पहले बनवाओ शौचालय, तभी आएंगे विद्यालय
सम्भल में अल्लीपुर के प्राथमिक विद्यालय में 315 से अधिक बच्चे, खुले में शौच जाने के लिए मजबूर शिकायत के बाद भी नहीं बना शौचालय
सचिन चौधरी ’सम्भल 1देशभर में जहां खुले में शौचमुक्त अभियान का जोर है, वहीं जो शौचालय पहले से बने हैं। उनकी देखरेख नहीं है। अल्लीपुर के प्राथमिक विद्यालय में शौचालय न होने पर छात्र-छात्रओं ने शौचालय नहीं बनने तक विद्यालय न आने की बात कही। हेड मास्टर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ को तुरंत पत्र देकर शौचालय बनवाने की मांग की है। 1पवांसा ब्लाक के गांव अल्लीपुर बुजुर्ग स्थित प्राथमिक विद्यालय में 315 छात्र-छात्रएं हैं। विद्यालय में तीन शौचालय बनवाए गए। दो में तो सीट ही नहीं लगाईं। एक में सीट तो लगाई गई है लेकिन नियमित सफाई नहीं होने से चोक हो गई। इस कारण बच्चों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। इससे बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। स्कूल पहुंचने के बाद छात्र-छात्रओं ने शिक्षकों से कहा या तो शौचालय बनवा लीजिए नहीं तो हम विद्यालय नहीं आएंगे। बच्चों की बात सुनकर शिक्षक हैरान रह गए। इसके बाद हेड मास्टर विपिन कुमार ने बीडीओ को पत्र भेजकर विद्यालय में शौचालय बनवाने की मांग की। 1ग्राम अल्लीपुर बुजुर्ग का प्राथमिक विद्यालय ’जागरणविद्यालय का शौचालय चोक हो गया है। कई बार शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से बच्चों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। सबसे अधिक दिक्कत छात्रओं को होती है। 1-विपिन कुमार, हेड मास्टर प्राथमिक विद्यालय अल्लीपुर बुजुर्ग1रिपोर्ट मांगी है, जो काम विद्यालय में होने हैं। वह ग्राम पंचायत के माध्यम से होंगे। जल्द ही विद्यालय में शौचालय बन जाएगा। 1-कोमल यादव, खंड शिक्षा अधिकारी पवांसा।हमारे विद्यालय में शौचालय नहीं है। ऐसे में हमें शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। जब तक विद्यालय में शौचालय नहीं बनेगा, हम विद्यालय नहीं जाएंगे। शेखर, छात्र11विद्यालय में शौचालय नहीं होने से बड़ी परेशानी होती है। कई बार सर से शौचालय बनवाने की मांग की थी लेकिन शौचालय नहीं बना। अब तब ही विद्यालय जाएंगे, जब तक शौचालय नहीं बन जाता। 1-नीलम कुमारी, छात्र
No comments:
Write comments