लखनऊ : राजधानी में स्थित परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थी भी अब जूते पहनकर स्कूल आएंगे। बच्चों को मिड-डे-मील देने वाली संस्था अक्षय पात्र फाउण्डेशन उन्हें नि:शुल्क जूते उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर रही है।सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त व मदरसों में कक्षा आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें, दो सेट यूनीफार्म, मिड-डे-मील व छात्रवृत्ति आदि प्रदान की जाती है। राजधानी में लगभग 2029 परिषदीय विद्यालयों में लगभग दो लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। इनमें से एक हजार पांच विद्यालयों में पढ़ने वाले एक लाख चार हजार बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी अक्षय पात्र फाउण्डेशन की है। बाकी स्कूलों में ग्राम प्रधानों व एनजीओ द्वारा मिड-डे-मील का वितरण किया जाता है। अब अक्षय पात्र फाउण्डेशन ने यह तय किया है कि एक लाख चार हजार बच्चों को नि:शुल्क जूते भी वितरित किए जाएंगे। शिक्षक संगठन भी काफी समय से राज्य सरकार से इसकी मांग करते आ रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों के पास यूनीफार्म तो होती है लेकिन जूते न होने के कारण ज्यादातर बच्चे चप्पल पहनकर आते हैं। जूते वितरित होने से परिषदीय विद्यालयों के बच्चे भी स्मार्ट बनकर आएंगे। ज्ञात हो कि प्रदेश भर के परिषदीय विद्यालयों के लगभग दो करोड़ बच्चों को जूते की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने एमएचआरडी को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन वहां से इसके लिए कोई भी बजट आवंटित नहीं किया गया।
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