संयुक्त शिक्षा निदेशक कमला सिंह चौहान पर मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रांतीय महामंत्री श्याम सुंदर तिवारी ने कहा कि अगर मंगलवार को लिपिकों का निलंबन वापस न हुआ तो 30-31 जुलाई को प्रदेशभर के लिपिक शिक्षा भवन में जुटेंगे। इस बारे में आज के धरने में रणनीति तय होगी। वह शिक्षा भवन में आयोजित क्रमिक धरने को संबोधित कर रहे थे। धरने की अगुवाई यूपी एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन ने की है। उन्होंने मौजूद कर्मियों से आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा। जिला सचिव अनुराग खरे ने कहा कि जेडी पर से भरोसा उठ गया है। जबतक मांग पूरी न हुई अनवरत धरना जारी रहेगा। जरूरत पड़ी तो जेडी के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे कार्यकाल में जेडी ने लिपिकों का उत्पीड़न ही किया है। आलोक कुमार मिश्र ने निलंबित कर्मियों की बहाली न होने की दशा कार्यालय का बहिष्कार किए जाने की बात कही। उन्होंने एसीपी के लंबित प्रकरणों के निस्तारण का भी मुद्दा उठाया। इस दौरान कामकाज ठप रहा। मंगलवार को जेडी से कर्मचारी नेताओं की बात होगी। निलंबित लिपिकों में अविनाश कुमार श्रीवास्तव, जय प्रकाश तिवारी, ओम प्रकाश सरोज, वीरेंद्र मौर्या व अशोक कुमार यादव हैं। धरने को संबोधित करने वालों में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के चेयरमैन बृजेश मौर्या, प्रांतीय उपाध्यक्ष रजनीश श्रीवास्तव, हरिकृष्ण श्रीवास्तव,सालिक राम, सत्यशील त्रिपाठी, मनोज कुमार कश्यप, नरेंद्र कुमार मिश्र, आशीष ओझा, शिव प्रताप सिंह, सूर्यभान, मनीष वर्मा, मसरूर आलम रहे।शिक्षा भवन परिसर में साथियों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन करते कर्मचारी नेता6पांच लिपिकों के निलंबन के खिलाफ धरने में उतरे प्रांतीय नेताराज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने विकास भवन व आरटीओ कार्यालय गेट मीटिंग कर कर्मचारियों से शत-प्रतिशत लखनऊ में आयोजित महाधरने में भागीदारी का आह्वान किया। राज्य सरकार की वादा खिलाफी पर आक्रोश जताया गया। विकास भवन में गेट मीटिंग को रामअवध, मून्नू सिंह, महेश शुक्ल, कोशलेंद्र सिंह, बृजेंद्रकुमार श्रीवास्तव, रामअभिलाख पांडेय ने संबोधित किया। आरटीओ कार्यालय की गेट मीटिंग को केके श्रीवास्तव के अलावा रामलाल यादव, नौशादअली, दिलीप सिंह, अवधेश सिंह बब्बू आदि ने संबोधित किया।
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