जागरण संवाददाता, हाथरस : कृमि मुक्ति दिवस पर शनिवार को जिले के सभी विद्यालयों में 14 वर्ष तक के विद्यार्थियों को पेट के कीड़े मारने की दवा (एलबेंडाजोल) खिलाई गई। इस दवा के खाने से तीन स्कूलों के 40 विद्यार्थियों की तबियत खराब हो गई। इनमें से 16 छात्रओं और एक छात्र को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देर शाम तक जिला अस्पताल में कुल 21 छात्रओं और एक छात्र को भर्ती कराया जा चुका था। सूचना मिलने पर डीएम सहित कई आला अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बीमारों का हाल जाना। डॉक्टरों का कहना है कि विद्यार्थियों को दवा खाने के बाद पानी नहीं पीने के कारण गैसटाइटिस हो गई थी। उपचार के बाद सब सामान्य है। हालांकि ऐहतियातन इस दवा के वितरण पर तत्काल रोक लगा दी गई है।स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को कृमि मुक्ति दिवस मनाया। इस अवसर पर जिले के सभी स्कूलों में 14 साल तक के बच्चों को एलबेंडाजोल दवा खिलाई गई। हाथरस जंक्शन के गांव वाहनपुर स्थित कृषक कन्या इंटर कालेज में दवा खाने के कुछ देर बाद 30 विद्यार्थियों को पेट दर्द, सिर चकराना, जलन आदि की समस्या होने लगी। इनको हाथरस जंक्शन सरकारी अस्पताल लाया गया। सूचना पर सीएमओ डा. रामवीर सिंह, संक्रामक नियंत्रण कक्ष प्रभारी डा. पवन कुमार भी अस्पताल पहुंच गए और बच्चों का परीक्षण किया। इन विद्यार्थियों में से 17 की तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया। डीएम अविनाश कृष्ण सिंह सहित कई अधिकारी अस्पताल पहुंचे। सीएमओ ने बताया कि सभी का स्वास्थ्य पहले से बेहतर है। हाथरस जिला अस्पताल में भर्ती एलबेंडाजोल दवा खाने से बीमार छात्रएं। जागरणजिला अस्पताल में भर्ती कराई गईं 21 छात्रओं और एक छात्र की विस्तृत स्वास्थ्य जांच की गई तो इनमें से तीन छात्रओं को टाइफाइड होने की पुष्टि हुई। सात छात्रओं की तबियत स्थिर बनी हुई थी। शेष 12 विद्यार्थियों की तबियत ठीक होने पर देर शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।एलबेंडाजोल की गोली खाकर पानी न पीने के कारण विद्यार्थियों को गैसटाइटिस हो जाने से पेट दर्द व सिर चकराने की परेशानी हुई। हमने दवा के वितरण पर रोक लगा दी है। दवा का नमूना जांच के लिए भेजा जा रहा है।
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