DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, June 19, 2016

आगरा : बेसिक शिक्षा विभाग ने नहीं की फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई, शासन ने बीएसए से पूछा एफआइआर न कराने का कारण

शिक्षक, 40शिक्षामित्र के खिलाफ नहीं हुई रिपोर्ट12 हजार शिक्षक भर्ती में एत्मादपुर ब्लॉक में एक फर्जी शिक्षिका नियुक्ति के समय ही पकड़ में आ गई थी, मगर इसके खिलाफ भी रिपोर्ट नहीं हुई। इसके बाद एक और शिक्षिका फर्जी मिली। अब तीन शिक्षकों के निवास प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इसके अलावा एक साल से ज्यादा समय से 40 फर्जी शिक्षामित्र की सूची विभाग के पास हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस वेरीफिकेशन के लिए भेजे पत्रविज्ञान-गणित शिक्षक भर्ती में नियुक्त शिक्षकों का अभी तक पुलिस वेरीफिकेशन नहीं हो सका है। शासन की सख्ती के बाद अब विभाग ने पुलिस वेरीफिकेशन भेजा है। संबंधित शिक्षकों के जिलों के थानों में वेरीफिकेशन भेजी है।परिषदीय विद्यालयों में फर्जी दस्तावेजों से नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई न होने पर शासन ने सख्त रुख अपनाया है। बीएसए से कार्रवाई की आख्या मांगी है। शासन की सख्ती के बाद अब विभाग हरकत में आया है।बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले दो साल में पांच सौ शिक्षकों की नियुक्ति और 1900 शिक्षामित्रों का समायोजन हुआ। नियुक्ति के बाद सब शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया गया था। इसमें बहुत से शिक्षकों के प्रमाण पत्र संदेह के घेरे में आए। कुछ के निवासी प्रमाण पत्र ही फर्जी निकले। फर्जी तरीके से नौकरी लेने के अपराध में विभाग ने उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। केवल उनके खिलाफ एफआइआर कराने के आदेश जारी किए गए। न तो बीएसए और न ही संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी ने अब तक इस मामले में दिलचस्पी ली है। अधिकारियों के ढिलमुल रवैए के कारण फर्जीवाड़ा करने वाले आसानी से बच जाते हैं। शासन ने अब ऐसे सभी शिक्षको की आख्या मांगी है। बीएसए धर्मेद्र सक्सेना का कहना है कि तीन शिक्षकों के निवास प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इन पर कार्रवाई की जा रही है।

No comments:
Write comments