परिषदीय विद्यालयों को चमकाने पर जोर दिया जा रहा है। अब सरकार की धनराशि का असर भले ही कम दिख रहा हो पर चीनी मिल समेत निजी कंपनियां सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम में विद्यालयों को चमका रही हैं। विकास खंडों के 21 स्कूलों में चीनी मिलों ने बाउंड्रीवाल बनवाई तो अब सपोर्ट माई स्कूल वर्ड विजन इंडिया द्वारा मीठा सोना परियोजना में विद्यालयों में झूला, लाइब्रेरी आदि का इंतजाम कराया जा रहा है। बीएसए ने संबंधित विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है।
विद्यालयों को साधन संपन्न कराने के लिए सरकार तो कोशिश कर ही रही है। सर्व शिक्षा अभियान में दिल खोल कर धनराशि खर्च की जा रही है। विद्यालयों की इमारत से लेकर रंगाई पुताई पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं लेकिन जितना खर्च हो रहा है उतना असर नहीं दिख रहा। आज भी बहुत से विद्यालय बदहाली का शिकार हैं लेकिन कुछ विद्यालयों की किस्मत खुल गई। कछौना विकास खंड में एचसीएल फाउंडेशन ने विद्यालयों की नीव मजबूत कर दी तो डीएससीएल ग्रुप की चीनी मिलों ने 21 विद्यालयों में बाउंड्रीवाल का इंतजाम करा दिया। विभिन्न कंपनियों के संयुक्त प्रयास से यह विद्यालय और चमकाए जाएंगे। वर्ड विजन संस्था की तरफ से सपोर्ट माई स्कूल वर्ड विजन इंडिया से मीठा सोना परियोजना में इन विद्यालयों में सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के हाथ धोने का प्लेटफार्म, अतिरिक्त स्टोरेज टैंक, खेल के उपकरण, लाइब्रेरी किट के साथ वाल पेंटिग कराई जा रही है। संस्था ने टोडरपुर ब्लाक में धर्मपुर, नगला भगवान, कटमा, लोनी व अजई, शाहाबाद विकास खंड में शर्मा व सिरदारनगर, पिहानी विकास खंडमें अरुआ, बिहारी, हरिहरपुर, कुइयां, नेदुरा, भीठी नेवादा, नन्हें, उतरा, पूरा बहादुर प्राथमिक व जूनियर व भरखनी विकास खंड में इनातपुर, रहतौरा को शामिल किया गया है। बीएसए मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि संस्थाएं अपने खर्चे पर विद्यालयों में कार्य करा रही हैं जोकि सराहनीय है और इनकी मदद के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी किया गया है।
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