शिक्षक, 40शिक्षामित्र के खिलाफ नहीं हुई रिपोर्ट12 हजार शिक्षक भर्ती में एत्मादपुर ब्लॉक में एक फर्जी शिक्षिका नियुक्ति के समय ही पकड़ में आ गई थी, मगर इसके खिलाफ भी रिपोर्ट नहीं हुई। इसके बाद एक और शिक्षिका फर्जी मिली। अब तीन शिक्षकों के निवास प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इसके अलावा एक साल से ज्यादा समय से 40 फर्जी शिक्षामित्र की सूची विभाग के पास हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस वेरीफिकेशन के लिए भेजे पत्रविज्ञान-गणित शिक्षक भर्ती में नियुक्त शिक्षकों का अभी तक पुलिस वेरीफिकेशन नहीं हो सका है। शासन की सख्ती के बाद अब विभाग ने पुलिस वेरीफिकेशन भेजा है। संबंधित शिक्षकों के जिलों के थानों में वेरीफिकेशन भेजी है।परिषदीय विद्यालयों में फर्जी दस्तावेजों से नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई न होने पर शासन ने सख्त रुख अपनाया है। बीएसए से कार्रवाई की आख्या मांगी है। शासन की सख्ती के बाद अब विभाग हरकत में आया है।बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले दो साल में पांच सौ शिक्षकों की नियुक्ति और 1900 शिक्षामित्रों का समायोजन हुआ। नियुक्ति के बाद सब शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया गया था। इसमें बहुत से शिक्षकों के प्रमाण पत्र संदेह के घेरे में आए। कुछ के निवासी प्रमाण पत्र ही फर्जी निकले। फर्जी तरीके से नौकरी लेने के अपराध में विभाग ने उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। केवल उनके खिलाफ एफआइआर कराने के आदेश जारी किए गए। न तो बीएसए और न ही संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी ने अब तक इस मामले में दिलचस्पी ली है। अधिकारियों के ढिलमुल रवैए के कारण फर्जीवाड़ा करने वाले आसानी से बच जाते हैं। शासन ने अब ऐसे सभी शिक्षको की आख्या मांगी है। बीएसए धर्मेद्र सक्सेना का कहना है कि तीन शिक्षकों के निवास प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इन पर कार्रवाई की जा रही है।
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