- बीएसए ने डीएम अजय यादव के माध्यम से भेजा पत्र, फिर भी नहीं लिए गए दाखिले
बाराबंकीः राइट टू एजुकेशन कानून के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलों में कुछ सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है। इसके बावजूद प्राइवेट स्कूल कानून के निर्देशों को नहीं मान रहे हैं। नगर के कालिकाजीपुरम मालगोदाम रोड के निवासी संतोष कुमार पांडेय ने अपने बच्चों अभिलाषा पांडेय(6)व सत्यरत पांडेय(4),सिविल लाइन के मकान संख्या 407सी के रिजवान अली ने अपने चार वर्षीय बेटी अरीवा रिजवान और पीरबटावन के मकान संख्या पी/589 निवासी दीपक सैनी ने अपनी 6 वर्षीय बेटी पिगांक्ष सैनी के देवा रोड के आनंद भवन कॉलेज में एडमिशन के लिए आवेदन किया था। तीन माह हो गए/ इनके बच्चों के एडमिशन स्कूल में नहीं हो सके हैं।
आनंद भवन अल्पसंख्यक संस्था है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने डीएम अजय यादव के माध्यम से इस कॉलेज के प्रबंधन को पत्र लिखकर आरटीई प्रावधानों के अंतर्गत क्लास वन और नर्सरी में एडमिशन को कहा था लेकिन आज तक यह संभव नहीं हो सका। बेसिक शिक्षा विभाग की जिला समन्वयक विशेष प्रशिक्षण विनीता मिश्र भी मानती हैं कि निजी कॉलेज एडमिशन से कतरा रहे हैं। यह भी बताया कि यह कॉलेज बार-बार पत्र लिखने के बाद भी आवेदक बच्चों के अभिभावकों को कोई न कोई बहाना बताकर दौड़ा रहे हैं।
22 बच्चों के अभिभावकों ने किया आवेदन
आरटीई के अंतर्गत इन बच्चों के अभिभावकों ने आनंद भवन, पायनियर मांटेसरी स्कूल, एमबी कॉलेज, रामसेवक स्मारक विद्यालय, फाउंडेशन स्कूल,यंग स्ट्रीम अकेडमी इंटर कॉलेज, नर्चर इंटरनेशनल, नैशनल मांटेसरी स्कूल तथा सदरपुर चौराहा के बेनीप्रसाद वर्मा शिक्षण संस्थान में प्रवेश के लिए मांग की। लेकिन एडमिशन आज तक नहीं मिला।
आनंद भवन में एडमिशन के लिए डीएम के पत्र लिखे जाने के बाद कॉलेज में गए एक अभिभावक ने बताया कि वहां की प्रिसिंपल ने साफ तौर पर कह दिया कि उनका कॉलेज इस अधिनियम के दायरे में नहीं आता है।
आनंद भवन, नर्चर इंटरनैशनल सहित कुछ कॉलेज आरटीई के एडमिशन करने से कतरा रहे हैं। डीएम की ओर से पत्र जाने के बाद भी निजी कॉलेजों का यह रवैया ठीक नहीं है। शिकायतों को देखते हुए विभाग से संबंधित कॉलेजों को नोटिस जारी की जाएगी। - विनीता मिश्रा, जिला समन्वयक, विशेष प्रशिक्षण, बाराबंकी
हमारे कॉलेज में हिंदी मीडियम सेक्शन में नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए अभिभावक आए थे। पर इस कॉलेज में नर्सरी क्लास बंद कर दी गई है। केजी में क्लास नवंबर में ही शुरू हो गई थी। अभिभावकों को बताया गया था कि वह अंग्रेजी माध्यम विभाग में जाकर एडमिशन करा लें। यह अभिभावक अंग्रेजी माध्यम में एडमिशन के लिए गए ही नहीं। - महेश सिंह, पीएस प्रिसिंपल, आनंद भवन हायर सेकेंड्री स्कूल, देवा रोड, बाराबंकी
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