पुरानी पेंशन की बहाली सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने बुधवार को बीएसए कार्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया। शिक्षकों ने प्रदेश सरकार पर शिक्षक हित की अनदेखी का आरोप लगाया। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन की सुविधा बंद किया जाना शिक्षकों के साथ धोखा है। इससे सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षकों के समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी होंगी, जिसका उन्हें सामना करना पड़ेगा। वक्ताओं ने कहा कि स्व.रामअशीष सिंह के परिजनों को प्रदेश सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता पर्याप्त नहीं है। संघ पीड़ित परिवार को एक करोड़ आर्थिक सहायता देने, परिवार के दो सदस्यों को नौकरी देने की मांग कर रहा है। धरने के दौरान वक्ताओं ने बीएसए दफ्तर में व्याप्त भ्रष्टाचार का भी मुद्दा उठाते हुए इस पर अंकुश लगाने की मांग की। कहा कि कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते शिक्षकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अध्यक्षता राजकुमार सिंह ने की। धरना उपरांत शिक्षक कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री के नाम संबोधित आठ सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में पुरानी पेंशन की बहाली, स्व.रामअशीष सिंह के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा देने, परिवार के दो सदस्यों को नौकरी देने आदि की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में राजकुमार सिंह जिलामंत्री उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ, राहुल सिंह, विशिष्ट बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन के जिला मंत्री राजेश शुक्ला, डा.राजेश गुप्ता, नीरज श्रीवास्तव, अजय सिंह, धर्मप्रकाश पाठक, मोहम्मद तारिक, तारकेश्वर शुक्ल, सत्यजीत द्विवेदी, शालिनी राय, शिखा राय, गीता बदौरिया, आशा वर्मा, स्नेहा गुप्ता, नीलम, जैनेंद्र शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
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