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Monday, January 11, 2016

डिग्री शिक्षकों की एक और भर्ती फंसी, अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति रद्द होने के बाद शिक्षकों की नियुक्ति की उम्मीद धूमिल

📌 असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हुए मार्च में हो जाएंगे दो साल

📌 आयोग में अध्यक्ष-सदस्यों की जल्द नियुक्ति कर प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो फंस जाएगी भर्ती

इलाहाबाद । प्रदेश के डिग्री कालेजों में आगामी सत्र में भी शिक्षकों की नियुक्ति की उम्मीद धूमिल होती जा रही है। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हुए तकरीबन दो साल पूरे होने को हैं, लेकिन लिखित परीक्षा के बाद प्रक्रिया ठप है। इसके अलावा अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति रद्द होने के बाद प्रतियोगियों का एक वर्ग दोबारा परीक्षा कराने की भी मांग कर रहा है। ऐसे में भर्ती हो पाएगी यह कह पाना भी मुश्किल है।

आयोग की ओर से 43 विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर 1652 पदों के लिए मार्च 2014 में आवेदन मांगा गया था। इसके बाद कई चरणों में लिखित परीक्षा हुई, लेकिन इसके बाद हाईकोर्ट ने अध्यक्ष तथा तीन सदस्यों की नियुक्ति रद्द कर दी। ऐसे में आयोग में अब सिर्फ एक सदस्य बचे हैं। इसकी वजह से कोरम का अभाव हो गया है और आयोग में सबकुछ ठप है। हालांकि प्रदेश सरकार ने अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगा है, लेकिन चयन कब तक हो पाएगा कह पाना मुश्किल है। इसके विपरीत प्रतियोगियों का कहना है कि नियमानुसार यदि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया दो साल में पूरी नहीं हो पाई तो नए सिरे से नोटिफिकेशन करना होगा।

विवादों तथा प्रक्रिया लंबित होने की वजह से आयोग की तीन भर्तियां रद्द हो चुकी हैं। इससे आशंकाओं को और बल मिल रहा है। ऐसे में सरकार अध्यक्ष और सदस्यों की जल्द नियुक्ति कर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं करती है तो एक और भर्ती फंस जाएगी।

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर तकरीबन ढाई हजार तथा प्राचार्य के 80 पदों के लिए पिछले साल जुलाई में ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की गई थी, लेकिन अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति रद्द होने के बाद वह भी फंस गई है।

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