मथुरा में प्राथमिक विद्यालय में दूध पीने से तीन बच्चों की मौत के बाद आला अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। बीएसए ने निर्देश दिए हैं कि बच्चों से पहले हेडमास्टर या रसाइया दूध व मिड डे मील चखकर देखें। बाद में बच्चों को दिया जाए।जिले में करीब पन्द्रह सौ से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। नगर क्षेत्र के विद्यालयों में एनजीओ के स्तर से मिड डे मील वितरित कराया जाता है। पिछले सत्र में जुलाई माह के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रत्येक बुधवार को दूध उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। यदि बुधवार को अवकाश है तो उसके अगले दिन योजना का क्रियान्वयन कराया जाना था। योजना के शुरू होते ही तमाम विद्यालयों में लीपापोती कर दी गई। जहां अधिक छात्र संख्या थी, वहां बच्चों को दूध नियमित नहीं मिल पाया। जिला समन्वयक मिड डे मील अर¨वद शर्मा ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से अब समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वो अपने-अपने ब्लाक के विद्यालयों में तैनात हेड मास्टर व रसोइयों को निर्देश जारी कर दें कि दूध वितरण करने से पहले उसे हेड मास्टर और रसोइया चखकर देखेंगे। उसके पन्द्रह मिनट बाद ही बच्चों को दूध वितरित कराया जाये
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