बरौस के प्राथमिक स्कूल को मिला सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का खिताब
6जिले से एक दर्जन विद्यालयों की सूची गई थी शासन 16विद्यालय को मिला एक लाख बीस हजार रुपये का चेक
अच्छी शिक्षा मिलती है। अंग्रेजी, विज्ञान व सामान्य ज्ञान बेहतर ढंग से टीचर पढ़ाते हैं। समय से स्कूल खुलता है।1-सोनल, छात्र, कक्षा पांच। 11हमारे स्कूल में बेहतर पढ़ाई होती है। मिड डे मील रोज मिलता है। अतिरिक्त समय देकर शिक्षक पढ़ाते हैं। अंग्रेजी पर खास जोर दिया जाता है। 1-सौरव, छात्र, कक्षा पांच। 1
विद्यालय का माहौल कान्वेंट स्कूलों से भी बेहतर है। बच्चे अंग्रेजी भी बोल लेते हैं। समय-समय पर विद्यालय का औचक निरीक्षण करके दिशा निर्देश दिए जाते हैं। इसका नतीजा आज सबके सामने है। पुरस्कार मिल जाने से अन्य विद्यालय भी जागरूक होंगे। 1-जितेंद्र चौधरी, खंड शिक्षा अधिकारी, सादाबाद। 11पूरे स्टाफ और खंड शिक्षा अधिकारी के सहयोग से विद्यालय का शैक्षिक स्तर काफी सही हुआ है। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुने जाने पर खुशी हो रही है। अब बच्चों को और अच्छी शिक्षा मिल सके। इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। 1-डॉ. ललिता कुशवाहा, हेड शिक्षिका।
इनकी सुनो 16

संवाद सहयोगी, हाथरस : शिक्षक दिवस पर सादाबाद के प्राथमिक विद्यालय बरौस के लिए अच्छी खबर आई। उसे जिले में सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का खिताब मिला। शासन से एक लाख 20 हजार रुपये का चेक भी आया। गुणवत्तापरक शिक्षा, शिक्षकों की मेहनत और बच्चों की लगन कामयाबी के मगन में झूम उठी। विद्यालय से लेकर गांव में खुशियां ही खुशियां हैं।1ये है योजना : कई माह पहले शासन ने बेसिक शिक्षा विभाग के बेहतर विद्यालयों के नाम बीएसए से मांगे थे। इनमें पूछा गया था कि शैक्षिक स्तर सहित कई योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो रहा है। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुने जाने पर एक लाख 20 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाना था। इसके लिए करीब एक दर्जन विद्यालयों के नाम भेजे गए थे। 1विद्यालयों की स्थिति : जिले में 15 सौ प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, लेकिन तमाम विद्यालयों में स्थिति काफी खराब है, न तो योजनाओं का क्रियान्वयन हो पाता है न ही बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलती है। आए दिन बीएसए सहित प्रशासनिक अधिकारियों के पास तक ग्रामीणों की शिकायतें पहुंचती है। 1बेहतर है विद्यालय : तत्कालीन बीएसए ने जिले से करीब एक दर्जन विद्यालयों का नाम शासन को भेजा था। अब सादाबाद ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बरौस को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुना गया है। विद्यालय को बेहतर बनाने में खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी व हेड शिक्षिका डॉ. ललिता कुशवाहा का श्रेय है। विद्यालय में तीन सौ बच्चे पढ़ते हैं। शैक्षिक माहौल बेहतर है। बच्चों को अंग्रेजी व विज्ञान का बेहतर ज्ञान है। खुद बीईओ समय-समय पर विद्यालय में बच्चों को जागरुक करते हैं।1प्राथमिक विद्यालय बरौस में पढ़ाती शिक्षिका।प्राथमिक विद्यालय बरौस में बच्चों से सवाल पूछते खंड शिक्षाधिकारी जितेन्द्र चौधरी।1प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का हाल बेहाल है। बरौस विद्यालय सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुना जाना गांव के लिए अच्छी खबर है। क्षेत्र समेत जिले का नाम रोशन हुआ है। विद्यालय में अच्छी पढ़ाई हो रही है।-राजवीर सिंह, प्रधान।
6जिले से एक दर्जन विद्यालयों की सूची गई थी शासन 16विद्यालय को मिला एक लाख बीस हजार रुपये का चेक
अच्छी शिक्षा मिलती है। अंग्रेजी, विज्ञान व सामान्य ज्ञान बेहतर ढंग से टीचर पढ़ाते हैं। समय से स्कूल खुलता है।1-सोनल, छात्र, कक्षा पांच। 11हमारे स्कूल में बेहतर पढ़ाई होती है। मिड डे मील रोज मिलता है। अतिरिक्त समय देकर शिक्षक पढ़ाते हैं। अंग्रेजी पर खास जोर दिया जाता है। 1-सौरव, छात्र, कक्षा पांच। 1
विद्यालय का माहौल कान्वेंट स्कूलों से भी बेहतर है। बच्चे अंग्रेजी भी बोल लेते हैं। समय-समय पर विद्यालय का औचक निरीक्षण करके दिशा निर्देश दिए जाते हैं। इसका नतीजा आज सबके सामने है। पुरस्कार मिल जाने से अन्य विद्यालय भी जागरूक होंगे। 1-जितेंद्र चौधरी, खंड शिक्षा अधिकारी, सादाबाद। 11पूरे स्टाफ और खंड शिक्षा अधिकारी के सहयोग से विद्यालय का शैक्षिक स्तर काफी सही हुआ है। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुने जाने पर खुशी हो रही है। अब बच्चों को और अच्छी शिक्षा मिल सके। इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। 1-डॉ. ललिता कुशवाहा, हेड शिक्षिका।
इनकी सुनो 16

संवाद सहयोगी, हाथरस : शिक्षक दिवस पर सादाबाद के प्राथमिक विद्यालय बरौस के लिए अच्छी खबर आई। उसे जिले में सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का खिताब मिला। शासन से एक लाख 20 हजार रुपये का चेक भी आया। गुणवत्तापरक शिक्षा, शिक्षकों की मेहनत और बच्चों की लगन कामयाबी के मगन में झूम उठी। विद्यालय से लेकर गांव में खुशियां ही खुशियां हैं।1ये है योजना : कई माह पहले शासन ने बेसिक शिक्षा विभाग के बेहतर विद्यालयों के नाम बीएसए से मांगे थे। इनमें पूछा गया था कि शैक्षिक स्तर सहित कई योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो रहा है। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुने जाने पर एक लाख 20 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाना था। इसके लिए करीब एक दर्जन विद्यालयों के नाम भेजे गए थे। 1विद्यालयों की स्थिति : जिले में 15 सौ प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, लेकिन तमाम विद्यालयों में स्थिति काफी खराब है, न तो योजनाओं का क्रियान्वयन हो पाता है न ही बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलती है। आए दिन बीएसए सहित प्रशासनिक अधिकारियों के पास तक ग्रामीणों की शिकायतें पहुंचती है। 1बेहतर है विद्यालय : तत्कालीन बीएसए ने जिले से करीब एक दर्जन विद्यालयों का नाम शासन को भेजा था। अब सादाबाद ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बरौस को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुना गया है। विद्यालय को बेहतर बनाने में खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी व हेड शिक्षिका डॉ. ललिता कुशवाहा का श्रेय है। विद्यालय में तीन सौ बच्चे पढ़ते हैं। शैक्षिक माहौल बेहतर है। बच्चों को अंग्रेजी व विज्ञान का बेहतर ज्ञान है। खुद बीईओ समय-समय पर विद्यालय में बच्चों को जागरुक करते हैं।1प्राथमिक विद्यालय बरौस में पढ़ाती शिक्षिका।प्राथमिक विद्यालय बरौस में बच्चों से सवाल पूछते खंड शिक्षाधिकारी जितेन्द्र चौधरी।1प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का हाल बेहाल है। बरौस विद्यालय सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुना जाना गांव के लिए अच्छी खबर है। क्षेत्र समेत जिले का नाम रोशन हुआ है। विद्यालय में अच्छी पढ़ाई हो रही है।-राजवीर सिंह, प्रधान।
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