शीतलहर के चलते डीएम ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन खुद को अधिक बेहतर साबित करने की होड़ में निजी स्कूलों के प्रबंधतंत्र ने डीएम के आदेश की धज्जी उड़ा कर रख दी है। असल में स्कूल बंद होने के आदेश के बाद शिक्षा विभाग चेकिंग नहीं करता है। इस कारण स्कूल प्रबंधकों के हौसले बुलंद हैं। वहीं एटा की घटना के बाद भी शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की कोई योजना नहीं बनायी है।
दिसंबर 26 से लगातार पड़ रही ठंड के कारण डीएम अनुज कुमार झा ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल बंद करने के निर्देश दिए। यह निर्देश तीन बार दिए जिसके चलते स्कूल बंद हुए। बुधवार को डीएम ने फिर निर्देश दिया कि 21 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे लेकिन जिले के कई हिस्सों में निजी स्कूल खुले रहे। ऊंचाहार, सलोन, डलमऊ में सबसे अधिक स्कूल खुले रहे। ऊंचाहार में ला्ड बुद्धा पब्लिक स्कूल, युनिटी पब्लिक स्कूल, अस्स्पोर्ट कांवेंट भगवान नगर, डलमऊ में किसान इंट कालेज गंज बड़ेरवा, भागीरथी इंटर कालेज, शक्ति मनोहर इंटर कालेज, रामेश्वरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कनहा, गणोश विद्यालय घोरवारा, सलोन में बिना मान्यता का सहारा पीडी पब्लिक स्कूल, गंगादेई सरस्वती पब्लिक स्कूल, आदर्श पब्लिक स्कूल, एसडी पब्लिक स्कूल, माया देवी इंटर कालेज खुले रहे। स्कूल होने से छोटे बच्चों को ठंड में कांपते हुए आना पड़ा। असल में पिछले 20 दिनों से स्कूल बंद हैं तो ऐसे में विद्यालय के प्रबंधकों को स्कूल फीस जमा न होने की चिंता सता रही है तो ऐसे में स्कूल खोलकर दुकान चलायी जी रही
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