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Tuesday, November 8, 2016

सुल्तानपुर : मृतक आश्रित पद एक-भर्ती, दो के मामले में नया मोड़, बीएसए दफ्तर से लिपिकों की नियुक्ति पत्रावलियां गायब


मृतक आश्रित पद एक-भर्ती दो के मामले में नया मोड़ आ गया है। बीएसए दफ्तर से लिपिकों की नियुक्ति पत्रावली गायब होने के खुलासे से हड़कम्प मचा है। माना जा रहा है कि फर्जीवाड़े का राज खुले न इसलिए पत्रावलियों को गायब कर दिया गया है। प्रभारी बीएसए ने पत्रावलियों के गायब होने को गंभीर बताया है,कहा है कि जांच के उपरांत संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। जिला बेसिक कार्यालय में परिषदीय लिपिक की संख्या पांच है। विभाग में दो परिषदीय दो अनुचर भी हैं। लिपिक में करुणाशंकर मिश्रा, अविनाश यादव, लाल बहादुर, सत्यदेव सिंह एवं ओमप्रकाश पांडेय हैं, जो विभाग के परिषदीय कामकाज को देखते हैं। किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति होने के बाद दो पत्रावलियां बनती हैं। जिसमें सेवा पुस्तिका एवं नियुक्ति पत्रावली शामिल है। नियुक्ति सीधी हुई है या फिर मृतक आश्रित कोटे में, इसका पूरा ब्यौरा नियुक्ति पत्रावली में अंकित होता है। इन पत्रावलियों की रख-रखाव की जिम्मेदारी परिषद के ही सहायक पटल को सौंपी जाती है। नियुक्ति पत्रावली गायब होने की दास्तां सामने तब आयी, जब एक व्यक्ति ने लिपिक ओमप्रकाश पांडेय की नियुक्ति को फर्जी करार देते हुए बीएसए को शिकायती पत्र दिया। आरोप है कि पांडेय के पिता की नौकरी के दौरान मौत हो गयी। नौकरी ओमप्रकाश और उनके भाई दोनों को मिल गयी। इस आरोप पर बीएसए ने आनन-फानन में लिपिक का वेतन रोकते हुए जांच समिति बैठा दी। जांच समिति के सामने जो तय सामने आये हैं वह चौंकाने वाले हैं। संबंधित लिपिक समेत विभाग में कार्यरत परिषदीय लिपिक की नियुक्ति पत्रावलियां विभाग से गायब हो गयी हैं। मौखिक रूप से पूछतांछ चल रही है जिसमें लिपिक ने जांच कमेटी को बताया कि उसकी नियुक्ति सीधे हुई है। मृतक आश्रित कोटे में उनकी नियुक्ति नहीं हुई। अब जब छह महीना रिटायरमेंट का रह गया है, ऐसे में शिकायत और जांच के बीच नियुक्ति पत्रावली का गायब होना गंभीर विषय माना जा रहा है। अब जांच में ही पेच फंस गया है। विभागीय कर्मचारियों का मानना है कि रंजिशन लिपिक के विरुद्ध शिकायत की गयी है। जबकि उनकी नियुक्ति प्रक्रिया सही है। बहरहाल जांच समिति को नियुक्ति पत्रावली के न मिलने से दिक्कतें आ रही हैं। प्रभारी बीएसए संतोष कुमार यादव ने बताया कि विभाग से नियुक्ति पत्रावली गायब होना गंभीर विषय है। इसकी जांच करायी जायेगी। दोषी पाय जाने पर संबंधित लिपिक के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।
द विनोद पाठकसुलतानपुर।

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