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Saturday, November 5, 2016

हाथरस : खंड शिक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप,सहायक अध्यापिका ने लगाए हैं रुपये मांगने के आरोप, सेवा पुस्तिका को कब्जे में लेकर धमकी दी, अश्लील हरकतें का आरोप

गलत तरीके से नौकरी करने वाले शिक्षक व अन्य संविदा कर्मचारियों की कोई कमी बेसिक शिक्षा विभाग में नहीं है। मेरिट में आए बिना तत्कालीन बीएसए के नियुक्ति पत्र पर सादाबाद ब्लाक के नगला भूचा में तैनात एक अनुदेशक की पोल तब खुली जब सात माह तक मानदेय नहीं मिलने पर शिकायत करने पहुंच गया। अब बीएसए के स्तर से तत्कालीन बीएसए और पटल सहायक को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। आठ माह पूर्व शासन के निर्देश पर उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनुदेशकों की तैनाती कराई गई थी। जितेन्द्र कुमार की तैनाती सादाबाद ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला भूचा में कृषि विषय को लेकर हुई थी। आठ माह से अनुदेशक विद्यालय में नियमित कार्य कर रहा है। विगत दिनों अनुदेशक अपने मानदेय की खातिर बीआरसी केंद्र सादाबाद पर पहुंचा, जहां उसने बिल बाबू से मानदेय की खातिर पूछताछ की। बिल बाबू ने उक्त अनुदेशक से अपने कागजात और नियुक्ति पत्र लाने के लिए कह दिया। अनुदेशक के नियुक्ति पत्र को देखकर वो चौंक गया, क्योंकि सादाबाद ब्लाक में 28 अनुदेशकों की तैनाती हुई थी, जिसमें इसका नाम नहीं था। आखिरकार यह एक और अनुदेशक कहां से आ गया। नियुक्ति पत्र पर तत्कालीन बीएसए देवेन्द्र गुप्ता और पटल सहायक गजेन्द्र के हस्ताक्षर थे। खंड शिक्षा अधिकारी ने उक्त अनुदेशक को बीएसए कार्यालय जाकर संपर्क करने के लिए कह दिया। बीएसए कार्यालय पर जब अनुदेशक आया तो पूरी पोल खुल गई, क्योंकि कृषि वर्ग में मेरिट 62 प्रतिशत पर रुकी थी, जबकि अनुदेशक की मेरिट 61 प्रतिशत थी

प्रकरण संज्ञान में आया है। तत्कालीन बीएसए और पटल सहायक को नोटिस जारी करके जवाब मांगा जा रहा है। उसी के बाद कार्रवाई तय की जाएगी। -रेखा सुमन, बीएसए, हाथरस।
तत्कालीन बीएसए के लेटरपैड पर कर रहा था अनुदेशक पद पर नौकरी

मानदेय मांगने पर खुल
गई पोल, मची खलबली
डीएम से की है भ्रष्टाचार व अश्लील हरकतों की शिकायत

जिले के एक खंड शिक्षा अधिकारी पर लगे गंभीर आरोपों ने बेसिक शिक्षा विभाग को स्तब्ध कर दिया है। मुरसान ब्लाक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी पर कुछ शिक्षिकाओं ने रिश्वत मांगने और अश्लील हरकतें करने के आरोप लगाए हैं। अंतरजनपदीय तबादला कराकर गई इन शिक्षिकाओं ने इसकी शिकायत सीधे जिलाधिकारी से की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण की जांच करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया है। 1मुरसान ब्लाक की पूर्व माध्यमिक विद्यालय महमूदपुर जाटान, पूर्व माध्यमिक विद्यालय हतीसा, उदयभान और अनीगढ़ी की शिक्षिकाएं नीलम कुमारी, सोनू चतुर्वेदी, आरती वर्मा, अनुराधा पलावत का अंतरजनपदीय तबादला दूसरे जिलों में हो चुका है। इन शिक्षिकाओं ने गत माह जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि बीआरसी हतीसा पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारी नंदित गुप्ता ने डरा धमकाकर उनकी रिलीविंग के नाम पर दो-दो हजार रुपये मांगे। बीआरसी पर तैनात एबीआरसी संध्या अग्रवाल के द्वारा पैसों की उगाही की गई। जब शिक्षिकाओं ने बीएसए से शिकायत करने की बात कही तो उन्हें धमकाकर कहा गया कि ‘अभी तो एलपीसी व सेवा पुस्तिका भी लेनी है, देखते हैं कि कौन दिलवाएगा।’ शिकायती पत्र में कहा गया है कि डर के मारे शिक्षिकाएं पैसे देने के लिए एबीएसए के कार्यालय में चली गईं तो एबीआरसी ने एक-एक करके अंदर आने की बात शिक्षिकाओं से कही। शिक्षिकाओं का आरोप है कि पैसे देने के बाद अश्लील हरकतें की गई और फोन पर बात करने को कहा गया। शिक्षिकाओं ने खंड शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर जांच कराने की गुहार जिलाधिकारी से लगाई है। जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण की जांच कर कार्रवाई के निर्देश बीएसए रेखा सुमन को दिए हैं। वहीं एबीआरसी संध्या अग्रवाल की मानें तो आरोप बेबुनियाद हैं। किसी भी स्तर की जांच के लिए वे तैयार हैं। जो आरोप लगाए गए हैं, शिक्षिकाएं उन्हें उन्हें सिद्ध करके दिखाएं।पिछले कई साल से मैं यहां तैनात हूं पर आज तक कोई आरोप मुझपर नहीं लगा। जो शिक्षिकाएं आरोप लगा रही हैं, अब वे दूसरे जिलों में तैनात हैं। उन्हें बुलाया जाए। ऐसा लग रहा है कि उनकी आड़ में किसी ने झूठी शिकायत की है। फिर भी आला अधिकारी किसी भी स्तर से जांच पड़ताल करा लें, मैं हर स्तर की जांच के लिए तैयार हूं।

नंदित गुप्ता, खंड शिक्षा अधिकारी, मुरसान, बेसिक शिक्षा विभाग।

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