भले ही केंद्र व प्रदेश की सरकार नौनिहालों के शिक्षा के प्रति करोड़ों रुपए खर्च कर रही हे पर सच है कि मऊ के तीन जूनियर हाईस्कूलों में सरकारी धन का बंदर बाट हो रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में सामने आया कि तीन विद्यालयों के पास न तो मानक के अनुरूप भवन है न ही छात्रों के संख्या। विद्यालय धड़ल्ले से चल रहे हैं। लाखों लाख का गबन हो रहा है। मामले में बीएसए ने तीन विद्यालयों को वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप में उनकी मान्यता वापस करने की नोटिस जारी कर दिया है। बताते चले कि शिक्षा क्षेत्र रानीपुर व परदहा ब्लाक में स्थित अशासकीय जूनियर हाईस्कूल, एसएम जेडी जूनियर हाई स्कूल खिरियां बस्ती, डीएवी बालिका जूनियर हाई स्कूल पलिगढ़, गांधी महादेव जूनियर हाई स्कूल बगली पिजड़ा व अन्य स्कूलों में वित्तीय अनियमितता एवं सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि जांचोंपरांत तीनों विद्यालयों में वित्तीय अनियमितता की गई है। इनके पास न तो मानक के अनुसार भवन है न ही छात्र संख्या। फिर भी विद्यालय धड़ल्ले से चल रहे हैं। फिर भी लाखों-लाख सरकारी धन का गबन होने की शिकायत मिल रही है। उन्होंने बताया कि खंड शिक्षाधिकारी कोपागंज को उक्त विद्यालयों की जांच सौंपी गई है ताकि जांच रिपोर्ट के आधर विद्यालयों की मान्यता प्रत्यारण की कार्रवाई करें ताकि राज्य कोष का दुरुपयोग न हो सके। जांच के लिए एक सप्ताह की समय अवधि निर्धारित की गई है। खण्ड शिक्षाधिकारी एक सप्ताह में अपनी आख्या कार्यालय में उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें ताकि नियमानुसार अगली कार्रवाई की जा सके। बीएस राकेश कुमार ने बताया कि ऐसे विद्यालयों को चिह्नित किया जा रहा है जहां छात्र संख्या नाम मात्र है और यहां ड्रेस का उठान व मध्यान भोजन फर्जी तरीके से निकाला जा रहा है। जल्द ही जांच कराकर संबंधित विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी
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