वाट्सएप पर ले रहे गुरुजी की हाजिरी
6सादाबाद के खंड शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण का बनाया खाका

हाथरस : अधिकांश लोगों ने वाट्सएप को भले ही मनोरंजन का जरिया मान रखा हो, लेकिन एक शिक्षा अधिकारी ने इसे निगरानी का मजबूत हथियार बना लिया है। उन्होंने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सभी शिक्षकों का ग्रुप बनाकर हाजिरी रजिस्टर की फोटो लेनी शुरू कर दी है। इसमें जिसके दस्तखत नहीं, वो गैरहाजिर। पूरे पन्ने की फोटो खिंच जाने से हेरफेर की गुंजाइश भी नहीं। निरीक्षण के तय अफसर भी सही वक्त पर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं, क्योंकि जब भी फोटो पोस्ट करेंगे, वाट्सएप समय बता देगा। 1तकनीक का यह शानदार प्रयोग किया है, खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी ने। उन्होंने ब्लॉक के सभी एनपीआरसी और एबीआरसी का एक वाट्सएप ग्रुप बना दिया है। इनकी जिम्मेदारी है कि रोजाना विद्यालयों में सुबह आठ बजे पहुंचें। साढ़े आठ बजे तक वहीं रुकना है। उनसे हाजिरी रजिस्टर की फोटो वाट्सएप पर मंगा लेते हैं। इससे जो शिक्षक आ गए, उन्हीं की उपस्थिति दर्ज हो पाती है। जो शिक्षक समय से नहीं आए, उनकी पोल खुल जाती है। उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो जाती है। खंड शिक्षा अधिकारी के इस प्रयास से मनमानी करने वाले शिक्षक भी समय से आने को मजबूर हैं। 1ये आइडिया कमाल का है सर जी1एक आइडिया किसी भी काम को कितना सहज बना सकता है, यह उसका एक बढ़िया उदाहरण है। एक ब्लॉक स्तरीय अधिकारी ने ऐसा सोचा जो पूरे सिस्टम को ठीक करने में सक्षम है। यह व्यवस्था पूरे जिले में लागू हो जाए तो क्या कहना। बता दें कि जिले में करीब 1500 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। 11शिक्षकों की मनमानी रोकने के लिए वाट्सएप का प्रयोग किया है। इससे स्कूलों की निगरानी व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। यदि शिक्षकों को कोई सूचना देनी होती है तो भी वे वाट्सएप के जरिए भेज देते हैं। 1-जितेंद्र चौधरी1 खंड शिक्षा अधिकारी, सादाबाद।1
6सादाबाद के खंड शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण का बनाया खाका

हाथरस : अधिकांश लोगों ने वाट्सएप को भले ही मनोरंजन का जरिया मान रखा हो, लेकिन एक शिक्षा अधिकारी ने इसे निगरानी का मजबूत हथियार बना लिया है। उन्होंने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सभी शिक्षकों का ग्रुप बनाकर हाजिरी रजिस्टर की फोटो लेनी शुरू कर दी है। इसमें जिसके दस्तखत नहीं, वो गैरहाजिर। पूरे पन्ने की फोटो खिंच जाने से हेरफेर की गुंजाइश भी नहीं। निरीक्षण के तय अफसर भी सही वक्त पर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं, क्योंकि जब भी फोटो पोस्ट करेंगे, वाट्सएप समय बता देगा। 1तकनीक का यह शानदार प्रयोग किया है, खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी ने। उन्होंने ब्लॉक के सभी एनपीआरसी और एबीआरसी का एक वाट्सएप ग्रुप बना दिया है। इनकी जिम्मेदारी है कि रोजाना विद्यालयों में सुबह आठ बजे पहुंचें। साढ़े आठ बजे तक वहीं रुकना है। उनसे हाजिरी रजिस्टर की फोटो वाट्सएप पर मंगा लेते हैं। इससे जो शिक्षक आ गए, उन्हीं की उपस्थिति दर्ज हो पाती है। जो शिक्षक समय से नहीं आए, उनकी पोल खुल जाती है। उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो जाती है। खंड शिक्षा अधिकारी के इस प्रयास से मनमानी करने वाले शिक्षक भी समय से आने को मजबूर हैं। 1ये आइडिया कमाल का है सर जी1एक आइडिया किसी भी काम को कितना सहज बना सकता है, यह उसका एक बढ़िया उदाहरण है। एक ब्लॉक स्तरीय अधिकारी ने ऐसा सोचा जो पूरे सिस्टम को ठीक करने में सक्षम है। यह व्यवस्था पूरे जिले में लागू हो जाए तो क्या कहना। बता दें कि जिले में करीब 1500 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। 11शिक्षकों की मनमानी रोकने के लिए वाट्सएप का प्रयोग किया है। इससे स्कूलों की निगरानी व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। यदि शिक्षकों को कोई सूचना देनी होती है तो भी वे वाट्सएप के जरिए भेज देते हैं। 1-जितेंद्र चौधरी1 खंड शिक्षा अधिकारी, सादाबाद।1
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