जागरण
संवाददाता, आगरा: मॉडल स्कूल में प्रधानाचार्य बनने के लिए आवेदन करने
वाले सैकड़ों आवेदनकर्ता को तगड़ा झटका लगा है। पहले उनकी नौकरी की उम्मीद
टूटी और अब ऑनलाइन किया आवेदन शुल्क वापस नहीं मिला। तमाम अभ्यर्थी अब
शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
पिछले साल शासन ने मॉडल स्कूल में
सहायक अध्यापक की भर्ती निकाली थी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे।
आवेदन के साथ 500 रुपये का शुल्क लिया था। इसमें अभ्यर्थियों को कई जिलों
में आवेदन करने की सुविधा दी थी। मगर हर जिले में आवेदन के लिए 500 रुपये
शुल्क का भुगतान करना था। ऐसे में अभ्यर्थियों ने 10 से 15 जिलों में आवेदन
कर पांच से सात हजार रुपये तक का शुल्क अदा किया। आवेदन करने के कुछ महीने
बाद शासन ने भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर दी। ऐसे में अभ्यर्थियों का आवेदन
शुल्क अटक गया। हालांकि बाद में शासन ने शुल्क वापसी की व्यवस्था कर दी।
इसके लिए उन्होंने मॉडल स्कूल की वेबसाइट पर निर्देश जारी किए। 28 मई तक
शुल्क वापस होना था। इसमें जिन्होंने ई चालान भरकर बैंक के माध्यम से शुल्क
जमा किया था, उनको ई-चालान दिखाकर बैंक से भुगतान वापस मिल गया। मगर
जिन्होंने ऑनलाइन शुल्क जमा किया था, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की। ऐसे
सैकड़ों अभ्यर्थी अब शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक अरविंद पांडे का कहना है कि उन्हें इस संबंध
में कोई जानकारी नहीं है।
- हेल्पलाइन नंबर नहीं कर रहा काम : शुल्क वापस न मिलने से परेशान राजेश कुमार ने बताया कि वेबसाइट पर दिए तकनीकी हेल्पलाइन नंबर पर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। बैंक हेल्पलाइन नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि वेबसाइट पर लिखा है कि 28 मई के बाद भुगतान नहीं किया जाएगा। ऐसे में उनके जैसे सैकड़ों अभ्यर्थियों के लाखों रुपये अटक गए हैं।जागरण संवाददाता, आगरा: मॉडल स्कूल में प्रधानाचार्य बनने के लिए आवेदन करने वाले सैकड़ों आवेदनकर्ता को तगड़ा झटका लगा है। पहले उनकी नौकरी की उम्मीद टूटी और अब ऑनलाइन किया आवेदन शुल्क वापस नहीं मिला। तमाम अभ्यर्थी अब शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
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