परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश में में एमडीएम व्यवस्था संबंधी शासनादेश 76 विद्यालयों में परवान नहीं चढ़ पा रहा है। इसमें विद्यालयों में पंजीकृत छात्र ही बाधक बने हैं। गुरुजी बैठकर इंतजार करते हैं और बच्चे दिखाई ही नहीं पड़ते। चंद बच्चों को खिलाकर विभाग औपचारिकता पूरी कर रहा है। भीटी शिक्षा क्षेत्र के 156 परिषदीय व 12 इंटरमीडिएट कॉलेजों में मध्याह्न भोजन बनाये जाने की व्यवस्था लागू है। विद्यालयों में 21 मई से एक जून तक ग्रीष्मावकाश चल रहा है। सूखे की स्थिति को देखते हुए शासन ने उक्त विद्यालयों में बच्चों को एमडीएम खिलाने का फरमान जारी किया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी प्रधानाध्यापकों को शासनादेश के अनुपालन में एमडीएम खिलाने का निर्देश दिया गया। फरमान जारी हुए 11 दिन बीत गए हैं, लेकिन शासन का आदेश परवान नहीं चढ़ पा रहा है। विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व शिक्षक, रसोइया के साथ बैठकर बच्चों का इंतजार करते हैं, लेकिन बच्चे दिखाई नहीं पड़ते। शुरुआत के तीन-चार दिन तक तो खाद्यान्न व कनवर्जन कास्ट के अभाव का बहाना गुरुजी करते रहे। उसकी व्यवस्था हुई तो बच्चों की अनुपस्थिति बाधक बन गई। विभाग के अनुसार गांवों में घर-घर जाकर बच्चों को बुलाया जा रहा है, लेकिन वे नहीं आ पा रहे है। दो दर्जन से अधिक विद्यालयों द्वारा एमडीएम बनाये जाने की फर्जी सूचना अधिकारियों को दी जा रही है। प्रशासन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।
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