जारी

महराजगंज : प्रत्येक शिक्षक द्वारा 10 छात्रों/अभिभावकों को दीक्षा एप डाउनलोड करवाने और सम्बन्धित छात्रों/अभिभावकों के नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि सूचना प्रेषित करने के सम्बन्ध में बीएसए का निर्देश जारी।



हाथरस : स्काउट-गाइड के अन्तर्गत बिगिनर्स कोर्स प्रशिक्षण के सम्बन्ध में

हाथरस : स्काउट-गाइड के अन्तर्गत बिगिनर्स कोर्स प्रशिक्षण के सम्बन्ध में






हाथरस : मिशन प्रेरणा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दिनाँक 26 दिसम्बर को डायट प्राचार्य की मासिक समीक्षा बैठक के सम्बन्ध में

हाथरस : मिशन प्रेरणा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दिनाँक 26 दिसम्बर को डायट प्राचार्य की मासिक समीक्षा बैठक के सम्बन्ध में



आठवीं से दसवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए सीबीएसई ने ऑनलाइन शुरू किया ये चैलेंज

आठवीं से दसवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए सीबीएसई ने ऑनलाइन शुरू किया ये चैलेंज


केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने ऑनलाइन माध्यम से ‘साइंस चैलेंज' की शुरूआत की है। इस ऑनलाइन चैलेंज की शुरुआत छात्रों के जिज्ञासा व चिंतन क्षमता को विकसित करने के लिए की गई है। सीबीएसई का कहना है कि सीबीएसई साइंस चैलेंज दीक्षा पोर्टल और एप पर 11 जनवरी 2021 तक उपलब्ध रहेगा।


आठवीं और दसवीं के छात्र ले सकेंगे हिस्सा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के इस साइंस चैलेंज में आठवीं और दसवीं के छात्र हिस्सा ले सकेंगे।छात्र अपने कम्प्यूटर या एंड्रायड मोबाइल फोन के जरिये दीक्षा एप के माध्यम से कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और पहुंच स्थापित कर सकते हैं।


दीक्षा एप के जरिए चैलेंज में ले सकेंगे हिस्सा
क्विज में हिस्सा लेने के लिए छात्रों के पास दीक्षा एप होना चाहिए। छात्रों को चैलेंज में हिस्सा लेने से पहले दीक्षा एप पर अपना पंजीकरण करना होगा। छात्र अपने पंजीकृत ईमेल और पासवर्ड के जरिए ही इस चैलेंज जुड़ सकते हैं।  एक बार चैलेंज में शामिल होने के बाद छात्रों को सभी कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। इस चैलेंज में हिस्सा लेने वाले छात्रों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र मिलेगा।

विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोहों को कुलाधिपति सह राज्यपाल नेे दी मंजूरी

विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोहों को कुलाधिपति सह राज्यपाल नेे दी मंजूरी


प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह के लिए कुलाधिपति सह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने राज्य विश्वविद्यालय के कुलपतियों से प्रस्तावित तिथि भी मांगी है। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि के कुलपति और प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विवि के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर केएन सिंह ने प्रस्तावित तिथि भेज दी हैं। दोनों ही संस्थान में तैयारियां तेज कर दी गई हैं।


राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता की तरफ से सभी 31 राज्य विश्वविद्यालयों को पत्र भेजा गया है। इसमें सत्र 2019-20 के लिए आयोजित होने वाले दीक्षा समारोह की प्रस्तावित तिथि मांगी गई हैं।

साथ ही कुलपतियों से यह भी पूछा गया है कि वह ऑफलाइन मोड में आयोजन चाहते हैं अथवा ऑनलाइन। कहा जा रहा है कि लगभग सभी विवि ने प्रस्तावित तिथि राजभवन को भेज दी है। इन तिथियों में आयोजन को मंजूरी भी मिलने लगी है। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि के कुलपति और प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विवि के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर केएन सिंह ने बताया कि उन्होंने दोनों विवि के दीक्षा समारोह की प्रस्तावित तिथि भेज दी है।

मुक्त विवि में चार मार्च को दीक्षा समारोह के लिए मंजूरी भी मिल गई है। राज्य विवि में 15 मार्च को समारोह प्रस्तावित है। दोनों विवि में ऑफलाइन मोड में समारोह होगा। गोल्ड मेडल पाने वालों की सूची तैयार करने के साथ मुख्य अतिथि के नाम पर मुहर लगना बाकी है। समारोह कोविड-19 गाइडलाइन के अनुरूप संपन्न कराया जाएगा। इसमें केवल पदकवीरों को ही शामिल होने का मौका मिलेगा।

सिसोदिया से बहस को हमारे बीएसए ही काफी, बोले बेसिक शिक्षा मंत्री, जनपदीय तबादले की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के दिए संकेत

सिसोदिया से बहस को हमारे बीएसए ही काफी,  बोले बेसिक शिक्षा मंत्री, जनपदीय तबादले की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के दिए संकेत



'हम दिल्‍ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नता मनीष सिसौदिया से अपने प्रदेश के किसी भी जिले के ब्रेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से खुली बहस कराएंगे। दिल्ली में तो कुल 2500 विद्यालय हैं। हमारे यहां ता एक जिले में हीं 2500 विद्यालय हैं। सिसोदिया के साथ बहस के लिए हमारे बीएसए ही काफी हैं।' यह बातें प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवदी ने बुधवार को  कही। 


उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में अटल जन्मोत्सव सप्ताह के तहत आयोजित “लोकतांत्रिक मूल्य और भारतीय राजनीति' विषयक राष्ट्रीय संगांष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि सिसोदिया क्‍या बहस करेंगे ? उनको बहस के लिए तो किसी भी जिले का बीएसए ही काफी है। महानगर (दिल्ली) में तो केवल 2500 विद्यालय हैं, यहां 160 लाख विद्यालय हैं। 


सिसोदिया को लखनऊ में रोके जाने के आरोप को भी उन्होंने खारिज कर दिया। बोले-बंधड़क कोई मंत्री आता है और सवाल करता है। चुनौती देता है, आलोचना करता है फिर बिना किसी ब्राधा वापस भी चला जाता है, इससे अधिक कैसी आजादी चाहिए। उन्होंने प्रदेश में शिक्षकों के जनपदीय तबादले की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के संकेत दिए। मनीष सिसौदिया ने प्रदेश सरकार के मंत्री एवं प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह को शिक्षा की स्थिति और दिल्‍ली के केजरीवाल मॉडल बनाम योगी के उत्तर प्रदेश मॉडल पर बहस की चुनौती दी थी।

यूपी बोर्ड : परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन अपलोड किए जाने की अंतिम तिथि बढ़ी

यूपी बोर्ड : परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन अपलोड किए जाने की अंतिम तिथि बढ़ी

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा 10 एवं 12 की परीक्षा के आवेदन पत्रों को ऑनलाइन अपलोड किए जाने की अंतिम तिथिविलंब शुल्क के साथ पांच जनवरी 2021 तक बढ़ा दी गई है । उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों को देखते हुए यह फैसला किया गया है।


डॉ. शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा कोषागार में जमा किए गए परीक्षा शुल्क की सूचना तथा छात्र-छात्राओं के शैक्षिक विवरण को परिषद की वेबसाइट (upmsp.edu.in) पर अपलोड करने की अंतिम तिथि को संशोधित करते हुए पांच जनवरी 2021 करदीगई है। इसी के साथ संस्था द्वारा पंजीकृत अभ्यर्थियों की फोटोयुक्त नामावली एवं तत्सम्बंधी कोषपत्र की एक प्रति परिषद के क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजे जाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 10 जनवरी 2021 कर दी गई है।


यूपी बोर्ड के छात्र पांच तक भरेंगे परीक्षा फॉर्म, कोरोना महामारी को देखते हुए विद्यार्थियों को दी गई राहत

लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के ऑनलाइन फॉर्म भरने की अंतिम तारीख पांच जनवरी, 2021 तक बढ़ा दी गई है। विलंब शुल्क के साथ विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे। कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हुईं विषम परिस्थितियों को देखते हुए विद्यार्थियों को यह राहत दी गई है। पहले 30 अक्टूबर तक ही विद्यार्थियों से फॉर्म भरवाए गए थे। वहीं कक्षा 9 व 11 के विद्यार्थी 10 जनवरी 2021 तक अपना पंजीकरण करा सकेंगे।

यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों द्वारा भरे गए परीक्षा फॉर्म को संस्था द्वारा पंजीकृत अभ्यर्थियों की फोटो युक्त नामावली एवं परीक्षा शुल्क की रसीद के साथ अब 10 जनवरी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करना होगा। वहीं कक्षा 9 व कक्षा 11 के विद्यार्थियों के अग्रिम पंजीकरण शुल्क 50 रुपये प्रति विद्यार्थी की दर से चालान के माध्यम से कोषागार में एकमुश्त जमा करने एवं जमा किए गए पंजीकरण शुल्क की सूचना तथा विद्यार्थियों के शैक्षिक विवरण को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने की तारीख 10 जनवरी 2021 तक बढ़ा दी गई है।

सभी शिक्षा बोर्डो के स्कूल एक ही पाली में खोलने की तैयारी


सभी शिक्षा बोर्डो के स्कूल एक ही पाली में खोलने की तैयारी


प्रयागराज : प्रदेश में यूपी बोर्ड से संबद्ध व अन्य शिक्षा बोर्डो के स्कूलों को एक ही पाली में संचालित करने की तैयारी है। बोर्ड सचिव ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से एक ही पाली में स्कूल संचालित करने के लिए सुझाव मांगे हैं, संकेत है कि जल्द ही इस संबंध में शासन निर्देश जारी करेगा। यह कदम शीतलहरी व कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए उठाया जा रहा है।

शासन ने बीती 10 अक्टूबर को निर्देश जारी करते हुए 19 अक्टूबर से प्रदेश के सभी शिक्षा बोर्डो के 9 से 12वीं तक के स्कूल शुरू किए जाने का निर्देश दिया था। स्कूलों को दो पाली में सुबह नौ से 12 और मध्यान्ह 12 से तीन बजे तक संचालित करने को कहा गया था, ताकि विद्यार्थियों के बीच शारीरिक दूरी का पालन हो। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने आदेश दिया कि जिन अभिभावकों की सहमति होगी, उनके बच्चों का स्कूलों में कोविड परीक्षण भी कराया जाएगा। 

इधर प्रदेश में शीतलहरी शुरू हो गई है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर का असर होने की आशंका है। ऐसे में शासन ने स्कूलों को एक ही पाली में संचालित करने का निर्देश दिया है। यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने जिला विद्यालय निरीक्षकों से सुझाव मांगे थे, उनमें से 11 जिलों ने बुधवार शाम तक रिपोर्ट भेजी है। डीआइओएस भी सुझाव दे रहे हैं। कुछ दो पाली चलाने पर सहमत हैं तो कुछ ने एक पाली का पक्ष लिया है। अब सभी की रिपोर्ट आने के बाद प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

प्रदेश के समस्त शिक्षा बोर्डों के कक्षा-9 से 12 तक के विद्यालयो में पठन पाठन एक पाली मे कराये जाने तथा विद्यालय खोलने का समय निर्धारित करने के संबंध में सुझाव मांगे जाने के संबंध में।


माध्यमिक शिक्षा विभाग की अवकाश तालिका वर्ष 2021 जारी, करें डाउनलोड। DOWNLOAD SECONDARY EDUCATION HOLIDAY LIST

माध्यमिक शिक्षा विभाग की अवकाश तालिका वर्ष 2021 जारी, करें डाउनलोड। DOWNLOAD SECONDARY EDUCATION HOLIDAY LIST 


माध्यमिक विद्यालयों के लिए अवकाश कैलेंडर जारी, अगले साल होगी 235 दिन पढ़ाई


माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालयों में 2021 में 235 दिन पढ़ाई होगी। वहीं ग्रीष्मकालीन अवकाश 21 मई से 30 जून तक होगा। 365 दिन में से 15 दिन विभिन्न प्रकार के अवकाश रहेंगे। विभाग ने बुधवार को विद्यालयों के लिए 2021 का अवकाश कैलेंडर जारी किया है।


माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि विद्यालयों में कार्यरत विवाहित महिलाओं को करवा चौथ का अवकाश दिया जाएगा। स्थानीय अवकाश जिलाधिकारी की ओर से निर्धारित किया जाएगा। राष्ट्रीय पर्वों पर शिक्षण संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 का आयोजन 15 दिन में किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 2020 में विद्यालयों में 231 दिन पठन-पाठन के लिए निर्धारित किए गए थे।


■   ये रहेंगे अवकाश
14 जनवरी - मकर सक्रांति
 20 जनवरी - गुरु गोविंद सिंह जयंती
 26 जनवरी - गणतंत्र दिवस
 16 फरवरी - बसंत पंचमी
 26 फरवरी - मो. हजरत अली का जन्म दिन
27 फरवरी - संत रविदास जयंती
 11 मार्च- महाशिवरात्रि
 28 मार्च - होलिकादहन
29 मार्च - होली
2 अप्रैल - गुड फ्राइडे
5 अप्रैल - ईस्टर मनडे
14 अप्रैल- डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती
21 अप्रैल - राम नवमी
25 अप्रैल - महावीर जयंती
14 मई - ईद-उल-फितर
21 मई से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश
21 जुलाई- बकरीद
15 अगस्त - स्वाधीनता दिवस
19 अगस्त - मोहर्रम
22 अगस्त - रक्षाबंधन
30 अगस्त - जन्माष्टमी
19 सितंबर - अनंत चतुर्दशी
28 सितंबर - चेहल्लुम
2 अक्तूबर - महात्मा गांधी जयंती
14 अक्तूबर - महानवमी
15 अक्तूबर - दशहरा
19 अक्तूबर - बारावफात
3 नवंबर - नरक चतुर्दशी
4 नवंबर - दीपावली
5 नवंबर - गोवर्धन पूजा
6 नवंबर - भैया दूज एवं चित्रगुप्त जयंती
19 नवंबर - गुरुनानक जयंती
24 नवंबर - गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस
25 दिसंबर - क्रिसमस डे
 

Wednesday, December 23, 2020

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के बाद ही होंगी

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के बाद ही होंगी: केंद्रीय शिक्षा मंत्री


नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को साफ किया है कि सीबीएसई की आगामी बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के बाद ही होगी। इनमें प्रैक्टिकल शामिल हैं। फरवरी के बाद इन परीक्षाओं को कब कराया जाएगा, इसका फैसला विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इसे लेकर शिक्षकों और छात्रों से भी फिर से चर्चा की जाएगी।





केंद्रीय मंत्री निशंक आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षकों के साथ फेसबुक और ट्विटर के जरिये चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं को आगे बढ़ाने से जुड़े सवाल पर कहा कि सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं वैसे तो एक से पंद्रह जनवरी के बीच होती थी, वहीं लिखित परीक्षाएं भी पंद्रह फरवरी से शुरू हो जाती थीं।


इस बार कोरोना महामारी के चलते स्कूलों की पढ़ाई जिस तरह से प्रभावित हुई है, उसमें आगामी बोर्ड परीक्षाएं फरवरी तक संभव नहीं है। इससे छात्रों को तैयारी के लिए और समय मिलेगा।

69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी, विरोध में धरना और प्रदर्शन जारी

69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी, विरोध में धरना और प्रदर्शन जारी


प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद की प्राथमिक स्कूलों की 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में दिव्यांगों को नियमानुसार आरक्षण न देने का आरोप लग रहा है। प्रदेश भर के अभ्यर्थी लगातार हक पाने के लिए परिषद मुख्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। परिषद सचिव प्रकरण को महानिदेशक को भेज चुके हैं इसके बाद से उनकी सुध नहीं ली जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि मांगे माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।


अभ्यर्थियों ने बताया कि बेसिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पांच दिसंबर, 2018 को जारी हुआ। लिखित परीक्षा छह जनवरी, 2019 को आयोजित की गई। इसके बाद रिजल्ट 12 मई, 2020 को जारी हुआ। भर्ती प्रक्रिया में अनंतिम सूची एक जून, 2020 को जारी की गई थी। इसमें विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण आरआरडब्लूडी एक्ट 2016 का पालन नहीं किया गया। नियमानुसार उन्हें चार प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए, उनके पदों को ओवरलैप करके दूसरे वर्ग के अभ्यर्थी भरे गए हैं।


बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर बेमियादी प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं। दोनों चरणों में दिव्यांग आरक्षण का हनन किया जा रहा है। इससे दिव्यांग प्रतियोगियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। सुनने व देखने से वंचित दिव्यांगजन की बची सीटों को अन्य दिव्यांगों से भरने, पिछली भर्तियों की 1,350 बैकलाग की सीटों बेसिक शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग की। उपेंद्र कुमार मिश्र, शिवेंद्र कुमार सिंह, कमलेश, दीपेन्द्र, प्रदीप कुमार शुक्ल शामिल रहे।

UGC ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी को चेताया, कोर्स ज्वाइन न वाले पहले साल के स्टूडेंट्स की पूरी फीस रिफंड करें

UGC ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी को चेताया, कोर्स ज्वाइन न वाले पहले साल के स्टूडेंट्स की पूरी फीस रिफंड करें


प्रवेश रद्द कराने वाले छात्रों को लौटानी होगी फीस, UGC का फरमान


नई दिल्ली : प्रवेश रद कराने वाले छात्रों की पूरी फीस वापस न करना उच्च शिक्षण संस्थानों को भारी पड़ सकता है। यूजीसी ने ऐसे संस्थानों को एक बार फिर सख्त चेतावनी दी है कि यदि छात्रों की फीस में किसी तरह की कटौती और उसे वापस करने में देरी की गई, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यूजीसी की ओर से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को पहले ही निर्देश दिए गए थे जिसमें कहा गया था कि चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान यदि स्नातक और परास्नातक के पहले वर्ष में प्रवेश ले चुका कोई छात्र अपना प्रवेश निरस्त कराता है तो उसकी फीस वापस कर दी जाए। साथ ही कहा था कि यदि छात्र ने 30 नवंबर 2020 तक अपना प्रवेश निरस्त कराया है तो उसकी पूरी फीस वापस की जाए। लेकिन यदि इसके बाद निरस्त कराता है, तो एक हजार रुपए प्रोसेसिंग फीस काट कर पूरी फीस लौटाई जाए। यूजीसी का मानना था कि कोरोना के चलते छात्रों के परिजन आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में यदि कोई छात्र किसी कारण अपना प्रवेश रद कराता है तो उसकी फीस लौटा दी जाए।


उच्च शिक्षा सेक्टर नियंत्रक यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को चेतावनी दी है। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से कहा है कि ऐसे कॉलेज और यूनिलर्सिटीज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो पहले साल के ऐसे स्टूडेंटस की फीस वापस नहीं कर रहे जो आर्थिक समस्या और किसी और कारण से कोर्स ज्वाइन नहीं कर पाए हैं। सभी यूनिवर्सिटीज के वाइस चांसलर को यूजीसी के चैयरमैन रजनीश जैन ने एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि यूजीसी को सैकड़ों शिकायतें मिली हैं, शिकायतों में बताया गया है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज स्टूडेंट्स की फीस रिफंड नहीं कर रहे हैं। 


आपको बता दें कि यूजीसी ने अपनी एकेडमिक गाइडलाइंस में साफ लिखा था कि अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स सेशन 2020-21 में कोविड-19 महामारी के कारण स्टूडेंट्स आर्थिक समस्या से गुजर रहे हैं, जिसके चलते इस बात को सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि 31 दिसंबर तक एडमिशन में जीरो कैंसलेशन चार्जेस हों।


पत्र में लिखा गया है कि    अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स सेशन 2020-21 में 31 दिसंबर तक किए रद्द किए गए, एडमिशन वापस लिए गए की पूरी फीस जो स्टूडेंट से ली गई है वापस की जाएगी। इसमें 1000 रुपए से ज्यादा की प्रोसिंग फीस की कटौती ही की जाएगी। वहीं यूजीसी के वरिष्ठ अधिकारी ने चिंता जाहिर की है कि अभी तक कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी के खिलाफ कई शिकायतें जो इन निर्देशों को नहीं मान रही हैं।

Tuesday, December 22, 2020

फतेहपुर : अंतर्जनपदीय स्थानांतरण हेतु द्वितीय चरण के आवेदकों की काउंसलिंग दिनांक 23 दिसम्बर को आयोजित किये जाने के संबंध में, अन्य निर्देश/ प्रपत्र भी देखें

फतेहपुर : अंतर्जनपदीय स्थानांतरण हेतु द्वितीय चरण के आवेदकों की काउंसलिंग दिनांक 23 दिसम्बर को आयोजित किये जाने के संबंध में, अन्य निर्देश/ प्रपत्र भी देखें।


फतेहपुर : अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए काउंसिलिंग आज

राहत : स्थानांतरण के लिए 75 शिक्षकों ने ऑनलाइन किया था आवेदन

समय पर काउंसिलिंग न कराने वालों का आवेदन होगा निरस्त

फतेहपुर : अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों की 23 दिसंबर यानि आज बुधवार को काउंसिलिंग होगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले शिक्षकों को समस्त मूल अभिलेख, शादी प्रमाण पत्र, सेवारत प्रमाण पत्र के साथ काउंसिलिंग में शामिल होने के निर्देश दिए हैं।

हाईकोर्ट के निर्देश पर जिले में अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए 18 से 21 दिसंबर के बीच ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। सभी विकासखंडों में तैनात 75 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। जिसके तहत अब आवेदन प्रक्रिया में शिक्षकों की काउंसिलिंग होनी है। बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग प्रक्रिया एनआरसी भवन में सुबह 11 बजे से शुरूहोगी। जिसमें आवेदन करने वाले शिक्षकों को मूल अभिलेख, शादी प्रमाण पत्र, सेवारत प्रमाण पत्र, पूर्व में लिए गए अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रति सहित उपस्थित होना होगा। इसके अलावा उन्हें स्थानांतरण किस वजह से चाहिए यह भी काउंसिलिंग में स्पष्ट करना होगा। उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि में काउंसिलिंग न कराने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं के आवेदन निरस्त कर दिए जाएंगे ।

इन्हें मिलेगा लाभ

बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण को लेकर प्रदेश सरकार ने 2019 में शासनादेश जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि जो शिक्षक एक बार स्थानांतरण ले चुके हैं वह दोबारा स्थानांतरण की मांग नहीं कर सकते। कुछ शिक्षकों ने इस आदेश को चुनौती देते हुए कोर्ट की शरण ली थी। कोर्ट ने उन शिक्षकों को दोबारा स्थानांतरण का लाभ देने के निर्देश दिए थे जिन्होंने विवाह पूर्व अंतरजनपदीय स्थानांतरण नीति का लाभ लिया था।

रिश्वत लेते गिरफ्तार बीईओ को भेजा जेल, एंटी करप्शन टीम ने था पकड़ा


रिश्वत लेते गिरफ्तार बीईओ को भेजा जेल, एंटी करप्शन टीम ने था पकड़ा।


 शिक्षक से रिश्वत लेते गिरफ्तार प्रतापगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सुनील कुमार को विशेष न्यायाधीश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ओम प्रकाश मिश्र ने बुधवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। सतर्कता अधिष्ठान, प्रयागराज की टीम ने उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार किया था।

प्रतापगढ़ के मंगरौरा ब्लाक स्थित एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक ने 18 दिसंबर, 2020 को पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान, प्रयागराज से खंड शिक्षा अधिकारी के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि नवंबर, 2019 से मई, 2020 तक का 2.20 लाख रुपये उनका एरियर भुगतान होना है। औपचारिकता पूरी करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी 20 हजार रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने मंगलवार को खंड शिक्षा अधिकारी को प्राथमिक विद्यालय मदाफरपुर के पास रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को आरोपित बीईओ को गोरखपुर में विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की अदालत में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।


प्रतापगढ़ में BEO को विजिलेंस टीम ने 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ दबोचा।

घूसखोर बीईओ का विवादों से रहा है नाता, साल भर पहले भी गया था जेल

कोई भी हो काम, घूसखोर बीईओ ने तय कर रखे थे दाम


शिक्षक मुकेश कुमार दुबे ने इसकी शिकायत विजिलेंस प्रयागराज से की थी। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने घेरेबंदी कर बीईओ सुशील कुमार कनौजिया को मंगरौरा बीआरसी कार्यालय से दबोच लिया। गिरफतार बीईओ कोंहड़ौर थाने लाया गया। जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

प्रतापगढ़ के कोंहड़ौर थाने में नीली कोट पहने घूस लेने का आरोपित खंड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार कनौजिया।


प्रयागराज । यूपी के प्रतापगढ़ जिले में मंगलवार दोपहर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी का घूस लेते रंगेहाथ पकड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रयागराज विजलेंस की टीम खंड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार कनौजिया को 10 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया। आरोपित खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कोंहड़ौर थाने में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

शिक्षक से एरियर के एवज में बीईओ ने मांगा था बीस हजार रुपये

मंगरौरा के बी ई ओ सुशील कुमार कनौजिया को मंगलवार को दिन में तीन बजे 10 हजार रुपये के साथ विजिलेंश की टीम ने मंगरौरा के बीआरसी कार्यालय से गिरफ्तार किया। आरोप है कि बीईओ ने ब्‍लॉक के चंदीपुर पूर्व माध्यामिक स्‍कूल के सहायक अध्यपक मुकेश कुमार दुबे से एरियर निकालने के एवज बीस हजार रुपये की मांग की थी।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

शिक्षक मुकेश कुमार दुबे ने इसकी शिकायत विजिलेंस प्रयागराज से की थी। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने घेरेबंदी कर बीईओ सुशील कुमार कनौजिया को मंगरौरा बीआरसी कार्यालय से दबोच लिया। गिरफतार बीईओ कोंहड़ौर थाने लाया गया। जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। सुशील कुमार मूल रूप से ग्राम रसिकापुर, थाना महराजगंज जिला जौनपुर का रहने वाला है। विजिलेंस टीम के मुताबिक गिरफतार खंड शिक्षा अधिकारी की गोपनीय जांच कराई तो यह पाया कि बीईओ सुशील कुमार की आम शोहरत ठीक नहीं है। उसकी आम शोहरत एक घूसखोर अफसर के रूप में है।


साल भर पहले भी गया था जेल 
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा खंड शिक्षाधिकारी सुशील कुमार कनौजिया मई 2019 में हरदोई जिले में तैनाती के दौरान जेल गया था। वह मल्लावां ब्लाक में तैनात था | वहां 19 मई 2019 को बच्चों के नामांकन को लेकर बैठक चल रही थी | बैठक में उसका बिलग्राम के बीइओ से विवाद और मारपीट हो गई थी। इस मामले में वहां के बीएसए हेमंत राव ने सुशील कुमार के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।



राहत : दशमोत्तर छात्रवृत्ति में आवेदन को मिला मौका, बढ़ी तिथि

राहत : दशमोत्तर छात्रवृत्ति में आवेदन को मिला मौका, बढ़ी तिथि।


वित्तीय वर्ष 2020-21 में दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन नहीं कर पाने वाले छात्र छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। ऐसे छात्र छात्राओं को आवेदन करने के लिए शासन ने अंतिम मौका दिया है। छात्र छात्राएं अब 10 जनवरी तक आवेदन कर सकेंगे। जबकि संस्था द्वारा आवेदन को अग्रसारित करने की तिथि भी बढ़ा दी गई।


दशमोत्मर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के तहत कक्षा ग्यारह, बारह, स्नातक, परास्नातक और अन्य कक्षाओं के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाता है। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की तिथि दिसंबर में निकल जाने के बाद तमाम छात्र छात्राओं में मायूसी का माहौल बना था। आवेदन की तिथि बढ़ाए जाने की मांग उठ रही थी। शासन तक मामला पहुंचा तो प्रमुख सचिव समाज कल्याण अनुभाग -3 ने आदेश जारी किया। जिसके क्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र कुमार गौतम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखा है। कहा गया है कि छात्रवृत्ति को लेकर पूर्व में जारी समय सारिणी को संशोधित किया गया है।


 छात्र छात्राओं द्वारा ऑनलाइन आवेदन पूर्ण करने की तिथि 15 दिसंबर थी जिसे बढ़ाकर 10 जनवरी किया गया है। जबकि संस्था से आवेदन अग्रसारित करने की तिथि 29 दिसंबर को बढ़ाकर 15 जनवरी किया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक से नई समय सारिणी के तहत संस्थाओं से कार्यवाही कराने का अनुरोध किया है। बहरहाल, शासन द्वारा संशोधन किए जाने से तमाम छात्र छात्राओं को राहत मिल जाएगी। मौका मिलने पर छात्र छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे।



फैसला : जिसे अनुपस्थित दिखाया उसे मिले 82 अंक, यूपी बोर्ड पर कोर्ट ने ठोका 10 हजार का हर्जाना

फैसला : जिसे अनुपस्थित दिखाया उसे मिले 82 अंक, यूपी बोर्ड पर कोर्ट ने ठोका 10 हजार का हर्जाना


प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाईस्कूल परीक्षा में बैठी छात्र को अनुपस्थित दिखाकर औसत अंक देने और उसे बेवजह परेशान करने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) प्रयागराज के सचिव पर 10 हजार रुपये हर्जाना लगाया है। कोर्ट ने पेश कॉपी की जांच के बाद मिले 82 अंक के साथ याची को नया अंकपत्र जारी करने का भी निर्देश दिया है।


यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने हाईस्कूल की छात्र प्रियंका की याचिका पर दिया है। याची ने 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा दी। समाजशास्त्र विषय में उसे अनुपस्थित मानकर औसत 26 अंक दिए गए, जबकि अन्य विषयों में उसे गुणवत्ता के अंक मिले है। इस पर याचिका दाखिल कर कहा कि उसने परीक्षा दी है, उसकी कॉपी मंगाई जाए। कोर्ट के निर्देश पर सरकारी अधिवक्ता ने याची की हाईस्कूल के समाजशास्त्र की कॉपी पेश की। कॉपी की जांच की गई तो उसे 52 अंक मिले, जबकि प्रायोगिक परीक्षा में 30 अंक मिले थे। इस प्रकार कुल 100 में से उसे 82 अंक मिले हैं।


कोर्ट ने याची को सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बांदा के प्रधानाचार्य के मार्फत नया अंकपत्र जारी करने का निर्देश दिया है। कहा कि छात्र को मानसिक पीड़ा हुई। इसके लिए 10 हजार रुपये हर्जाना दिया जाए। हर्जाना राशि एक माह में याची के पिता बृजेश कुमार सिंह के बैंक खाते में ड्राफ्ट के जरिए जमा कराने का निर्देश दिया है।

लेटलतीफी : कड़ाके की सर्दी में भी परिषदीय बच्चों को नहीं मिल पाए जूते-मोजे

लेटलतीफी : कड़ाके की सर्दी में भी परिषदीय बच्चों को नहीं मिल पाए जूते-मोजे


राजधानी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन अभी तक परिषदीय विद्यालयों के करीब 1.96 लाख बच्चों को शासन की तरफ से निशुल्क जूते और मोजे नहीं मिले हैं। सर्दियां शुरू होने से पहले बच्चों के पैरों में जूते मोजे होने चाहिए थे, लेकिन अब तक कोई खेप नहीं आई है। 


शिक्षकों ने बताया कि बच्चों की सारी संख्या विभाग को बहुत पहले उपलब्ध करा दी गई है। कोरोना काल में भी एक जुलाई से स्कूल खोले गए। मिड-डे मील का राशन, कुकिंग की लागत देने का कार्य किया गया। किताबें बंटवाई और अब स्वेटर भी बांट रहे हैं। समय पर जूते-मोजे आ गए होते तो इसी दौरान अभिभावकों को दे दिया गया होता। बार-बार अभिभावकों को स्कूल न बुलाना पड़ता।


टेंडर में हुई देरी
विभागीय जानकारी के अनुसार, शासन की तरफ से जूतों के लिए टेंडर जारी करने में देरी हुई है। विभाग पर जूतों की लागत कम करने का दबाव था। बताया जा रहा है कि इस बार पिछले वर्षों के मुकाबले कम कीमत में में जूते मंगाए जा रहे हैं। वहीं, जूते-मोजे वितरण का कार्यक्रम तय न होने की वजह से भी यह अटका हुआ है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री द्वारा जूते वितरण का कार्यक्रम गोरखपुर में कराए कराए जाने की बात चल रही है। कार्यक्रम फाइनल न होने पर वितरण प्रक्रिया अभी ठप पड़ी है।


बच्चों को बस्ते भी नहीं मिले
इस बार बच्चों को विभाग की तरफ से बस्ते भी नहीं मिले हैं। इस संबंध में शासन से अभी कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुआ है। बस्ता वितरित करने की प्रक्रिया की तैयारी को लेकर बेसिक शिक्षा कार्यालय में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है।


वितरण के लिए खेप नहीं आई
बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि शासन से सभी बच्चों को जूते-मोजे उपलब्ध कराने का आदेश तो आ गया है, लेकिन अभी तक वितरण के लिए खेप नहीं आई है।

राजकीय डिग्री कॉलेजों में अब टैबलेट से पढ़ेंगे विद्यार्थी, माध्यमिक स्कूलों के लिए भी हो रहे प्रयास

यूपी के पिछड़े जिलों के 160 महाविद्यालयों में मिलेंगे टैबलेट, बिना इंटरनेट के भी उपयोग कर सकेंगे विद्यार्थी

राजकीय डिग्री कॉलेजों में अब टैबलेट से पढ़ेंगे विद्यार्थी, माध्यमिक स्कूलों के लिए भी हो रहे प्रयास


लखनऊ : राजकीय डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थियों को अब टैबलेट के माध्यम से पढ़ने का मौका मिलेगा। दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है, वहां विद्यार्थी इसकी मदद से आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। टैबलेट में पहले से ही ई-कंटेंट मौजूद रहेगा। किताब की तरह इसे पढ़ने के लिए विद्यार्थी अपने घर भी ले जा सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को बेहतर ई-कंटेंट उपलब्ध होगा।


उच्च शिक्षा विभाग इसे पहले आकांक्षी जिलों के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। इसमें श्रवस्ती, चंदौली, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, फतेहपुर व चित्रकूट के कॉलेज शामिल हैं। इन जिलों के 18 डिग्री कॉलेजों के लिए 160 टैबलेट खरीदे गए हैं।


माध्यमिक स्कूलों में भी टैबलेट से पढ़ेंगे छात्र : माध्यमिक स्कूलों में भी विद्यार्थियों को टैबलेट की मदद से पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। इसके जरिये सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी आसानी से टैबलेट की मदद से विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए ई-कंटेंट को पढ़ सकेंगे।


प्रदेश के सात महत्वाकांक्षी जिलों के 18 राजकीय महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में टैबलेट वितरित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को पुस्तकालय से पुस्तकों की तरह टैबलेट भी निर्धारित समय अवधि के लिए आवंटित किए जाएंगे। विद्यार्थी बिना इंटरनेट सुविधा के भी इन टैबलेट का उपयोग कर सकेंगे।


उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, फतेहपुर, सोनभद्र और चंदौली जिले के राजकीय महाविद्यालयों में 8 से 9 टैबलेट  दिए जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने बताया कि टैबलेट में उत्तर प्रदेश डिजिटल लाइब्रेरी की पाठ्य सामग्री के साथ अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध रहेगी। कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष ऑनलाइन पढ़ाई पर ही जोर दिया गया है। इन सात जिलों में इंटरनेट सुविधाओं और विद्यार्थियों के पास संसाधनों का अभाव होने के कारण टैबलेट  उपलब्ध कराए गए हैं।

69000 शिक्षक भर्ती : 18 दिनों से प्रदर्शन कर रहे दो प्रदर्शनकारियों की हालत बिगड़ी


69000 शिक्षक भर्ती : 18 दिनों से प्रदर्शन कर रहे दो प्रदर्शनकारियों की हालत बिगड़ी

लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने को मांग कर रहे दो प्रदर्शनकारियों की तबीयत बुधवार को बिगड़ गई। 
एससीईआरटी कार्यालय पर 18 दिनों से प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के अनुसार, उनके पास खाने पीने तक के पैसे नहीं बचे हैं। कई साथी ठंड और बुखार से पीड़ित हैं। इनमें काफी अभ्यर्थी अपने बच्चों के साथ शामिल हैं। 

प्रदर्शन में उन अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन में प्राप्तांक अधिक भर दिए हैं। वे सुधार कर नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग कर रहे हैं।


69000 भर्ती में नियुक्ति पत्र के लिए प्रदर्शन और जाम : पुलिस ने भांजी लाठी तो कई को लगी चोट


परिषदीय विद्यालयों के 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से वंचित रहने वाले अभ्यर्थियों ने सोमवार को निशातगंज स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एबं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी ) कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रोड जाम कर दी। प्रदर्शकारी सुबह से शाम तक डटे रहे।


शाम को एक साथ निकलकर निशातगंज पुल पर जाम लगाने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया। इसमें कई अभ्यर्थियों को चोटें भी आईं। वहीं, प्रदर्शन के दौरान एक युवती की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाम में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। प्रदर्शनकारियों में जम्मू- कश्मीर से बीएड की डिग्री प्राप्त करने वाले और ज्यादा प्रातांक भरने वाले अभ्यर्थी शामिल हैं।

69000 शिक्षकों की भर्ती में दिया नियमानुसार आरक्षण : बेसिक शिक्षा मंत्री

69000 शिक्षकों की भर्ती में दिया नियमानुसार आरक्षण : बेसिक शिक्षा मंत्री


बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार सार आरक्षण दिया गया है। द्विवेदी न भर्ती में नियमानुसार आरक्षण नहीं मिलने के विरोध में आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों से सोमवार को यहां बीवीआईपी गेस्ट मुलाकात की। 


अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि भर्ती में एससी और ओबीसी के सात हजार से अधिक पदों पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई है। उन्होंने भर्ती में नियमानुसार आरक्षण और मेरिटोरियस रिजर्व कैंडिडेट (एमआरसी) व्यवस्था लागू करने की मांग को।

Monday, December 21, 2020

15 बिंदुओं में जानिए आज की शिक्षक संकुल की माह दिसम्बर की ऑनलाइन यूट्यूब बैठक / सेशन का निचोड़

15 बिंदुओं में जानिए आज की शिक्षक संकुल की माह दिसम्बर की ऑनलाइन यूट्यूब बैठक / सेशन का निचोड़


आज दिनांक 21 दिसंबर को सभी "शिक्षक संकुलों" का यू ट्यूब लाइव सेशन महानिदेशक महोदय स्कूल शिक्षा द्वारा आयोजित किया गया।यू ट्यूब लाइव सेशन की मुख्य- मुख्य बातें संक्षेप में निम्नांकित है।



1) 👉 औपचारिक रूप से स्कूल खुलने के उपरांत 100 दिन का विशेष उपचारात्मक शिक्षण शुरू होगा। शिक्षा चौपाल ,और बैठकों का आयोजन होगा। प्रेरणा उत्सव जनांदोलन के रूप में मनाया जाएगा।

2) 👉 मिशन प्रेरणा को अभिभावको,समुदाय का सक्रिय सहयोग लेकर जनांदोलन बनाये।

3) 👉 प्रेरणा लक्ष्य, प्रेरणा सूची को  प्रत्येक कक्षा कक्ष में चस्पा कराये।

4) 👉 सभी शिक्षक संकुल का विद्यालय आदर्श विद्यालय होना चाहिए, यदि नही है तो आदर्श रूप में विकसित करें। शिक्षक संकुल की भूमिका एक रिसोर्स पर्सन की होनी चाहिए। जिससे और शिक्षक/शिक्षिकाएं प्रेरित हो सके।

5) 👉 सभी शिक्षक संकुल अपने स्कूल के सेवित क्षेत्र का होम विजिट करे और बच्चो अभिभावको को मिशन प्रेरणा की  e पाठशाला, रेडियो, दूरदर्शन के कार्यक्रमो आदि की जानकारी दे। दीक्षा एप,रीड अलोंग एप की महत्ता समझाए और उन्हें इससे जोड़े।

6) 👉 सभी शिक्षक संकुल अपना प्रतिमाह का DCF स्वयं भरे और संकुल पर हेड मास्टर, शिक्षको की बैठक नियमित आयोजित करें, निर्धारित KPI पूरा करे।

7) 👉 स्मार्ट फोन भी आपका क्लास रूम बन सकता है ,आपदा को अवसर में बदलने की जरूरत है।

8) 👉 सामान्यता शिक्षक गण आपस मे एक दूसरे से मिलते समय अपने काम (शिक्षण, शिक्षण प्रक्रिया) के बारे में बात नही करते ,आपस मे मिलकर शिक्षण के अनुभव शेयर किए जाने चाहिए। संकुल की बैठक में आपस मे यही विचार विनिमय,चर्चा परिचर्चा होनी चाहिए।

9) 👉 बच्चे सीखते कैसे है? शुरुआती दौर की पढ़ाई कैसी होनी चाहिए? आदि प्रश्नों पर गहनता से विचार विमर्श होना चाहिए, अपने काम के बारे में मंथन करना चाहिए, जैसे समुद्र मंथन से अमृत निकला था,  वैसे ही यहाँ भी गुणवत्ता रूपी अमृत निकलेगा।

10) 👉 सभी शिक्षक संकुलों के लिए बैठक की चेक लिस्ट जारी की गई है जिसमे संकुल स्तर पर बैठक के पूर्व क्या तैयारी करनी है? बैठक के दिन क्या क्या करना है? बैठक के उपरांत क्या- क्या करना है? इसको देखे ,समझे और अनुपालन करे। बैठक के अंत मे सभी प्रतिभागी शिक्षक/शिक्षिकाओ से गूगल लिंक के माध्यम से आयोजित बैठक का फीड बैक भी उसी दिन देना अनिवार्य होगा।

11) 👉 विद्यालयों का माहौल ऐसा होना चाहिए कि बच्चे घर मे पेरेंट्स से लड़ कर , जिद करके स्कूल आये और काम करने न जाये।

12) 👉 विद्यालय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत सभी प्रधान शिक्षको का प्रशिक्षण होना है जिसमे एकेडमिक लीडरशिप का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

13) 👉 शिक्षक संकुल के कार्यो का मूल्यांकन किया जाएगा , जो शिक्षक संकुल बेहतर कार्य करेंगे उन्हें पुरष्कृत भी किया जाएगा।

14) 👉 "गूगल रीड अलोंग एप" का फेज -2 शीघ्र ही लांच होने जा रहा है, जो छात्र छात्राओं के लिए बहुउपयोगी होगा।


15) 👉 हर शाम (समय 6 से 7) पढ़ो कहानियां "दीक्षा एप" के साथ एक अभियान के रूप में चलाया जाएगा।


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प्रति माह शिक्षक संकुल की बैठक के आयोजन के क्रम में दिसंबर माह की बैठक दिनांक 21 दिसम्बर 2020 (सोमवार) को यूट्यूब सेशन के माध्यम से आयोजित किये जाने के सम्बंध में।  


सभी डायट प्राचार्य, BSA, BEO, SRG, ARP, डायट मेंटर एवं शिक्षक संकुल के सदस्य कृपया ध्यान दें-

अवगत  कराना है कि राज्य  परियोजना  कार्यालय द्वारा मिशन प्रेरणा  के  अंतर्गत  प्रति माह शिक्षक संकुल की बैठक का आयोजन किया जाता है। इस क्रम में दिसंबर माह की बैठक  दिनांक 21 दिसम्बर  2020 (सोमवार) को पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 12:30 बजे तक यू- ट्यूब सेशन  के माध्यम से  आयोजित की जायेगी।

उक्त यू- ट्यूब बैठक के एजेंडा बिंदु संलग्न पत्र में उल्लिखित हैं। 

दिनाँक : 21 दिसंबर, 2020
दिन : सोमवार
समय : पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 12.30 बजे;
मीटिंग लिंक : https://youtu.be/3ee8-I_Pv6s



अतः सभी BSA, BEO, DCs एवं SRGs से अनुरोध है कि बैठक की जानकारी सभी ARP एवं शिक्षक संकुल के साथ साझा करें। सुनिश्चित करें कि 100% शिक्षक संकुल उक्त यूट्यूब सेशन में जुड़ें।

आज्ञा से,
महानिदेशक
स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश