परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के पदोन्नति के लिए काउसिंलिंग की तिथि तय होते ही वंचित हो रहे शिक्षक एक बार फिर आंदोलित हो उठे हैं। गुरुवार को शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। विभाग के खिलाफ नारेबाजी की व बीएसए पर मनमानी करने का आरोप मढ़ा तो जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर काउंसिलिंग स्थगित कराने की मांग की। दोपहर में बीएसए कार्यालय पहुंचे शिक्षकों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। कहा कि 20 अगस्त 2010 को कुल करीब 280 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी किंतु मात्र 110 शिक्षकों की पदोन्नति के लिए काउंसिलिंग की तिथि घोषित की गई है। इससे एक साथ तैनाती पाए 170 शिक्षक पदोन्नति के लाभ से वंचित हो रहे है। कहा कि कहा कि इसी नीति पर गत दिवस आयोजित काउंसिलिंग को विरोध करने पर स्थगित किया गया था। आरोप लगाया कि एक बार फिर उसी तर्ज पर काउंसिलिंग के लिए तिथि घोषित कर दी गई। इससे एक ही साथ तैनात आधे से अधिक शिक्षक जूनियर तो जिसकी पदोन्नति हो जाएगी वह सीनियर हो जाएंगे। अंत में शिक्षकों ने डीएम को पत्रक सौंपकर 20 मई को काउसिंलिग कराने के लिए जारी विज्ञप्ति को निरस्त करने व 20 अगस्त 2010 को तैनात सभी शिक्षकों की एक साथ पदोन्नति करने की मांग की। कहा कि पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पड़े प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति कर दी जाय तो सभी 280 सहायक शिक्षकों की एक साथ पदोन्नति हो जाएगी। प्रदर्शन में राजवर्धन, र¨वद्र कुमार, ओमप्रकाश पटेल, श्याम कुमार, अस्तराम, सुनील, अतुल कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक थे
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